जबलपुर कलेक्टर और वेयर हाउस एसोसिएशन के बीच चली बैठक के बाद भी जिला प्रशासन और वेयर हाउस संचालकों के बीच सहमति नहीं बन पाई। सभी गोदाम मालिक दमोह नाका स्थित क़ृषि उपज मंडी में वेयर हाउसिंग लॉजिस्टिक कॉर्पोरेशन ऑफिस पहुंचे यहां उन्होंने रीजनल मैनेजर संत
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लेकिन, जब उन्होंने चाबी नहीं ली तो संचालकों ने अधिकारी के चरणों में चाबियां रखा दी और वहां से चले गए।
वेयरहाउस मालिकों ने कहा- उनकी परेशानियों को समझे प्रशासन
वेयर हाउस संचालक संगठन के अध्यक्ष सुशील शर्मा ने कहा कि, बैठक में हमारी जो प्रमुख मांग थी उसमें संचालकों के खिलाफ किसी प्रकार की कोई एफआईआर दर्ज न की जाए। घटी का जो मामला सामने आता है उसे घटी को बढ़ाया जाए। 3 साल से जो संचालकों को किराया नहीं दिया जा रहा है उनका किराया दिया जाए एवं ज्वाइंट वेंचर स्कीम जेवीसी के अंतर्गत सभी भंडारण करने में असमर्थ है।
इसलिए वेयरहाउसिंग लॉजिस्टिक कार्पोरेशन के रीजनल मैनेजर को सभी संचालकों ने चाबी सौंप दी हैं। अब प्रशासन अपने हिसाब से भंडारण करवा ले।
एमपी डबल्यू एल सी के एमडी आज जबलपुर आएंगे
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने कहा कि, हमारा मुख्य उद्देश्य यही है कि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो। धान उपार्जन का कार्य पूर्णता शांतिपूर्ण हो जाए। हालांकि जिस प्रकार से वेयर हाउस संचालक बात कर रहे हैं और उन्होंने अपनी मांगों को रखा है तों अब इस मामले को वेयरहाउसिंग लॉजिस्टिक्स कॉरपोरेशन के अधिकारी देखेंगे एवं संचालकों की मांगों को हमने एमपी डबल्यू एल सी के MD तक पहुंचा दी है। सम्भवतः मंगलवार को कॉर्पोरेशन के MD सिबी चक्रवर्ती जबलपुर आ रहे हैं और अब वो ही इनसे बातचीत कर समस्या का हल निकालेंगे।
धान उपार्जन और भण्डारण पर असमंजस
दरअसल शहपुरा राज वेयरहाउस हाउस के संचालक नीरज बिल्ला के खिलाफ जिला प्रशासन द्वारा एफआईआर दर्ज करने के बाद वेयरहाउस संचालकों में आक्रोश पनपा हुआ है। यही कारण है की धान की खरीदी और भण्डारण की प्रक्रिया अभी तक पटरी पर नहीं आ पाई है।