औरैया2 मिनट पहले
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औरैया में बेला थाना, साइबर सेल, सर्विलांस और एसओजी की संयुक्त पुलिस टीम ने एक अंतरराज्यीय साइबर धोखाधड़ी गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से 9 लाख 21 हजार रुपये नकद सहित कई आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है।
यह गिरोह प्रधानमंत्री कुसुम योजना और प्रधानमंत्री जन औषधि परियोजना जैसी सरकारी योजनाओं का झांसा देकर लोगों से धोखाधड़ी करता था। वे फेसबुक पर इन योजनाओं के फर्जी पेज बनाते थे और अपने मोबाइल नंबरों को हेल्पलाइन के रूप में सूचीबद्ध करते थे।
धोखाधड़ी के लिए, अभियुक्त ग्राहकों से व्हाट्सएप पर दस्तावेज मंगाते थे। इसके बाद, वे फर्जी मुहरों वाले अप्रूवल लेटर और बिल-इनवॉइस की पीडीएफ भेजकर पीड़ितों से पैसे अपने खातों में ट्रांसफर करवा लेते थे।
गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों की पहचान शिव प्रताप उर्फ रवि, जितेंद्र सिंह उर्फ मिथुन और राहुल के रूप में हुई है। पुलिस ने उनके पास से दो कारें, एक लैपटॉप, छह मोबाइल फोन, 3 पेनड्राइव, चार फर्जी मोहरें, एक किसान यूनियन आई कार्ड, दो ड्राइविंग लाइसेंस, चार आधार कार्ड, दो पैन कार्ड और चार डेबिट व क्रेडिट कार्ड भी बरामद किए हैं।
यह कार्रवाई भारत सरकार के एनसीआरपी पोर्टल पर प्राप्त कई शिकायतों की जांच के क्रम में की गई। 12 नवंबर, 2025 की रात संदिग्ध व्यक्ति/वाहन चेकिंग के दौरान, थाना बेला और साइबर सेल की संयुक्त पुलिस टीम ने ग्राम अमृतपुर की ओर बम्बा पटरी पर छहरी पुलिया के पास से इन व्यक्तियों को पकड़ा। ये अपनी गाड़ियों में बैठकर फोन और लैपटॉप के माध्यम से साइबर धोखाधड़ी कर रहे थे।
संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त तीनों व्यक्तियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसके बाद उनकी धोखाधड़ी का तरीका सामने आया। इस संबंध में साइबर थाना में मामला दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
