नई दिल्ली2 घंटे पहले
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FY 2024 के मुकाबले 2025 में विप्रो का मुनाफा 19% बढ़ा है।
IT सर्विस प्रोवाइड करने वाली कंपनी विप्रो का जनवरी-मार्च तिमाही में कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 26% बढ़कर 3,570 रुपए करोड़ रहा। पिछले साल की समान तिमाही में ये 2,835 करोड़ रुपए रहा था।
वहीं तिमाही आधार पर कंपनी का नेट प्रॉफिट 6.44% बढ़ा है। तीसरी तिमाही में ये 3,354 करोड़ रुपए रहा था। विप्रो ने आज यानी बुधवार (16 अप्रैल) को फाइनेंशियल ईयर 2025 की चौथी तिमाही (Q4FY25) यानी जनवरी-मार्च तिमाही के नतीजे जारी किए हैं।
नतीजों के साथ विप्रो ने अपने शेयर होल्डर्स के लिए प्रति शेयर 6 रुपए का फाइनल लाभांश (डिविडेंट) का भी ऐलान किया है। कंपनियां अपने शेयरधारकों को मुनाफे का कुछ हिस्सा देती हैं, उसे लाभांश या डिविडेंड कहते हैं।
विप्रो के रिजल्ट से जुड़ी 3 बड़ी बातें:
- विप्रो का रेवेन्यू सालाना आधार पर 1.33% बढ़कर 22,504 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 22,208 करोड़ रुपए रहा था।
- विप्रो के कर्मचारियों की संख्या भी मार्च के अंत में बढ़कर 2,33,346 हो गई, जो पिछले साल समान तिमाही में 2,32,614 थी।
- विप्रो का शेयर आज 1.48% की तेजी के साथ 247 रुपए पर बंद हुआ। एक साल में इसके शेयर ने निवेशकों को 10% रिटर्न दिया है। इसका मार्केट कैप 2.59 लाख करोड़ रुपए है।


टेक्नोलॉजी सर्विसेज और कंसलटिंग कंपनी है विप्रो
विप्रो लिमिटेड एक लीडिंग टेक्नोलॉजी सर्विसेज और कंसलटिंग कंपनी है। 65 देशों में इसकी प्रेजेंस है। अजीम प्रेमजी को 1966 में 21 साल की उम्र में अपने पिता से विप्रो का कंट्रोल विरासत में मिला था।
उनकी लीडरशिप में, विप्रो ने वनस्पति तेल के उत्पादन से लेकर आईटी सर्विसेज, सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन और कंसल्टिंग सर्विसेज देने तक डायवर्सिफिकेशन किया।