5 घंटे पहले
- कॉपी लिंक

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ट्रेवल बैन को बढ़ाकर 30 देशों से अधिक करने की तैयारी कर रहे हैं। अमेरिकी गृह सुरक्षा सचिव क्रिस्टी नोएम ने गुरुवार को फॉक्स न्यूज के कार्यक्रम ‘द इंग्राहम एंगल’ में कही।
क्रिस्टी नोएम ने कहा, ‘मैं संख्या के बारे में स्पष्ट नहीं कहूंगी, लेकिन यह 30 से अधिक है, राष्ट्रपति इन देशों का मूल्यांकन जारी रखे हुए हैं।’
यह बयान ट्रम्प के साथ उनकी हालिया बैठक के बाद आया है। जिसमें नोएम ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा की थी, जिसमें उन्होंने हर उस देश पर पूर्ण यात्रा प्रतिबंध लगाने की मांग की थी जो अमेरिका में अपराध को बढ़ावा दे रहे हैं।
इससे पहले ट्रम्प ने 19 देशों के नागरिकों को अमेरिकी नागरिकता और ग्रीन कार्ड देने की प्रक्रिया रोक दी थी। यह फैसला पिछले महीने व्हाइट हाउस के पास नेशनल गार्ड्स पर एक अफगान शरणार्थी की गोलीबारी के बाद आया था।
इन देशों में अफगानिस्तान, म्यांमार, बुरुंडी, चाड, कांगो, क्यूबा, इक्वेटोरियल गिनी, इरीट्रिया, हैती, ईरान, लाओस, लीबिया, सिएरा लियोन, सोमालिया, सूडान, टोगो, तुर्कमेनिस्तान, वेनेजुएला और यमन शामिल हैं।
यूएस सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज (USCIS) ने कहा है कि इन 19 देशों के सभी इमिग्रेशन, नागरिकता और ग्रीन कार्ड से जुड़े आवेदन होल्ड पर रहेंगे। ट्रम्प पहले ही इन देशों पर ट्रैवल बैन लगा चुके हैं।
ट्रम्प का कहना है कि इन कदमों से अवैध और परेशानी पैदा करने वाली आबादी को कम किया जाएगा। उन्होंने यह भी दावा किया कि दूसरी विश्व युद्ध के बाद अमेरिका में इस तरह की सामाजिक समस्याएं नहीं थीं, लेकिन अब गलत इमिग्रेशन नीतियों की वजह से अपराध और अव्यवस्था बढ़ गई है।
उनका मानना है कि तकनीकी तरक्की के बावजूद इमिग्रेशन की गलत नीतियों ने आम अमेरिकियों की जिंदगी खराब कर दी है। ट्रम्प ने साफ कहा, “इस समस्या का पूरा इलाज सिर्फ रिवर्स माइग्रेशन यानी लोगों को वापस उनके देश भेजना ही है।”
अंतरराष्ट्रीय घटनाओं से जुड़ी अन्य बड़ी खबरें…
बांग्लादेश में GenZ की पार्टी पिछड़ी, युवाओं में बढ़ रही कट्टरपंथियों की लोकप्रियता

बांग्लादेश में चुनाव से पहले हुए GenZ की पार्टी पिछड़ती दिख रही है। शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद छात्रों ने जातीय नागोरिक पार्टी (JNP) बनाई थी, लेकिन अब उसे जरूरी समर्थन मिलता नहीं दिख रहा है।
वहीं, अवामी लीग पर बैन और BNP के नेतृत्व संकट का सीधा असर जनसमर्थन पर पड़ा है। हाल में आए चुनावी सर्वे से खुलासा हुआ है कि बांग्लादेश में दो मुख्य पार्टियों के मैदान से हटने के कारण कट्टरपंथी पार्टियों के लिए नए अवसर पैदा हो गए हैं।
ये समूह अपनी पकड़ बढ़ाने में सफल हुए हैं और ग्रामीण इलाकों में उनका प्रभाव रिकॉर्ड स्तर पर दिख रहा है। BNP का वोट शेयर लगातार गिर रहा है और छात्रों की पार्टी की पकड़ भी कमजोर पड़ी है। कट्टरपंथी समूह तेजी से बढ़त लेते दिखाई दे रहे हैं।
खासकर युवा और ग्रामीण मतदाताओं में उनकी पैठ बढ़ी है। कट्टरपंथी खुद को एक विकल्प के रूप में पेश कर रहे हैं, जिससे लोकतंत्र खतरा मंडरा रहा है।
बांग्लादेश में फरवरी 2026 में चुनाव होने हैं। पूर्व पीएम शेख हसीना के सालभर पहले देश छोड़ने के बाद उनकी पार्टी अवामी लीग पर प्रतिबंध और उसके शीर्ष नेताओं के निर्वासन ने चुनाव को पंगु बना दिया है।
15 साल से बांग्लादेश की सत्ता चलाने वाली अवामी लीग अचानक राजनीतिक तस्वीर से बाहर है। पार्टी प्रमुख समेत दर्जनों नेता विदेश में हैं और किसी भी राजनीतिक गतिविधि की अनुमति नहीं है। देश की
मुख्य विपक्षी पार्टी BNP की हालत भी बेहद खराब है। पार्टी चीफ और पूर्व पीएम खालिदा जिया गंभीर रूप से बीमार हैं और अस्पलात में हैं, जहां चीन और ब्रिटेन से आए विशेषज्ञ डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं।
BNP अध्यक्ष तारिक रहमान वर्षों से लंदन में निर्वासन में हैं और अंतरराष्ट्रीय दबाव, सुरक्षा एजेंसियों का विरोध तथा कानूनी पेंचों के कारण अपनी बीमार मां के पास वापस नहीं लौट पा रहे। रूसी राष्ट्रपति पुतिन 7 मंत्रियों के साथ भारत पहुंचे: PM मोदी के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगे, 25 से ज्यादा समझौते हो सकते हैं

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार शाम दो दिन के भारत दौरे पर पहुंचे। उनके साथ 7 मंत्रियों का बड़ा प्रतिनिधिमंडल भी आया है। मोदी और पुतिन के बीच आज दो अहम बैठकें होने वाली हैं। इनमें से एक बैठक बंद कमरे में होगी। पूरी खबर पढ़ें…
पुतिन के भारत दौरे पर वर्ल्ड मीडिया: BBC ने कहा- अमेरिकी दबाव के बीच पुतिन भारत पहुंचे, यूक्रेनी मीडिया ने लिखा- भारतीय डिप्लोमेसी की परीक्षा

रूसी राष्ट्रपति पुतिन गुरुवार को 4 साल बाद भारत दौरे पर पहुंचे। पीएम मोदी ने एयरपोर्ट पर उनका गले लगाकर स्वागत किया। इसके बाद दोनों नेता एक ही कार से पीएम आवास पहुंचे, जहां रूसी राष्ट्रपति के सम्मान में प्राइवेट डिनर दिया गया। पूरी खबर पढ़ें…
रूसी लीडर को देखने आए थे 2 लाख लोग: रूस ने नेहरू को गाय गिफ्ट की, 20 तस्वीरों में भारत-रूस दोस्ती

भारत हमारे सबसे भरोसेमंद साझेदारों में से एक है। हम सिर्फ भारत को अपने हथियार बेच नहीं रहे हैं और भारत सिर्फ हमसे हथियार नहीं खरीदता। पूरी खबर पढ़ें…
