कुछ ही घंटे में वर्ष 2024 रुखसत हो जाएगा। इस साल हरदोई में पांच ऐसी घटनाएं हुई जिसने प्रदेश भर में सुर्खियां बटोरी उनका जिक्र आज हम इस खबर में करेंगे। इस पूरे साल हादसोें में सड़क लाल होती रही। इस वर्ष सबसे ज्यादा हादसे बिल्हौर कटरा मार्ग पर हुए।
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हादसे ऐसे जिसने 11 लोगों की जान पलक झपकते ले ली। कुछ सनसनीखेज घटनाएं भी हुईं। शहर में ही अधिवक्ता को घर में घुसकर गोली मार दी गई। जिसकी चर्चा उत्तर प्रदेश की विधानसभा में मुख्यमंत्री तक ने की। इसके अलावा आईपीएस अधिकारी नीरज कुमार जादौन अपनी संवेदनशीलता को लेकर देशभर में चर्चा में रहे।
आइए विस्तार से जानते हैं इन घटनाओं के बारे में…
लखनऊ रोड पर रहने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता कनिष्क मेहरोत्रा की 30 जुलाई को घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सरेशाम हुई इस घटना से पूरे प्रदेश के अधिवक्ताओं में रोष फैल गया था।
संपत्ति विवाद में हत्या होने की बात सामने आई और सुपारी किलर समेत सात लोगों को जेल भेज दिया गया। इसी घटना का जिक्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में किया था, क्योंकि हत्यारोपियों में सपा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह यादव बीरे भी शामिल थे।
इस हादसे ने नम की हर किसी की आंख
12 जून को बिल्हौर कटरा मार्ग पर मल्लावां सड़क किनारे झोपड़ी पर बालू लदा ट्रक पलट गया था। घटना में एक ही परिवार के 8 लोगों की मौत हो गई थी। यह लोग झोपड़ी के बाहर चारपाई पर लेटे हुए थे और इन्हें मौत ने आंखें खोलने तक का मौका नहीं दिया। मरने वालों में तीन बच्चियां भी थीं।
खूनी हाईवे ने दहला सबका दिल
6 नवंबर को रोशनपुर के पास डीसीएम की चपेट में आकर सीएनजी ऑटो पलट गया था। घटना में ऑटो सवार 11 लोगाें की मौत हो गई थी। भरी दोपहर में हुए इस हादसे से सड़क खून से लाल हो गई थी। सड़क पर शव इधर-उधर बिखरे नजर आए थे। देखने वालों तक की रूह कांप गई थी। वहीं बिल्हौर कटरा राज्य राजमार्ग पर मल्लावां कोतवाली क्षेत्र में 24 नवंबर की रात बरातियों से भरी बोलेरो और मिनी बस की सीधी भिड़ंत हो गई थी। घटना में देवरानी जेठानी समेत पांच लोगों की मौत हो गई थी। घटना से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई थी। कई दिनों तक मृतकों के घरों में चूल्हे नहीं जले थे।
हरदोई के SP ने संवेदनशीलता के चलते देश भर में लूटी वाहवाही 2 दिसंबर 2024 को थाना लोनार से आई एक पीड़िता को पुलिस ऑफिस में जाने नहीं दिया गया। वह चल नहीं सकती थी लिहाजा उसको चादर के सहारे SP के कार्यालय में पेश किया गया।
मामला चर्चा में आने के बाद एसपी ने सफाई देने के बजाय खुला दिल दिखाते हुए संवेदनशीलता का परिचय दिया और सार्वजनिक तौर पर आईपीएस नीरज कुमार जादौन ने इस मामले को लेकर माफी मांगी, जिसके बाद देश भर में यह मामला सुर्खियों में रहा।