Voting on 43 assembly seats in Jharkhand on November 13 in the first phase, 683 candidates including former CM Champai, 235 crorepatis, criminal cases against 174 | झारखंड में विधानसभा की 43 सीटों पर कल वोटिंग: फर्स्ट फेज में पूर्व CM चंपाई सहित 683 कैंडिडेट्स, 235 करोड़पति, 174 पर क्रिमिनल केस – Jharkhand News

13 नवंबर को झारखंड की 43 सीटों पर मतदान होगा। 23 नवंबर को रिजल्ट आएगा।

झारखंड विधानसभा चुनाव के फर्स्ट फेज में कल 13 नवंबर को 15 जिलों की 43 सीटों पर वोटिंग होगी। इसमें 1.37 करोड़ वोटर्स शामिल होंगे। फर्स्ट फेज की 43 में से 14 सीटें कोल्हान, 13 सीटें दक्षिणी छोटानागपुर, 9 सीटें पलामू और 7 सीटें उत्तरी छोटानागपुर डिवीजन

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चुनाव आयोग के मुताबिक, पहले फेज में 683 कैंडिटेट्स मैदान में है। इनमें से 43 महिला उम्मीदवार हैं। 235 करोड़पति हैं, जबकि 174 उम्मीदवारों पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं।

इसी फेज में पूर्व सीएम चंपाई सोरेन सहित उनके बेटा बाबूलाल सोरेन, पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा, मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा, रघुवर दास की बहू पूर्णिमा साहू चुनाव लड़ रही हैं।

राज्य की 81 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर और 20 नवंबर को दो फेज में वोटिंग होगी। नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। 2019 विधानसभा चुनाव में JMM ने सबसे ज्यादा 29 और भाजपा ने 25 सीटें जीती थी। कांग्रेस 18 और राजद ने एक सीटें जीती थी। JMM-कांग्रेस और राजद ने मिलकर सरकार बनाया था।

सबसे ज्यादा 158 निर्दलीय प्रत्याशी करोड़पति

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने झारखंड विधानसभा चुनाव के फेज 1 के 682 उम्मीदवारों के हलफनामे के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार की है। ADR की रिपोर्ट के अनुसार, फेज-1 के 682 की एवरेज संपत्ति 2.16 करोड़ रुपए है।

यानी 682 में से साढ़े 34% यानी 235 कैंडिटेट करोड़पति हैं। इनके पास एक करोड़ या उससे ज्यादा की संपत्ति है। दलगत आंकड़ों को देखें तो सबसे ज्यादा भाजपा के 36 में से 30 प्रत्याशी करोड़पति हैं।

174 प्रत्याशियों पर क्रिमिनल केस दर्ज

ADR की रिपोर्ट के मुताबिक, 682 में से 26% यानी 174 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं, 19% यानी 127 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन पर हत्या, किडनैपिंग जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं। 4 प्रत्याशियों पर हत्या का केस दर्ज है। वहीं, 40 प्रत्याशियों पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है। 11 प्रत्याशियों ने महिलाओं के ऊपर अत्याचार से संबंधित मामले घोषित किए हैं।

फर्स्ट फेज की हॉट सीट…

1. सरायकेला लीडर: चंपाई सोरेन (BJP) जमीन घोटाले में हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद चंपाई सोरेन 5 महीने CM रहे। वे JMM सरकार में हेमंत सोरेन के बाद नंबर 2 पर थे। 6 बार विधायक रहे हैं। पहले फेज के इलेक्शन में वही सबसे बड़े नेता हैं।

हेमंत सोरेन के जेल से आने के बाद चंपाई को CM पद से हटा दिया गया। इससे नाराज चंपाई JMM से 40 साल पुराना रिश्ता तोड़कर BJP में शामिल हो गए। कोल्हान की 14 सीटों पर उनका असर है। 2019 के चुनाव में BJP कोल्हान में एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। इस बार चंपाई की बदौलत पार्टी 5-6 सीटें जीत सकती है।

2. घाटशिला

बाबूलाल सोरेन (BJP)

भाजपा ने इस बार घाटशिला सीट से पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के पुत्र बाबूलाल सोरेन को टिकट देकर मुकाबले को रोचक कर दिया है। यहां उनके सामने झामुमो उम्मीदवार के तौर पर राज्य के जल संसाधन मंत्री रामदास सोरेन हैं। रामदास अब तक यहां के पांच बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। इनमें दो बार वे विजयी हुए हैं। जबकि, बाबूलाल सोरेन पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं।

अपने बेटे को जिताने के लिए चंपाई सोरेन पूरा जोर लगाएंगे। वहीं, रामदास सोरेन को जिताने के लिए झामुमो पूरी ताकत लगा देगा। यहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन कैंपेन कर चुकी हैं। घाटशिला संथाल बहुल क्षेत्र है। दोनों प्रत्याशी बाबूलाल और रामदास संथाली ही हैं। ऐसे में संथाल मतों में विभाजन होगा।

3. जगन्नाथपुर

गीता कोड़ा (BJP)

आदिवासी रिजर्व जगन्नाथपुर विधानसभा सीट पर इस बार लड़ाई दिलचस्प हो गई है। कोड़ा परिवार के दबदबे वाले इस सीट पर पूर्व सीएम मधु कोड़ा की पत्नी और भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा के सामने कांग्रेस के सोनाराम सिंकू हैं। सिंकू कभी मधु कोड़ा के विश्वासपात्र हुआ करते थे। उनको 2019 में जीताने में कोड़ा परिवार ने काफी मेहनत की थी।

2019 में कोड़ा परिवार से कोई चुनाव नहीं लड़ा था, क्योंकि गीता कोड़ा लोकसभा चुनाव जीत गईं थी। 2000 से 2014 तक हुए विधानसभा चुनाव में दो बार मधु कोड़ा तो दो बार गीता कोड़ा यहां से विधायक चुनी गईं थी।

4. पोटका

मीरा मुंडा (BJP)

झामुमो ने अपने सीटिंग विधायक संजीव सरदार पर फिर विश्वास जताया है। इस बार उनका मुकाबला प्रदेश के पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा से है। मीरा पहली बार चुनाव मैदान में हैं। संजीव अपने कार्यकाल में कराए गए विकास कार्य को मुद्दा बनाकर लोगों के बीच जा रहे हैं।

वहीं, मीरा लोगों को बता रहीं हैं कि विकास के मायने सिर्फ इतने ही नहीं हैं। दरअसल, शहर के कुछ हिस्सों से यह सीट जुड़ी है, पर अधिकतर हिस्सा ग्रामीण है। वहां समस्याओं का अंबार है। विकास के वादे जिनके मजबूत होंगे, वे जीत के उतने ही करीब होंगे

6. जमशेदपुर पश्चिमी सरयू राय (JDU) 2019 में मुख्यमंत्री रघुवर दास को हराने वाले सरयू राय इस बार JDU से जमशेदपुर पश्चिमी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। 2014 में भी सरयू राय इसी सीट से जीते थे। वे 5 साल रघुवर दास सरकार में मंत्री रहे। इसके बाद BJP छोड़ दी। निर्दलीय चुनाव जीते। 2024 के विधानसभा चुनाव के पहले सरयू राय JDU में आ गए।

जमशेदपुर पश्चिमी सीट पर सवर्ण वोटर्स सबसे ज्यादा हैं। इसी वजह से JDU ने सरयू राय को यहां से टिकट दिया है। उनका मुकाबला JMM सरकार में मंत्री बन्ना गुप्ता से है।

7. रांची महुआ माजी (JMM)

पहले फेज में झारखंड की राजधानी रांची में BJP और JMM के बीच कांटे की टक्कर है। यहां 1997 से BJP को जीत दिला रहे रहे सीपी सिंह और JMM से राज्यसभा सांसद महुआ माजी आमने-सामने हैं। 2019 में सीपी सिंह ने महुआ को 5,904 वोट से हराया था। इसके बाद JMM ने माजी को राज्यसभा भेज दिया।

महुआ झारखंड महिला आयोग की अध्यक्ष रह चुकी हैं। रांची विधानसभा सीट पर राजपूत, कायस्थ और बंगाली वोटर्स की बड़ी आबादी है। इसे देखते हुए JMM ने महुआ को मैदान में उतारा है।

8. लोहरदगा रामेश्वर उरांव (कांग्रेस)

हेमंत सरकार में वित्त मंत्री रामेश्वर ST रिजर्व सीट लोहरदगा से चुनाव लड़ रहे हैं। 2019 में लोहरदगा सीट पर उन्होंने BJP के सुखदेव भगत को 30,242 वोटों से हराया था। रामेश्वर हेमंत सरकार में सबसे अमीर नेता हैं। उनके पास 28 करोड़ रुपए की संपत्ति है।

2004 में उरांव पुलिस सर्विस से VRS लेकर पॉलिटिक्स में आए थे। कांग्रेस के टिकट पर लोहरदगा लोकसभा सीट से जीते। केंद्र में मंत्री भी रहे। 2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें BJP के सुदर्शन भगत ने हरा दिया। 2019 में उरांव विधानसभा चुनाव जीत गए। उन्हें हेमंत सरकार में वित्त मंत्री बनाया गया। इस बार उनका मुकाबला फिर सुदर्शन भगत से है।

अबकी बार 2.6 करोड़ वोटर, 29 हजार से ज्याद बूथ

मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि प्रदेश में वोटर्स की कुल संख्या 2.6 करोड़ है। जिनमें से 1.29 करोड़ महिला मतदाता है। वहीं पुरुष वोटर्स की संख्या1.39 करोड़ हैं।

प्रदेश में मतदान केंद्र 29 हजार 562 हैं। इनमें से 5 हजार 42 पोलिंग स्टेशन शहरी इलाके में हैं। वहीं 24 हजार 520 ग्रामीण पोलिंग बूथ हैं। हर पोलिंग बूथ में 881 मतदाता वोट डालेंगे।

विधानसभा की 81 सीटें हैं, जिनमें से 44 सामान्य सीटें, अनुसूचित जाति (SC) के लिए 9 और अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए 28 सीटें हैं।

झारखंड लोकसभा चुनाव का परिणाम झारखंड में लोकसभा की 14 सीटें हैं। 2024 चुनाव में भाजपा ने 8, JMM 3, कांग्रेस 2 और आजसू एक सीट पर जीती थी।

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