वाराणसी में 264 ग्राम पंचायतों ने टीबी मुक्त होने का किया आवेदन।
वाराणसी की 694 ग्राम पंचायतों में से 264 ने इस बार टीबी मुक्त ग्राम पंचायत होने का सावा पेश किया है। इन ग्राम पंचायतों में पिछले साल की 46 ग्राम पंचायत जिन्हें टीबी मुक्त घोषित किया गया था। उनमें से भी 21 ग्राम पंचायतें शामिल हैं। सीएमओ ने बताया- साल
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फरवरी में ही पूरा हो जाएगा सत्यापन का कार्य, आये 264 आवेदन सीएमओ डॉ संदीप चौधरी ने बताया – राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग और पंचायतीराज विभाग के संयुक्त देखरेख में ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। इस क्रम में जनपद के सभी ब्लाकों में सत्यापन का कार्य कराया जा रहा है। सत्यापन का यह कार्य फरवरी में ही पूरा करने का लक्ष्य है। जिले की 264 ग्राम पंचायतों ने टीबी मुक्त ग्राम पंचायत घोषित करने के लिए जिला क्षय रोग अधिकारी के के कार्यालय में आवेदन किया है।
पंचायती राज विभाग की टीम कर रही सत्यापन सीएमओ ने बताया – शासन के दिशा निर्देश के क्रम में स्वास्थ्य विभाग और पंचायती राज विभाग के प्रतिनिधि संयुक्त टीम बनाकर 264 ग्राम पंचायतों का सर्वे और स्थलीय सत्यापन करेंगे। एक टीम पर 8 से 10 ग्रामा पंचायतों की जिम्मेदारी रहेगी। इसके लिए टीम निकाशी पोर्टल पर अपलोड किया गया डेटा, टीबी यूनिट में रखे हुए लैब रजिस्टर एवं नोटिफिकेशन रजिस्टर तथा फील्ड विजिट कर मरीज से मुलाकात कर किया जाता है।
2024 के लिए आये दावे जिला क्षय रोग अधिकारी डा. पीयूष राय ने बताया कि जिले में कुल 694 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें से 46 ग्राम पंचायतें वर्ष 2023 में ही टीबी मुक्त घोषित हो चुकी हैं। वर्ष 2024 में अब 264 ग्राम पंचायतों ने इस दिशा में अपने कदम बढ़ा दिये हैं। सत्यापन के बाद एलिजिबल पाए गई टीबी मुक्त ग्राम पंचायत की लिस्ट सीएमओ को सौंपी जाएगी। सीएमओ सूचना जिलाधिकारी को देंगे। इसके बाद सत्यापन में टीबी मुक्त पाए जाने वाली ग्राम पंचायत विश्व क्षयरोग दिवस 24 मार्च को जिलाधिकारी द्वारा महात्मा गांधी की प्रतिमा एवं सर्टिफिकेट से सम्मानित किए जाएंगे।
पिछले साल टीबी मुक्त हुई 21 ने भी किया आवेदन डॉ राय ने बताया – टीबी मुक्त पाई जाने वाली ग्राम पंचायतों पर तीन साल तक नजर रखी जाएगी। लगातार दूसरे साल टीबी से मुक्त रहने पर ग्राम प्रधानों को सिल्वर रंग की तथा तीन साल तक लगातार टीबी मुक्त ग्राम पंचायत घोषित होने पर संबंधित ग्राम प्रधान को स्वर्ण रंग की महात्मा गांधी की प्रतिमा देकर सम्मानित किया जाना है। इस बार साल 2023 में टीबी मुक्त घोषित 46 ग्राम पंचायतों में से 21 ने इस वर्ष भी टीबी मुक्त ग्राम पंचायत का दावा पेश किया है।