मुंबई13 मिनट पहले
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जोमैटो देश का पहला फूडटेक यूनिकॉर्न है। यह एक टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म है जो ग्राहकों, रेस्तरां पार्टनर्स और डिलीवरी पार्टनर्स को जोड़ता है।
पहली तिमाही के नतीजे के बाद आज फूड डिलीवरी करने वाली कंपनी जोमैटो के शेयर में 17% से ज्यादा की तेजी देखने को मिल रही है। दरअसल, अप्रैल-जून तिमाही में जोमैटो का मुनाफा सालाना आधार पर 126.5 गुना बढ़कर 253 करोड़ रुपए हो गया है। इसी का असर आज कंपनी के शेयर में देखने को मिल रहा है।
एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 2 करोड़ रुपए था। पहली तिमाही में जोमैटो की आय (रेवेन्यू) 74% बढ़कर 4,206 करोड़ हो गई। एक साल पहले की समान तिमाही में रेवेन्यू 2,416 करोड़ रुपए था। जोमैटो ने बीते दिन 1 अगस्त को वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के नतीजे जारी किए थे।

एक साल में 221.40% चढ़ा जोमैटो का शेयर
पिछले 5 दिन में जोमैटो के शेयर में 19.85%, एक महीने में 30.73% और 6 महीने में 90.09% और एक साल में 221.40% की तेजी देखने को मिली है। वहीं, इस साल अब तक जोमैटो का शेयर 119% से ज्यादा चढ़ चुका है।

2026 के अंत तक 2,000 स्टोर बनाने का प्लान
जोमैटो का क्विक कॉमर्स बिजनेस ‘ब्लिंकट’ तेजी से ग्रो कर रहा है। इसके 31 मार्च 2024 तक 526 स्टोर थे जो जून में बढ़कर 629 हो गए। यानी, जून तिमाही में 113 नए स्टोर खोले गए हैं। ब्लिंकिट के को-फाउंडर अलबिंदर ढींडसा ने कहा- कंपनी का लक्ष्य 2026 के अंत तक 2,000 स्टोर बनाने का है। इनमें से ज्यादातर स्टोर भारत के टॉप 10 शहरों में होंगे।
कंसॉलिडेटेड मुनाफा मतलब पूरे ग्रुप का प्रदर्शन
कंपनियों के रिजल्ट दो भाग में आते हैं- स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट का वित्तीय प्रदर्शन दिखाया जाता है, जबकि कंसॉलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी की रिपोर्ट दी जाती है।
यहां, जोमैटो की ब्लिंकिट समेत 28 सब्सिडियरी, 1 ट्रस्ट और 1 एसोसिएट कंपनी हैं। इन सभी के फाइनेंशियल रिपोर्ट को मिलाकर कंसॉलिडेटेड कहा जाएगा। वहीं, अगर ब्लिंकिट के अलग रिजल्ट को स्टैंडअलोन कहा जाएगा।
दीपिंदर ने 2008 में बनाई थी फूडीबे, फिर नाम बदल कर जोमैटो किया
- दीपिंदर गोयल और पंकज चड्ढा ने मिलकर साल 2008 में फूडीबे नाम से अपनी फूड डायरेक्टरी वेबसाइट लॉन्च की थी। केवल नौ महीनों में, FoodieBay दिल्ली एनसीआर में सबसे बड़ी रेस्तरां डायरेक्टरी बन गई।
- दो सक्सेसफुल साल के बाद 2010 में, कंपनी का नाम बदलकर जोमैटो कर दिया गया। दिल्ली-एनसीआर में अपनी सफलता के तुरंत बाद कंपनी ने पुणे, अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद जैसे शहरों में ब्रांच फैलानी शुरू कर दी।
- 2012 तक जोमैटो ने श्रीलंका, यूएई, कतर, दक्षिण अफ्रीका, यूके और फिलीपींस में अपनी सर्विसेज बढ़ाकर विदेशों में विस्तार करना शुरू कर दिया था। 2013 में न्यूजीलैंड, तुर्की और ब्राजील को इस लिस्ट में जोड़ा गया।
- जोमैटो देश का पहला फूडटेक यूनिकॉर्न है। 1 बिलियन डॉलर से ज्यादा वैल्यू वाले स्टार्टअप को यूनिकॉर्न कहा जाता है। जोमैटो ने पहली बार फाइनेंशियल ईयर 2024 की पहली तिमाही में 2 करोड़ रुपए का मुनाफा दर्ज किया था।
- जोमैटो एक टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म है जो ग्राहकों, रेस्तरां पार्टनर्स और डिलीवरी पार्टनर्स को जोड़ता है। फूड डिलीवरी के अलावा ग्रॉसरी डिलीवरी के लिए जोमैटो के फाउंडर दीपिंदर गोयल ने अगस्त 2022 में ब्लिंकिट खरीदा था।