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- Wipro Q2 FY26 Results: Net Profit Rises 1.2% YoY To ₹3,246 Crore, Revenue At ₹22,697 Crore
मुंबई7 घंटे पहले
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IT सर्विस प्रोवाइड करने वाली कंपनी विप्रो का जुलाई-सितंबर तिमाही में कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 1.2% बढ़कर 3,246 रुपए करोड़ रहा। पिछले साल की समान तिमाही में ये 3,209 करोड़ रुपए रहा था।
विप्रो ने आज गुरुवार (16 अक्टूबर) को फाइनेंशियल ईयर 2026 की दूसरी तिमाही (Q2FY26) यानी जुलाई-सितंबर तिमाही के नतीजे जारी किए हैं।

विप्रो के रिजल्ट से जुड़ी 3 बड़ी बातें:
- विप्रो का कॉन्सोलिडेटेड रेवेन्यू सालाना आधार पर 2% बढ़कर 22,697 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 22,302 करोड़ रुपए रहा था।
- विप्रो का एट्रिशन रेट 14.5% से बढ़कर 14.9% हो गया है। यानी पिछले साल की सामान तिमाही से कर्मचारियों की संख्या 2,000 तक बढ़ गई है।
- विप्रो का शेयर आज 1.39% की तेजी के साथ 253 रुपए पर बंद हुआ। इस साल में विप्रो के शेयर ने निवेशकों को -15.52% का नेगेटिव रिटर्न दिया है। इसका मार्केट कैप 2.66 लाख करोड़ रुपए है।

टेक्नोलॉजी सर्विसेज और कंसलटिंग कंपनी है विप्रो
विप्रो लिमिटेड एक लीडिंग टेक्नोलॉजी सर्विसेज और कंसलटिंग कंपनी है। 65 देशों में इसकी प्रेजेंस है। अजीम प्रेमजी को 1966 में 21 साल की उम्र में अपने पिता से विप्रो का कंट्रोल विरासत में मिला था।
उनकी लीडरशिप में, विप्रो ने वनस्पति तेल के उत्पादन से लेकर आईटी सर्विसेज, सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन और कंसल्टिंग सर्विसेज देने तक डायवर्सिफिकेशन किया।
कंसॉलिडेटेड मुनाफा मतलब पूरे ग्रुप का प्रदर्शन
कंपनियों के रिजल्ट दो भाग में आते हैं- स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट का वित्तीय प्रदर्शन दिखाया जाता है, जबकि कॉन्सोलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी की रिपोर्ट दी जाती है।