There is so much silt in the dams that they will be full in just one day of rain, if there is further rain then there will be problems | डैमों में गाद इतना कि एक दिन की बारिश में ही लबालब, आगे वर्षा हुई तो होगी दिक्कत – Ranchi News


रांची में एक दिन में हुई 170 मिमी बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। लेकिन, बड़ी आबादी के लिए यह राहत भरी बारिश साबित हुई। क्योंकि, शहर की प्यास बुझाने वाले तीनों डैम लबालब हो गए हैं। कांके डैम आेवरफ्लो हो गया। डैम की अधिकतम क्षमता 2128 फीट है, इसस

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इधर, शहर की बड़ी आबादी आैर उद्योग-धंधों को पानी देने वाला गेतलसूद डैम भी भरने के करीब पहुंच गया है। डैम की अधिकतम क्षमता 1936 फीट है। शनिवार शाम तक पानी का स्तर 1932.6 फीट पहुंच गया। हटिया डैम का जलस्तर एक दिन में 6 फीट तक बढ़ गया। हटिया डैम की अधिकतम क्षमता 2200 फीट है। एक-दो दिन आैर तेज बारिश हुई तो हटिया डैम भर जाएगा। अगस्त के पहले सप्ताह में ही डैमों का लबालब होना अच्छा संकेत है। क्योंकि, गर्मी में पानी की किल्लत नहीं होगी।

दूसरी आेर, अभी ही डैमों का लबालब होना अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल भी खड़ा कर रहा है। क्योंकि, पिछले 50 वर्षों से डैमों से गाद की सफाई नहीं हुई है। इस वजह से तीनों डैमों की तलहटी में काफी गाद जमा हो गया है। नतीजतन, डैमों में पानी जमा होने की क्षमता कम हो गई है। आगे वर्षा हुई तो डैम के ओवरफ्लो होने से आसपास के इलाके में बाढ़ की स्थिति बन सकती है।

गेतलसूद डैम में पानी भरा तो पहली बार खुला स्लूइस गेट

गेतलसूद डैम का जलस्तर बढ़ा तो डैम के दोनों स्लूइस गेट को छह इंच खोल दिया गया है। इससे डैम की तलहटी में जमा गाद निकाला जा रहा है। डैम बनने के 54 साल में पहली बार ये गेट खोले गए हैं। पानी का स्तर नियंत्रित होने तक गेट खुला रहेगा। रूक्का प्रमंडल के इंजीनियरों ने बताया कि स्लूइस गेट से जलस्तर नियंत्रित नहीं हुआ तो रेडियल गेट खोलकर पानी बहाया जाएगा।

हाईकोर्ट 15 वर्षों से दे रहा आदेश, नहीं हटा गाद

रांची के जलस्त्रोतों को बचाने के लिए झारखंड हाईकोर्ट पिछले 15 वर्षों से सख्त रूख अपनाए हुए है। कोर्ट ने तीनों डैमों से गाद निकालने आैर कैचमेंट एरिया से अतिक्रमण हटाने का निर्देश दर्जनों बार दिया। पेयजल विभाग, प्रशासन आैर नगर निगम के अफसर कोर्ट को बताते रहे कि अतिक्रमण हटाया जा रहा है। लेकिन, सच्चाई यह है कि इतने वर्षों में डैम से गाद साफ करने की ठोस पहल नहीं हुई।

तीनों डैम की स्थिति

क्या है स्लूइस गेट : स्लूइस गेट तीन फीट डायमीटर का है। डैम निर्माण के समय दो स्लूइस गेट को गाद निकालने के लिए बनाया गया था। डैम में गाद जमा होता गया, पर स्लूइस गेट नहीं खोले गए। इस वजह से यह जाम हो गया था। पिछले वर्ष करीब तीन करोड़ खर्च करके दोनों गेट की मरम्मत की गई थी। जब डैम में पानी बढ़ा तो इसे खोलकर गाद निकाला जा रहा है।

डैम अधिकतम अभी

क्षमता जलस्तर

कांके 2128 फीट 2128 फीट

से ज्यादा

गेतलसूद 1936 फीट 1932.6 फीट

हटिया 2200 फीट 2186.6 फीट

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