महासमुंद में नगरीय निकाय चुनाव के दौरान आचार संहिता के उल्लंघन का मामला
छत्तीसगढ़ के महासमुंद में नगरीय निकाय चुनाव के दौरान आचार संहिता के उल्लंघन का मामला सामने आया है। वार्ड नंबर 1 और 14 के प्रत्याशी वोट हासिल करने के लिए रेलवे लाइन के किनारे बसे गरीब मतदाताओं को प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) का झूठा लालच दे रहे
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एक 18 सेंकेंड के वायरल वीडियो में स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि प्रत्याशी प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की तस्वीर वाले पीएमएवाई के फॉर्म भरवा रहे हैं। यह कार्रवाई चुनाव आचार संहिता का सीधा उल्लंघन है। महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि इन वार्डों में रहने वाले लोग रेलवे की भूमि पर अवैध रूप से बसे हुए हैं।
रेलवे की जमीन पर अवैध रूप से झुग्गी-झोपड़ियों में रह रहे लोग
पिछले 7-8 वर्षों में रेलवे विभाग ने इन लोगों को जमीन खाली करने का नोटिस भी जारी किया था। पूर्व में भी इन क्षेत्रों के पार्षदों ने पीएमएवाई के तहत आवास के लिए फॉर्म भरवाए थे, लेकिन रेलवे की भूमि होने के कारण सभी आवेदन निरस्त कर दिए गए थे। राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण अभी तक इन झुग्गी-झोपड़ियों को हटाया नहीं गया है।
चुनाव जीतने की होड़ में प्रत्याशी गरीब मतदाताओं की आशाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। वे जानते हैं कि रेलवे की भूमि पर पीएमएवाई के तहत मकान नहीं बन सकते, फिर भी वोट के लिए झूठे वादे कर रहे हैं। यह मामला न केवल आचार संहिता का उल्लंघन है, बल्कि गरीब मतदाताओं के साथ धोखाधड़ी भी है।