US Commission Report; India-Pakistan War | Pahalgam Attack | अमेरिकी रिपोर्ट में दावा-संघर्ष में पाकिस्तान ने भारत को हराया: पहलगाम अटैक को भी आतंकी हमला नहीं माना; कांग्रेस बोली- यह भारतीय डिप्लोमेसी को बड़ा झटका


वॉशिंगटन डीसी6 मिनट पहले

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AI जनरेटेड इमेज। - Dainik Bhaskar

AI जनरेटेड इमेज।

एक अमेरिका रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मई 2025 में पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच चली 4 दिन की लड़ाई में पाकिस्तान को बड़ी सैन्य कामयाबी मिली थी।

इस रिपोर्ट में पहलगाम अटैक को आतंकी हमला न मानकर ‘विद्रोही हमला’ माना गया है। 800 पन्नों की इस रिपोर्ट को यूएस-चाइना इकोनॉमिक एंड सिक्योरिटी रिव्यू कमीशन (USCC) ने जारी किया है।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस रिपोर्ट का विरोध जताते हुए कहा कि क्या प्रधानमंत्री और विदेश मंत्रालय इस पर अपनी आपत्ति दर्ज कराएंगे और विरोध जताएंगे? हमारी कूटनीति को एक और बड़ा झटका लगा है।

रिपोर्ट में किए गए दावे का स्क्रीनशॉट

दावा- राफेल की इमेज को नुकसान

USCC का कहना है कि चीन ने भारत-पाक युद्ध का इस्तेमाल अपने आधुनिक हथियारों को लाइव वॉर में टेस्ट करने और दुनिया को दिखाने के लिए किया।

लड़ाई के बाद दुनिया भर में चीनी दूतावासों ने अपने हथियारों की तारीफ की और कहा कि पाकिस्तान ने इनके इस्तेमाल से भारतीय लड़ाकू विमानों को गिराया।

रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने कम से कम 6 भारतीय लड़ाकू विमानों को गिराया, जिनमें भारत के नए राफेल जेट भी शामिल हैं। इससे राफेल जेट की इमेज को नुकसान पहुंचा।

रिपोर्ट कहती है कि वास्तविक रूप से सिर्फ तीन भारतीय विमानों के गिराए जाने की पुष्टि होती है, लेकिन इसके बावजूद चीन ने पाकिस्तान के इन दावों को अपने हथियारों की मार्केटिंग में इस्तेमाल किया।

दावा- पाकिस्तान को चीन से खुफिया इंटेलिजेंस​​​​​​​ मिले

रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान ने इस लड़ाई में चीन से मिले हथियारों का इस्तेमाल किया और अपने सैन्य फायदे को दुनिया के सामने रखा। इसमें कहा गया है कि पाकिस्तान ने चीन के HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम, PL-15 मिसाइलें और J-10 फाइटर जेट का इस्तेमाल किया।

भारत का दावा है कि पाकिस्तान को इस दौरान चीन की खुफिया जानकारी (इंटेलिजेंस) भी मिली। पाकिस्तान ने इसे नकार दिया और चीन ने इस पर कुछ भी साफ नहीं कहा। रिपोर्ट के मुताबिक 2019–2023 के बीच पाकिस्तान के 82% हथियार चीन से आए हैं।

रिपोर्ट जारी करने वाली USCC के बारे में जानिए

  • USCC एक बायपार्टिजन आयोग है, यानी इसे रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स दोनों पार्टियों ने मिलकर बनाया है, ताकि संतुलित तरीके से चीन-अमेरिका के आर्थिक और सुरक्षा संबंधों की निगरानी की जा सके।
  • आसान शब्दों में कहें तो USCC एक अमेरिकी कमिशन है जो हर साल यह रिपोर्ट देता है कि चीन क्या कर रहा है और उसका दुनिया पर क्या असर पड़ रहा है।
  • इस बार की रिपोर्ट में चीन की नीतियों, उसकी आर्थिक क्षमता, सैन्य चुनौती, टेक्नोलॉजी प्रतिस्पर्धा और सप्लाई चेन समेत कई महत्वपूर्ण जोखिमों पर चर्चा की गई है।
  • रिपोर्ट का मकसद कांग्रेस और अमेरिकी नीति निर्माताओं को सिफारिशें देना है कि वे चीन के सामने आने वाली चुनौतियों का सामना कैसे करें।

CDS ने भारत के कुछ विमान गिरने की बात स्वीकार की थी

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) अनिल चौहान ने 31 मई को सिंगापुर में शांगरी-ला डायलॉग कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान के साथ संघर्ष में भारतीय फाइटर जेट गिरने के दावों पर बात की। उन्होंने ये बातें ब्लूमबर्ग को दिए इंटरव्यू में कही थी।

उन्होंने कहा था कि असली मुद्दा यह नहीं है कि कितने विमान गिरे, बल्कि यह है कि वे क्यों गिरे और हमने उनसे क्या सीखा। भारत ने अपनी गलतियों को पहचाना, उन्हें जल्दी सुधारा और फिर दो दिन के भीतर दुश्मन के ठिकानों को लंबी दूरी से निशाना बनाकर एक बार फिर प्रभावी तरीके से जवाब दिया।

CDS चौहान ने कहा कि पाकिस्तान का ये दावा कि उसने 6 भारतीय जेट गिराए, बिल्कुल गलत है। गिनती मायने नहीं रखती, बल्कि यह मायने रखता है कि हमने क्या सीखा और कैसे सुधार किया। इस संघर्ष में कभी भी परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की नौबत नहीं आई, जो कि एक राहत की बात है। पूरी खबर पढ़ें…

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