पहले ही प्रयास में आईपीएस बने हर्षवर्धन सिंह (26) की कर्नाटक में सड़क हादसे में मौत हो गई। परिजनों के मुताबिक, कर्नाटक पुलिस एकेडमी में 4 हफ्ते की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद हर्ष पहली पोस्टिंग (असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस) के लिए जा रहे थे।
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रविवार रात हासन-मैसार हाईवे पर उनकी सरकारी कार का टायर फट गया। कार अनियंत्रित होकर पेड़ और घर से टकरा गई। उनके सिर में गंभीर चोटें आईं। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां मौत हो गई। ड्राइवर मंजे गौड़ा को मामूली चोटें आईं हैं।
हर्षवर्धन ने इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद पहली बार बीपीएससी (बिहार लोक सेवा आयोग) की परीक्षा दी। इसमें सफल हुए और बीपीआरओ पद पर पूर्णिया में पोस्टिंग हुई थी। उन्होंने 2022-23 में पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा में कामयाबी हासिल की थी। हर्षवर्धन का परिवार मध्यप्रदेश के सिंगरौली में रहता है।
बिहार के पैतृक गांव में आज होगा अंतिम संस्कार पिता अखिलेश सिंह, मां और छोटा भाई आनंद वर्धन सिंह बेंगलुरु पहुंच चुके हैं। वहां से हर्षवर्धन का पार्थिव शरीर बिहार के पैतृक गांव सहरसा लेकर जाएंगे। मंगलवार को वहीं अंतिम संस्कार होगा।
मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। सिद्धारमैया ने कहा कि यह दुखद है कि पहली ज्वाइनिंग से पहले यह घटना हुई। डॉ. यादव ने कहा कि भारतीय पुलिस सेवा के एक युवा अफसर का इस तरह चले जाना राष्ट्र के लिए क्षति है।
2 सरकारी जॉब छोड़ी, पहले प्रयास में आईपीएस बने थे
^जिद थी कि यूपीएससी का एग्जाम पास करना है। दो सरकारी नौकरियां छोड़कर पहले ही प्रयास में वह सफल हुआ। आईपीएस बना। हर्ष की रैंक 153वीं थी। कर्नाटक कैडर मिला। ट्रेनिंग के बाद वह पहली पोस्टिंग के लिए हासन जा रहा था। हादसे के आधे घंटे पहले मुझसे (पिता), मां और छोटे भाई से बात की। नहीं पता था कि ऐसा कुछ हो जाएगा। – अखिलेश सिंह, हर्षवर्धन के पिता (सिंगरौली में एसडीएम)