वाराणसी में करवाचौथ पर्व पर महिलाओं ने निर्जला व्रत रखा और चंद्रमा को अघ्र्य देकर अपना उपवास खोला। इस खास मौके पर पूरे काशी में रौनक देखने को मिली। सभी महिलाए 7 बजते ही अपनी छतों से चांद निकलने का इंतजार करती दिखी। शाम के समय पूजा-अर्चना की। गंगा घाट
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सोलह श्रृंगार और परंपराओं का किया निर्वाह
महिलाओं ने करवा चौथ पर अपने पति के दीर्घायु जीवन के लिए व्रत रखते हुए सोलह श्रृंगार का महत्व बताया। इस व्रत को पति-पत्नी के रिश्ते की मजबूती का प्रतीक माना जाता है। पूरे दिन पूजा-पाठ के साथ कथा सुनकर इस व्रत को संपन्न किया जाता है। इस पावन अवसर पर महिलाओं ने अपने परिवार के बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लिया और सुख-समृद्धि की कामना की।
आइए अब देखते हैं तस्वीर
महिलाएं घर के छत पर चांद को देखते हुए।
वाराणसी में महिलाओं ने एक साथ पूजा पाठ किया।
कालोनी की महिलाएं एक साथ व्रत तोड़ते हुए।
चांद और पति को देख महिलाओं ने तोड़ा व्रत।
महिलाओं ने सोलह श्रृंगार करके चांद को देखा।
वाराणसी में यह तस्वीर समाजसेवी अमन की है वह अपने पत्नी को पानी पिलाकर व्रत पूर्ण कराया।