महिला ने दंतेवाड़ा कलेक्टर से गुहार लगाई है।
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में एक विधवा महिला ने कलेक्टर से इच्छा मृत्यु की मांगी है। महिला का आरोप है कि, उसके पति की मौत के बाद विधायक चैतराम अटामी के प्रतिनिधि जितेंद्र गुप्ता ने उन्हें घर से बेदखल कर कब्जा कर लिया है। उसके दो बच्चों और वो सड़क पर आ
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किरंदुल शहर निवासी सीमा गोयल का कहना है कि, कुछ समय पहले उनके पति की मौत हो गई है। जिसके बाद विधायक प्रतिनिधि जितेंद्र गुप्ता उनके घर आया। उसने दबंगई की और मेरे बच्चों के साथ मुझे घर से निकाल दिया। वो डेढ़ साल से यहां-वहां भटक रही है, लेकिन उसकी कोई नहीं सुन रहा है।
महिला के इसी घर में कब्जा हुआ है।
घर दिलाए या इच्छा मृत्यु दें
महिला का कहना है कि उसके दो बच्चे हैं, जिसमें एक दिव्यांग है। पति की मौत के बाद इन दोनों की जिम्मेदारी भी उसी के ऊपर है। घर से निकाले जाने के बाद इनके पास अब रहने के लिए ठिकाना भी नहीं है। फिलहाल रिश्तेदारों के घर रह रही है।
महिला ने पत्र के माध्यम से कलेक्टर से कहा है कि, विधायक प्रतिनिधि से उसका घर वापस दिलाया जाए या फिर इच्छा मृत्यु दी जाए। वहीं, दैनिक भास्कर ने जितेंद्र गुप्ता का पक्ष लेने उन्हें कॉल किया था, लेकिन उनका फोन नेटवर्क क्षेत्र के बाहर आया।
महिला ने पत्र के माध्यम से कलेक्टर से कहा है कि इच्छा मृत्यु दी जाए।
दंतेवाड़ा MLA चैतराम अटामी ने प्रमोद गुप्ता को पद से हटा दिया है।
MLA बोले- मामला व्यक्तिगत है
भाजपा जिलाध्यक्ष और दंतेवाड़ा विधानसभा से MLA चैतराम अटामी का कहना है कि, जब तक इस पूरे मामले की जांच नहीं हो जाती ,तब तक प्रमोद गुप्ता को प्रतिनिधि के पद से मुक्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जो भी आरोप लग रहे हैं ये उनका निजी मामला है।
भाजपा रीति-नीति और अनुशासन के तौर पर राजनीतिक दलों में सर्वश्रेष्ठ है। किसी भी तरह के आरोपों पर पार्टी और विधायक होने के नाते मुझसे कोई संबंध नहीं है।