गोपालगंज के जिला समाहरणालय सभागार में प्रभारी जिलाधिकारी सह डीडीसी कुमार निशांत विवेक ने चयनित बेरोजगार युवकों को चयन पत्र दिया। इसके साथ ही उन्होंने सरकार की इस योजना की सराहना करते हुए कहा कि इस योजना के तहत बेरोजगार युवकों को रोजगार मिलने का अवसर
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दरअसल मुख्यमंत्री प्रखंड परिवहन योजना के तहत सरकार मैट्रिक पास आवेदकों को 5 लाख रुपए के अनुदान पर वाहन उपलब्ध करा रही है। इस योजना से न केवल युवाओं के लिए रोजगार का सृजन होगा। बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में यातायात सुविधा को बेहतर बनाया जा सकता है। इसके लिए सरकार ने 5 लाख रुपयों का अनुदान देकर बस खरीदने की योजना शुरू की है। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में यातायात की समस्याओं को हल करना और ग्रामीण लोगों के लिए गांव से शहर तक आसानी से आवाजाही सुनिश्चित करना है। इसके साथ ही यह योजना बेरोजगारी को दूर करने में भी मदद करेगी।
इस संदर्भ में जिला परिवहन विभाग के एडीटीओ एसएन राजू ने बताया कि मुख्यमंत्री प्रखंड परिवहन योजना के तहत कुल 27 लोगों का चयन किया गया है। यह दूसरा चरण है। इस योजना के तहत मुख्यालय ब्लॉक को छोड़कर जो लोग बेरोजगार युवा है, जो नौकरी की तलाश में है उनकी सहायता के लिए रोजगार सृजन के लिए सरकार 500000 का अनुदान देती है। इसके तहत 22 या 22 से अधिक सीट वाली बस खरीदना होता है।
बिहार में बढ़ती बेरोजगारी को कम करने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने पढ़े-लिखे बेरोजगार युवाओं को रोजगार का अवसर देने की योजना शुरू की है। मुख्यमंत्री प्रखंड परिवहन योजना के तहत सरकार मैट्रिक पास आवेदकों को 5 लाख रुपए के अनुदान पर वाहन उपलब्ध करा रही है। इस योजना से न केवल युवाओं के लिए रोजगार का सृजन होगा, बल्कि राज्य की परिवहन सुविधाओं में भी सुधार होगा।