Tried to crush the youth with a car, kicked him | युवक को कार से कुचलने की कोशिश, मारी लात: घायल बोला- दबंगों के दबाव में अस्पताल से भी भगाया, दमोह में मारपीट के मामले में राजीनामे का कह रहे थे – Damoh News

दमोह में युवक को कुछ लोगों ने युवक की पहले मारपीट की। इसके बाद कार से कुचलने की कोशिश भी की। घायल अवस्था में अस्पताल पहुंचा, तो वहां से भी भगा दिया।

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मामला तेंदूखेड़ा थाना क्षेत्र का 18 जून का है। यह 21 जून को तब सामने आया, जब कांग्रेस नेता मुकेश नायक ने सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड किया। पुलिस ने सोनू पटेल, राहुल लोधी और सौरभ यादव के खिलाफ के खिलाफ केस भी दर्ज किया है। युवक का कहना है कि तीन साल पहले मारपीट के मामले में आरोपी राजीनामे का दबाव बना रहे थे।

जागेश्वर तिवारी जबलपुर अकेले ही इलाज कराने बस से पहुंचे थे।

जागेश्वर तिवारी जबलपुर अकेले ही इलाज कराने बस से पहुंचे थे।

कहा– राजीनामा कर लो, नहीं तो मार देंगे

मेरा नाम जागेश्वर तिवारी है। तेंदूखेड़ा तहसील कार्यालय में अर्जीनवीस का काम करता हूं। यहां लोगों के आवेदन लिखने का काम करता हूं। तेंदूखेड़ा के वार्ड 8 का रहने वाला हूं। करीब तीन साल पहले होली के समय राहुल लोधी, सौरभ यादव ने घर में घुसकर मेरे साथ मारपीट की थी। मैंने इसकी शिकायत थाने में की थी। इसका केस तेंदूखेड़ा कोर्ट में चल रहा है, जिसकी पेशी होती रहती है। 18 जून की रात करीब 10.30 बजे की बात है। मैं तहसील से अपने घर विद्यानगर तरफ पैदल आ रहा था, तभी तहसील कलारी के सामने बने सोनू पटेल के कार्यालय के सामने तीनों कार से आए। कार राहुल की थी।

तीनों ने मुझसे बोला– पुराने मामले में राजीनामा कर लो। नहीं तो जान से मार देंगे। मैंने मना कर दिया। बोला– कोर्ट जो निर्णय करेगा, वही मान्य होगा। इसके बाद गाली–गलौज करने लगे। मैं वहां से जाने लगा। मैं पैदल तारादेही तिगड्डा तरफ जाने लगा। जैसे ही, हनुमानजी मंदिर के पास पहुंचा, तो पीछे से राहुल ने कार से मुझे कुचलने की नीयत से तेजी से टक्कर मार दी। मैं उछलकर सड़क पर गिर गया। इसके बाद तीनों कार से उतरे और गाली देते हुए राहुल बोला। इसे जान से खत्म कर दो। सौरभ और सोनू ने मेरे सीने में लात मारी, जिससे मैं बेहोश हो गया। इसके बाद मुझे वहीं छोड़कर भाग गए। थोड़ी देर बाद होश आया, तो मैं पैदल तारादेही तिगड्‌डा तक गया। किसी ने अस्पताल में भर्ती करा दिया।

दबंगों ने अस्पताल में भर्ती नहीं होने दिया

जागेश्वर तिवारी ने बताया कि दमोह से प्राथमिक इलाज के बाद जबलपुर रेफर कर दिया। अपने बेटे जतिन के साथ जबलपुर इलाज कराने चला गया। दबंगों के दबाव में दमोह के अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया।

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