‘Your son looks just like a monkey’ | ‘आपका बेटा बिल्कुल बंदर जैसा दिखता है’: शाहरुख की मां से फौजी की एक्ट्रेस ने कहा; खराब लुक के कारण मिला था शो में रोल

3 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक

बॉलीवुड में स्टार बनने से पहले शाहरुख खान टीवी का पॉपुलर चेहरा थे। उन्होंने साल 1988 में टेलीविजन धारावाहिक ‘फौजी’ में अभिनय किया था। ‘फौजी’ में किरण कोचर की भूमिका निभाने वाली अमीना शेरवानी ने हाल ही में बताया कि शाहरुख को असल में उनके खराब लुक के कारण रोल मिला था। किंतु परंतु शीबा पॉडकास्ट में अमीना ने बताया कि शाहरुख को कभी भी इस शो में नहीं आना था, लेकिन उनकी मां से बातचीत के बाद चीजें बदल गईं।

वो याद करते हुए कहती हैं- ‘उसकी मां ने मुझे कॉल किया था। लतीफ फातिमा… वो बहुत अच्छी महिला थीं। उन्होंने मुझसे कहा कि तुम लोग फौजी के लिए कास्टिंग कर रहे हो तो मेरा बहुत ही हैंडसम बेटा है। मैंने उनसे कहा कि आंटी अगर आपका बेटा हैंडसम है तो उसका कोई चांस नहीं है। क्योंकि हमारी हिंदुस्तान की फिल्म इंडस्ट्री का खास है कि हमारी औरतों को तो बहुत खूबसूरत होना होता है, एक्ट्रेस बनने के लिए।

मगर लड़का बंदर जैसी शक्ल का हो, हमारे दिलीप कुमार। अगर जिराफ जैसा लगता हो, हमारे अमिताभ बच्चन जी। अगर छोकरे जैसा लगता है, जैसा कि राजेश खन्ना। विश्वजीत जैसा हैंडसम होगा तो उसका कुछ नहीं होगा। तो आंटी अगर आपका बेटा हैंडसम है तो उसको कुछ और करियर में करा दीजिए। अगर उसकी शक्ल किसी बंदर, घोड़े जैसी है फिर उसे भेज दीजिए। उन्होंने फिर बोला कि मेरा बच्चा बहुत हैंडसम है। फिर मैंने उनसे कहा कि आंटी समय मत बर्बाद कीजिए उसका। तब उन्होंने कहा कि अच्छा मैं उसे भेज रही हूं।’

फौजी में अपने को-एक्टर के साथ शाहरुख खान (ग्रीन सूट में अमीना शेरवानी)

फौजी में अपने को-एक्टर के साथ शाहरुख खान (ग्रीन सूट में अमीना शेरवानी)

अमीना आगे बताती हैं- ‘उन्होंने शाहरुख को भेजा। मैंने जैसे ही शाहरुख को देखा आंटी को फोन लगाया और कहा कि मुबारक हो, आपके बेटे की शक्ल तो बिल्कुल बंदर जैसी है। ये बहुत सक्सेसफुल हीरो बन सकता है। इस पर शाहरुख की अम्मी ने मुझे कहा था कि खबरदार जो मेरे बच्चे को बंदर कहा। फिर मैंने समझाया कि उसकी शक्ल बंदरों जैसी एक्सप्रेसिव है। आपसे किसने कहा कि बंदरों की शक्ल अच्छी नहीं होती।’

अमीना बताती हैं कि उनकी बातें सुनकर शाहरुख ने तुरंत पलटकर कहा था कि तुम तो बंदरिया जैसी लगती हो। मैंने उनसे कहा कि बिल्कुल लगती हूं लेकिन मैं औरत हूं। मैं कभी फिल्म लाइन में सक्सेसफुल नहीं सकती। औरतों को बिल्कुल गुड़ियां जैसा लगना होता है।

बता दें कि शाहरुख ने थिएटर करने के बाद टीवी में काम करना शुरू किया था। साल 1988 में लेख टंडन की टेलीविजन सीरीज ‘दिल दरिया’ शाहरुख खान की पहला टीवी शो था लेकिन प्रोडक्शन में देरी की वजह से राज कुमार कपूर की सीरीज ‘फौजी’ उनकी टीवी डेब्यू बन गई। इसके बाद उन्हें अजीज मिर्जा की टेलीविज़न सीरीज ‘सर्कस’ और मणि कौल की मिनी सीरीज ‘इडियट’ में भी अभिनय किया।

इसके अलावा शाहरुख धारावाहिक ‘उम्मीद’ और ‘वागले की दुनिया’ में भी छोटी भूमिकाएं निभाईं। अंग्रेजी भाषा की टेलीविजन फिल्म ‘इन विच एनी गिव्स इट दोज़ वन्स’ में भी उन्होंने छोटा रोल किया था। दो साल तक टीवी पर काम करने का बाद शाहरुख ने फिल्मों में काम करने का फैसला लिया और फिर वो दिल्ली से मुंबई का रुख किया।

खबरें और भी हैं…

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *