Write down your medical history on paper and keep it in your wallet, also mention your medicines and allergies… then it will be easy to save life in an emergency | मेडिकल हिस्ट्री कागज पर लिखकर वॉलेट में रखें: दवा-एलर्जी का भी जिक्र करें…तो इमरजेंसी में जिंदगी बचाना आसान होगा


  • Hindi News
  • Happylife
  • Write Down Your Medical History On Paper And Keep It In Your Wallet, Also Mention Your Medicines And Allergies… Then It Will Be Easy To Save Life In An Emergency

न्यूयॉर्क41 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
एक्सपर्ट बोले- हार्ट अटैक या स्ट्रोक की स्थिति में 5 मिनट की देरी से बड़ा नुकसान संभव - Dainik Bhaskar

एक्सपर्ट बोले- हार्ट अटैक या स्ट्रोक की स्थिति में 5 मिनट की देरी से बड़ा नुकसान संभव

सेहत के जोखिम किसी को कभी भी, कहीं भी परेशान कर सकते हैं। ऐसे में हर सेकंड कीमती होता है। अगर हेल्थ एक्सपर्ट मरीज तक पहुंच भी जाएं तो भी उनकी सेहत संबंधी बुनियादी जानकारी के बिना उपचार नहीं दे सकते।

लॉस एंजेलिस की पैरामेडिक (हेल्थ स्टाफ) एलिजाबेथ डिरोको कहती हैं कि मरीज तो कुछ जानकारी नहीं दे पाएगा। ऐसे में हमें उसकी दवाओं या सेहत की जानकारी के लिए कपबोर्ड, फ्रिज जैसी चीजें खंगालनी पड़ती हैं। इस नाजुक वक्त में कुछ टिप्स जिंदगी बचा सकते हैं और डॉक्टर्स का काम आसान बना सकते हैं, जानिए इनके बारे में…

मेडिकल डेटा को डिजिटल फॉर्मेट में रखें, बाहर होने पर भी मदद मिल सकेगी

स्टेप-1: अपनी डिटेल्स लिखकर रखें
न्यूयॉर्क फायर डिपार्टमेंट के पैरामेडिक और लेफ्टिनेंट एंथनी अल्मोजेरा कहते हैं, एक मोटे कागज या शीट पर अपना नाम, जन्म तारीख, मेडिकल हिस्ट्री, इमरजेंसी कॉन्टैक्ट नंबर के साथ जो दवाएं ले रहे हैं उनके बारे में स्पष्ट लिखें। इनके डोज और किसी तरह की एलर्जी हो तो उसका भी जिक्र करें। ​​​​​​अल्मोजेरा कहते हैं, सेहत संबंधी जानकारी जितनी ज्यादा होगी, उतना ही बेहतर होगा।’ उदाहरण के लिए अगर ब्लड चढ़ाने की जरूरत हो तो ब्लड ग्रुप पता होने से मदद मिल सकेगी। इस शीट को वाटरप्रूफ पाउच में सहेजकर वॉलेट में रख लें। अगर लेमिनेशन करा सकें तो ज्यादा बेहतर होगा। शीट की बड़ी कॉपी घर पर भी रखें।

स्टेप-2: शीट आसानी से मिल सके
एलिजाबेथ डिरोको सुझाव देती हैं कि शीट ऐसी जगह पर रखें कि खोजना न पड़े। इसे फ्रिज या दरवाजे पर चिपका सकते हैं।
जिससे इमरजेंसी के वक्त तत्काल जानकारी मिल जाए। इससे आप पैरामेडिक्स के टाइम की बचत कर सकते हैं। अल्मोजेरा कहते हैं कि घर के सदस्य कई बार उन्हें दवाई का बॉक्स या प्रिस्क्रिप्शन का पुलिंदा दे देते हैं, इससे चुनौती बढ़ जाती है। हर सेकंड मायने रखता है। हार्ट अटैक या स्ट्रोक के दौरान मस्तिष्क तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती है, तो पांच मिनट में ही उसे भारी नुकसान हो सकता है।

स्टेप-3: इन्फो मोबाइल में भी सेव करें
इंडियाना के पैरामेडिक क्रिस्टोफर मोहलेनकैंप बताते हैं,‘अपना जरूरी मेडिकल डेटा मोबाइल फोन में भी रखें। इसका एक्सेस आसान हो। गंभीर स्थिति में एक्सपर्ट से सलाह लेनी हो तो मोबाइल डेटा कारगर रहता है। मैनुअल डेटा के फोटो लेकर साझा करने में वक्त लग सकता है। इसके अलावा घर से बाहर हैं या ट्रैवल कर रहे हैं तो मोबाइल से जानकारी लेना आसान रहता है। एप में भी हेल्थ डेटा सुरक्षित रख सकते हैं। ​​

खबरें और भी हैं…



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *