Three policemen suspended in Amreli letter case | अमरेली के लेटर कांड में तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड: सूरत में कांग्रेसी नेताओं का विरोध प्रदर्शन, पुलिस ने सभी कांग्रेसी नेताओं को हिरासत में लिया – Gujarat News

सूरत के वराछा के मिनी बाजार के मानगढ़ चौक पर कर रहे थे विरोध प्रदर्शन।

गुजरात के अमरेली में फर्जी लेटर कांड में मामले में विधानसभा में नेता विपक्ष रह चुके परेश धनानी का सूरत में विरोध प्रदर्शन जारी है। आज सूरत के वराछा के मिनी बाजार के मानगढ़ चौक पर परेश धनानी सहित कांग्रेस नेताओं के धरना देने से पहले ही पुलिस ने सभी को

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वहीं, इस मामले के तूल पकड़ने के बाद प्रशासन ने ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में स्थानीय अपराध शाखा में कार्यरत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। निलंबित कर्मियों में हेड कांस्टेबल किशन असोदरिया, पुलिस कांस्टेबल वरजंग मुलियासिया और महिला पुलिसकर्मी हिना मेवाड़ा शामिल हैं। इस कार्रवाई से जिला पुलिस में हड़कंप मच गया है। आने वाले समय में और भी अधिकारियों पर कार्रवाई होने की संभावना है।

कांग्रेस नेता परेश धनानी, प्रताप दुधात समेत 40 से 50 कांग्रेसी नेताओं को हिरासत में लिया गया।

कांग्रेस नेता परेश धनानी, प्रताप दुधात समेत 40 से 50 कांग्रेसी नेताओं को हिरासत में लिया गया।

अब जानिए, क्या है लेटर कांड? अमरेली जिले की पांचों विधानसभा सीटों के साथ लोकसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा है। कांग्रेस के इस गढ़ को भेदने के लिए बीजेपी ने 38 साल के वेकरिया को पहले जिले का अध्यक्ष बनाया था। इसके बाद वह अमरेली से जीत कर विधायक चुने गए थे। पिछले दिनों बीजेपी के आंतरिक विवाद में अमरेली जिले के एक तालुका प्रमुख के नाम एक फर्जी लेटर बनाया गया था। इसमें वेकरिया पर हफ्ताखोरी के आरोप लगे थे। फर्जी लेटर बनाने का आरोप पूर्व तालुक प्रमुख मनीष वगासिया पर लगा।

इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को अरेस्ट किया। इसमें वगासिया के दफ्तर में काम करने वाली पाटीदार समाज से आने वाली पायल गोटी को भी अरेस्ट किया है। पाटीदार समाज की लड़की को सार्वजनिक तौर घुमाने (कथित परेड) भी करवाई गई थी। पाटीदार समाज की लड़की को अपमानित करने के इसी मामले ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है। इस मुद्दे को परेश धनानी और आम आदमी पार्टी राज्य में बीजेपी को घेर रहे हैं। इसी मुद्दे को लेकर परेश धनानी ने नारी स्वाभिमान आंदोलन शुरू कर दिया है।

दो दिन पहले परेश धनानी ने अमरेली बंद का ऐलान किया था। हालांकि, बंद का ज्यादा असर दिखा नहीं था।

दो दिन पहले परेश धनानी ने अमरेली बंद का ऐलान किया था। हालांकि, बंद का ज्यादा असर दिखा नहीं था।

परेश धनानी ने नारी स्वाभिमान आंदोलन शुरू किया परेश धनानी ने इससे पहले पाटीदार समाज की लड़की को अपमानित करने के मामले में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को भी अल्टीमेटम दिया था। इसमें धनानी ने कहा था कि मुख्यमंत्री पाटीदार समाज की बेटी को अपमानित करने वालों को सजा दें, वरना वह आगे और कदम उठाने को मजबूर होंगे। धनानी ने फर्जी लेटर कांड में गिरफ्तार हुई पायल गोटी को न्याय दिलाने के लिए नारी स्वाभिमान आंदोलन शुरू किया है। इसे उन्होंने कांग्रेस के बैनर की बजाए सामाजिक तौर पर लांच किया है।

दो दिन पहले परेश धनानी ने अमरेली बंद का ऐलान किया था। हालांकि, बंद का ज्यादा असर दिखा नहीं था।

दो दिन पहले परेश धनानी ने अमरेली बंद का ऐलान किया था। हालांकि, बंद का ज्यादा असर दिखा नहीं था।

सार्वजनिक रूप से सफाई दें विधायक : धनानी धनानी की मांग है कि बीजेपी नेताओं द्वारा तैयार किए लेटर में जो आरोप लगाए गए हैं, उस पर विधायक कौशिक वेकरिया सार्वजनिक रूप से सफाई दें। धनानी की दूसरी मांग है कि पाटीदार समाज की लड़की के साथ गलत बर्ताव करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाए। हालांकि, इस मामले में तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जा चुका है।निलंबित कर्मियों में हेड कांस्टेबल किशन असोदरिया, पुलिस कांस्टेबल वरजंग मुलियासिया और महिला पुलिसकर्मी हिना मेवाड़ा शामिल हैं। पुलिस ने पाटीदार समाज की लड़की के अपमान के आरोपों की जांच के एक एसआईटी का गठन किया है।

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