1 घंटे पहले
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पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चेनाब नगर (रब्वाह) में अल्पसंख्यक अहमदिया समुदाय के पूजा स्थल बैत-उल-महदी पर एक संदिग्ध व्यक्ति ने फायरिंग किया। यह घटना शुक्रवार की नमाज के दौरान हुई। पुलिस ने पुष्टि की कि इस हमले में अहमदिया समुदाय के 6 लोग घायल हुए हैं।
इसका एक वीडियो फुटेज वायरल हो रहा है। इसमें दिख रहा है कि हमलावर पिस्तौल लेकर मस्जिद के गेट की ओर बढ़ता है और वहां खड़े लोगों पर कई राउंड फायरिंग करता है। इससे मस्जिद में मौजूद लोग डर के मारे इधर-उधर भागने लगे।
कुछ ही देर बाद, एक गार्ड जवाबी कार्रवाई करता है (वीडियो क्लिप में दिखाई नहीं दे रहा) और हमलावर पर गोली चला देता है। हमलावर अपनी बंदूकें गिरा देता है, उन्हें उठाने की कोशिश करता है, लेकिन नाकाम होकर जमीन पर गिर जाता है।
पुलिस ने इलाके को घेर लिया है और जांच शुरू कर दी है। अभी यह पता नहीं चल सका कि हमलावर का किसी चरमपंथी संगठन से संबंध था या नहीं। किसी भी संगठन ने अभी तक हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन पहले भी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) जैसे समूह अहमदिया समुदाय के पूजा स्थलों को निशाना बना चुके हैं।
पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय खुद को मुसलमान मानते हैं, इन्हें 1974 में गैर-मुस्लिम घोषित कर दिया गया था। बाद में बने कानूनों ने उन्हें मुस्लिम के रूप में पूजा करने या अपनी पहचान बताने पर रोक लगा दी। उनके मस्जिदों में मीनारें बनाने या कुरान की आयतें प्रदर्शित करने पर भी पाबंदी है।
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फ्रांस में मैक्रों ने फिर से लेकोर्नू प्रधानमंत्री बनाया, 4 दिन पहले इस्तीफा दिया था

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने शुक्रवार शाम सेबेस्टियन लेकोर्नू को फिर से प्रधानमंत्री बनाया। यह उनके इस्तीफे के चार दिन बाद हुआ। एलिसी पैलेस ने बताया कि लेकोर्नू को नई सरकार बनाने की जिम्मेदारी दी गई है।
दोबारा नियुक्ति के बाद लेकोर्नू ने सोशल मीडिया पर कहा कि जनता का गुस्सा और राजनीतिक संकट फ्रांस की छवि और फायदे के लिए नुकसानदेह है, इसलिए इसका समाधान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे साल के अंत तक फ्रांस का बजट तैयार करने के लिए पूरी कोशिश करेंगे।
इसके पहले, लेकोर्नू ने मैक्रों द्वारा नियुक्त किए जाने के एक महीने से भी कम समय में सोमवार को इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा कि उनके पद पर बने रहने के लिए हालात अब अनुकूल नहीं हैं।
अटलांटिक महासागर में 7.6 तीव्रता का भूकंप आया

दक्षिण अटलांटिक महासागर में शुक्रवार को 7.6 तीव्रता का एक बड़ा भूकंप आया, जिसकी जानकारी यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने दी।
इस भूकंप के बाद दक्षिण अमेरिका के पश्चिमी तट पर चिली में सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी, लेकिन एक घंटे बाद अधिकारियों ने कहा कि खतरनाक लहरों की संभावना नहीं है।
अमेरिका के अलास्का और हवाई में राष्ट्रीय सुनामी चेतावनी केंद्रों ने बताया कि हवाई, कनाडा और अमेरिका के पूर्वी और पश्चिमी तटों के लिए कोई सुनामी खतरा नहीं है।
USGS के अनुसार, यह भूकंप शुक्रवार को शाम 4:29 बजे (पूर्वी समय) आया। भूकंप के बाद कई आफ्टरशॉक महसूस किए गए।
अमेरिका के टेनेसी राज्य में विस्फोटक प्लांट में धमाका, 19 लोगों के मारे जाने की आशंका

अमेरिका के टेनेसी राज्य में शुक्रवार सुबह एक विस्फोटक कारखाने में धमाका हुआ, जिसमें 19 लोग लापता हो गए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इन लोगों की बचने की उम्मीद काफी कम है, क्योंकि धमाके ने कारखाने की एक पूरी इमारत को तबाह कर दिया।
धमाका सुबह करीब 7:45 बजे हुआ और इसकी तीव्रता इतनी थी कि 24 किलोमीटर दूर तक लोग इसे महसूस कर सके। आसपास के इलाकों में घर हिल गए और चारों ओर धुएं का गुबार छा गया।
कारखाने के 1300 एकड़ के परिसर में मलबा आधा मील तक फैल गया। लापता लोगों के परिवार कारखाने के गेट पर घंटों इंतजार करते रहे, लेकिन अभी तक उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है।
अधिकारियों ने बताया कि धमाके का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। छोटे-छोटे विस्फोटों की आशंका बनी हुई है, जिससे स्थिति और मुश्किल हो गई है।
ट्रम्प का चीन पर 100% टैरिफ, 1 नवंबर से लागू: रेयर खनिज निर्यात पर कंट्रोल से नाराज, कहा- चीन दुनिया को बंधक बनाने की कोशिश में

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन पर 100% टैरिफ लगाने की घोषणा की है। ट्रम्प ने शुक्रवार को कहा कि नया टैरिफ 1 नवंबर से लागू होगा। चीन से अमेरिका आने वाले सामानों पर पहले से 30% टैरिफ लग रहा है। ऐसे में चीन पर कुल 130% टैरिफ लगेगा।
ट्रम्प ने 1 नवंबर से सभी अहम सॉफ्टवेयर के निर्यात पर भी कंट्रोल करने की बात कही है। दरअसल, चीन ने 9 अक्टूबर को दुर्लभ खनिज (रेयर अर्थ मटेरियल) पर निर्यात को और कड़ा कर दिया था, जिसके जवाब में ट्रम्प ने नए टैरिफ लगाने की बात कही है।
इन नियमों के तहत, चीनी खनिजों या तकनीक का इस्तेमाल करने वाली विदेशी कंपनियों को लाइसेंस लेना होगा। चीन ने विदेशी सेना से जुड़ी कंपनियों को ऐसे लाइसेंस नहीं देने की भी बात कही। ट्रम्प ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, ‘यह दुनिया के लगभग हर देश के लिए मुश्किल खड़ी करेगा।’ पूरी खबर पढ़ें…