प्रतापगढ़ में नवरात्र का पर्व धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। नौ दिनों तक श्रद्धालु माता रानी की आराधना में लीन रहते हैं। दिनभर उपवास और भक्ति के बाद रात ढलते ही शहर के गरबा पंडालों में डांडियों की खनक से माहौल जीवंत हो उठत
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शहर के भाटपुरा, धोबी चौक, ग्वाला मोहल्ला, एरियापती, बड़ा बाग, तलाई मोहल्ला और कुंडलपुर सहित कई क्षेत्रों में इन दिनों गरबों की धूम है। पंडालों में देवी मां की आकर्षक झांकियां और भव्य सजावट श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर रही है। तेज रोशनी और ढोल-नगाड़ों की ताल पर जब हजारों डांडियां एक साथ गूंजती हैं, तो पूरा वातावरण भक्तिमय और उत्साह से भर उठता है।

गरबा आयोजनों में महिलाएं पारंपरिक घाघरा-चोली और पुरुष कुर्ता-पायजामा या केडियू में नजर आ रहे हैं। युवा पीढ़ी भी परंपरा से जुड़ते हुए बड़े उत्साह के साथ सामूहिक नृत्य में भाग ले रही है। बच्चों में भी खासा उत्साह देखने को मिल रहा है, जो माता की भक्ति में गीतों पर ताल मिलाते हैं।

इस दौरान पंडालों में सुरक्षा और व्यवस्थाओं पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। कई जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और प्रशासनिक टीम भी सक्रिय नजर आ रही है। भटपुरा में युक्त गरबा मंडल की ओर से कालिका माता और कारा गोरा भेरुजी की झांकी का मंचन किया गया। इसे देखने के लिए दूर-दराज के इलाकों से लोग पहुंचे। यह मंचन करीब 3 घंटे तक चला।