जिले भर में बीते चार दिनों से लगातार बारिश हो रही है। जिससे पहाड़ी नाले और नदियां उफान पर बह रहे हैं। नालों में पानी के तेज बहाव की वजह से गांव की सड़कों के पुल टूटकर बह जा रहे हैं। शुक्रवार को नारायणपुर और बगीचा के बीच ग्राम पंचायत गायलूंगा और कलिया म
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शुक्रवार को दिनभर डीडीआरफ की टीम इनके रेस्क्यू की कोशिश में लगी रही। पर सफल नहीं हो सकी। कपाट्टद्वार का टापू ईब और शान नदी के बीच में है। यह टापू 214 हेक्टेयर में फैला जंगल है। इस जंगल में आसपास के ग्रामीण मवेशी चराने के लिए पहुंचते हैं। गुरुवार की सुबह भी यहां मवेशी चराने के लिए ग्रामीण पहुंचे थे।
बारिश तेज होने पर जब शान नदी का जलस्तर बढ़ा, तो कुछ ग्रामीण नदी पार गांव लौट आए। पर ग्राम बाबूसाजबहार निवासी राजेंद्र राय, सुलेमान एक्का और सीता मिंज के नदी किनारे पहुंचने तक नदी में पानी भर चुका था। देर शाम तक यह तीनों बकरियां लेकर घर नहीं लौटे तो परिवार वालों ने इनकी तलाश शुरू की। पता चला कि तीनों नदी के उस पार टापू में फंस गए हैं।
जिस टापू वाले जंगल में तीनों फंसे हैं, वह हाथी प्रभावित इलाका है। आसमानी बिजली गिरने का भी खतरा था। इसलिए रातभर फंसे हुए ग्रामीणों के परिवार वालों ने नदी के किनारे ही बने रहे और टार्च जलाकर हल्ला मचाकर उनका हाल चाल पूछते रहे। ग्रामीणों ने इसकी सूचना प्रशासन को दी। शुक्रवार की सुबह मौके पर तहसीलदार सहित प्रशासनिक कर्मचारी पहुंचे। तीनों को निकालने के लिए जिला मुख्यालय से डीडीआरफ की टीम भेजी गई थी। पर शुक्रवार शाम 6 बजे तक तीनों ग्रामीणों को रेस्क्यू कर नहीं निकाला जा सका था।
उदयपुर: नदी पार करते पत्नी व दादा के सामने बहा युवक, तीन घंटे बाद मिला शव खेत से फसल देखकर घर लौटने के दौरान 40 वर्षीय युवक रेड नदी में पत्नी व दादा के सामने बह गया। तीन घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस को युवक का शव मिला। केदमा चौकी अंतर्गत ग्राम पंचायत मतरिंगा के मुसरडांड निवासी हरखलाल मंझवार, पत्नी बुधकुंवर और दादा ननकु राम के साथ सुबह खेत में फसल देखने नदी पार कर गया था। खेत में काम करने बाद दोपहर 12 बजे तीनों घर लौटने लगे। नदी पार करने के दौरान अचानक पानी का तेज बहाव आया, इससे युवक खुद को संभाल नहीं सका और बह गया।
जशपुर: आधी बस डूब गई फिर भी उफनती नदी से पार की बस चालक की गंभीर लापरवाही का वीडियो सामने आया है। जशपुर से सन्ना होकर अंबिकापुर चलने वाली शमीम बस के चालक ने 22 यात्रियों की जान से खिलवाड़ कर उफनती ईब नदी को पार कर दिया। जशपुर से सन्ना जाने के क्रम में सोनक्यारी के पास मुख्य सड़क का पुल नदी के तेज बहाव में डूबा हुआ था। पुल वाली जगह पर पुल है भी या बह चुका है, यह जांचे बगैर बस चालक ने बस घुसा दी। नदी में पानी इतना अधिक था कि आधी बस डूब गई थी। हालांकि बस पार हो गई।