प्रदेश में लगातार पांचवें दिन मेरठ सबसे ठंडा रहा। यहां पारा 11.2 °C रिकॉर्ड किया गया। दूसरा सबसे ठंडा शहर झांसी रहा। यहां पारा 11.6 °C रिकॉर्ड किया गया। तीसरा सबसे ठंडा शहर बरेली रहा, यहां पारा 11.8°C रिकॉर्ड किया गया। वहीं, डीएम दीपक मीणा ने सोमवार
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वहीं, रविवार को वेस्ट यूपी के कई शहरों के AQI में कुछ कमी आई। मेरठ प्रदेश का सबसे प्रदूषित शहर रहा। यहां का AQI शाम 7 बजे तक 263 दर्ज किया गया। दूसरा सबसे प्रदूषित शहर ग्रेटर नोएडा रहा। यहां का AQI 237 दर्ज किया गया। तीसरे नंबर पर गाजियाबाद AQI 236 रहा।
सरदार पटेल कृषि विवि के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही के मुताबिक ठंड में अभी इजाफा होगा। रविवार को मौसम कार्यालय पर अधिकतम तापमान 27.6°C और न्यूनतम तापमान 11.2°C दर्ज किया गया।
नोएडा में सोसाइटी के लोग खुद कर रहे बारिश
नोएडा में बढ़ते वायु प्रदूषण को कम करने के लिए अब सोसाइटी के लोग सामने आने लगे है। नोएडा की एक RWA और तीन सोसाइटी जिसमें सेक्टर-100 की लोटस बुलेवर्ड सोसाइटी, सेक्टर-34 की RWA और सेक्टर-74 की कैप-टाउन सोसाइटी, सेक्टर-168 गोल्डन पाम सोसाइटी के लोगों ने बड़े-बडे हॉज पाइप से पानी का छिड़काव किया। इन हॉज पाइप से सोसाइटी की छत और ग्राउंड से लगातार पानी का छिड़काव किया गया, जिससे वहां धूल के कण जमीन पर दब गए। लोगों को प्रदूषण से कुछ राहत मिली।
यूपी में सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर
सिटी | AQI |
हापुड़ | 211 |
गाजियाबाद | 236 |
नोएडा | 234 |
ग्रेटर नोएडा | 237 |
मुजफ्फरनगर | 216 |
मेरठ | 263 |
बागपत | 221 |
खुर्जा | 233 |
बुलंदशहर | 219 |
न्यूनतम तापमान वाले शहर
सिटी | तापमान (न्यूनतम) |
मेरठ | 11.2 |
बरेली | 11.8 |
गोरखपुर | 12.1 |
झांसी | 11.6 |
लखनऊ | 13.0 |
प्रयागराज | 13.4 |
मॉर्निंग वॉकर्स, बुजुर्ग, सांस रोगियों को परेशानी
लगातार AQI बढ़ने से मॉर्निंग वॉकर्स, बुजुर्ग, सांस, दिल के मरीज और बच्चे प्रदूषित हवा के निशाने पर आ रहे हैं। ऐसे में बच्चों को मास्क लगाकर स्कूल भेजें। बुजुर्ग, सांस और दिल के रोग भी मास्क लगाकर बाहर निकलें। सुबह जल्दी और देर शाम बाहर निकलने से बचें। ब्रीदिंग व्यायाम करते रहें। धूल और धुएं वाली जगह पर जाने से बचें।
प्रदूषण नियंत्रण के लिए गाइडलाइन
- पानी के छिड़काव के लिए टैंकर नियमित रूप से कूड़ा उठाएं। स्वीपिंग रोस्टर सड़कों की धुलाई कराए।
- एमडीए, आवास विकास परिषद, यूपीसीडी निर्माणाधीन कंस्ट्रक्शन, जिसका एरिया 2000 वर्ग मीटर से अधिक है, पीटीजेड कैमरे की स्थापना करे।
- जिले की सभी सड़कें गड्ढा मुक्त की जाएं और प्राथमिकता से इसे किया जाए।
- जिले में नगर निगम, नगर निकाय, नगर पंचायत खुले में कूड़ा न डाले।
- स्वच्छ वायु ऐप, फेसबुक, X आदि के माध्यम से वायु प्रदूषण की शिकायतों का निस्तारण करें।
- गाजियाबाद में कंस्ट्रक्शन साइट पर एंटी स्मॉग गन लगाई गई हैं।