मुंबई16 मिनट पहले
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चौथी तिमाही के नतीजों के बाद IT सर्विस प्रोवाइड करने वाली कंपनी विप्रो के शेयर में आज (गुरुवार, 17 अप्रैल) करीब 6% की गिरावट है। सुबह 11 बजे ये 234 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
जनवरी-मार्च तिमाही में कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 26% बढ़कर 3,570 करोड़ रुपए रहा। पिछले साल की समान तिमाही में ये 2,835 करोड़ रुपए रहा था।
रेवेन्यू 1.33% बढ़कर 22,504 करोड़ रुपए रहा
विप्रो का रेवेन्यू सालाना आधार पर 1.33% बढ़कर 22,504 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 22,208 करोड़ रुपए रहा था।
वहीं तिमाही आधार पर कंपनी का नेट प्रॉफिट 6.44% बढ़ा है। तीसरी तिमाही में ये 3,354 करोड़ रुपए रहा था। कंपनी ने कल (बुधवार, 16 अप्रैल) Q4FY25 के नतीजे जारी किए।


विप्रो के शेयर में गिरावट के कारण
- वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में रेवेन्यू गिरने के संकेत: मौजूदा वित्त वर्ष (FY2026)की पहली तिमाही में कंपनी के रेवेन्यू में 3.5% से 1.5% तक गिरावट रह सकती है। इसके अलावा, अमेरिका की टैरिफ नीति और ग्लोबल मार्केट में मंदी की आशंकाओं के चलते निवेशकों में निराशा है।
- IT सर्विस रेवेन्यू में गिरावट: कंपनी के IT सर्विसेज के रेवेन्यू में तिमाही आधार पर 1.2% और सालाना आधार पर 2.3% की गिरावट ने मेजर मार्केट, खासकर यूरोप में बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और बीमा क्षेत्र में नरमी का संकेत दिया। एनालिस्ट का मानना है कि कमजोर विवेकाधीन खर्च और ग्लोबल इकोनॉमिक अनसर्टेनिटी के कारण विप्रो का प्रदर्शन उम्मीदों से कम रहा।
- मार्केट सेंटिमेंट और एनालिस्ट का रिएक्शन: एनालिस्ट फर्म बर्नस्टीन ने चौथी तिमाही (Q4 FY25)के नतीजों को उम्मीद से कम बताकर कंपनी के शेयर को ₹200 के टारगेट प्राइस से अंडर परफॉर्म की कैटेगरी में रखा। 16 अप्रैल 2025 को न्यूयॉर्क में विप्रो की अमेरिकन डिपोजिटरी रिसीट्स (ADRs) 5.3% गिरकर 2.67 डॉलर रह गई, जो रिजल्ट के बाद निवेशकों के निगेटिव सेंटिमेंट को बताता है।
एक साल 5% विप्रो का शेयर
विप्रो के शेयर में आज करीब 6% की गिरावट है। बीते एक महीने में कंपनी का शेयर 10.68%, 6 महीने में 11.74% और इस साल यानी 1 जनवरी से अब तक 22.29% गिरा है। वहीं, एक साल में कंपनी ने उम्मीद से कम महज 5.03% का रिटर्न दिया है। विप्रो का मार्केट कैप 2.44 लाख करोड़ रुपए है।
