There is severe cold in the state | 19 जिलों में 2 दिन शीतलहर का अलर्ट: बलरामपुर 2 डिग्री के साथ सबसे ठंडा, कल से थोड़ी राहत; बस्तर संभाग के जिले भीगेंगे – Chhattisgarh News

मनेंद्रगढ़ में सुबह घना कोहरा छाया रहा।

छत्तीसगढ़ में उत्तर से आ रही शुष्क हवा के कारण कड़ाके की ठंड पड़ रही है। मैदानी इलाकों में शीतलहर के हालात हैं। मौसम विभाग ने 19 जिलों में 2 दिनों के लिए कोल्ड वेव (शीतलहर) का अलर्ट जारी किया है। वहीं प्रदेश में सबसे ठंडा बलरामपुर है। यहां न्यूनतम ता

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वहीं कल (मंगलवार) से कहीं-कहीं हल्के बादल छाए रहेंगे। इससे रात का तापमान बढ़ेगा। इसके बाद 18 दिसंबर से बस्तर संभाग के जिलों मे कहीं-कहीं पर बारिश भी हो सकती है।

अंबिकापुर और पेंड्रारोड में रविवार को दिनभर शीतलहर चली। अंबिकापुर में न्यूनतम तापमान 3.7 डिग्री पहुंच गया जो सामान्य से 5.3 डिग्री कम है।

जशपुर के बगीचा में खुले मैदान में ओस की बूंद जम गईं।

जशपुर के बगीचा में खुले मैदान में ओस की बूंद जम गईं।

ओस की बूंदें जमकर बर्फ बनी।

ओस की बूंदें जमकर बर्फ बनी।

रायपुर में आज भी पड़ेगी ठंड

रविवार को अच्छी ठंड पड़ी। रात का न्यूनतम तापमान 12 डिग्री तक पहुंच गया जो सामान्य से 2.3 डिग्री कम था। आज भी अच्छी ठंड पड़ने की संभावना है। इसके बाद कल से रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी।

बलरामपुर में कार की छत पर ओस की बूंदें जमी।

बलरामपुर में कार की छत पर ओस की बूंदें जमी।

प्रदेश में अगले दो दिनों तक ड्राई हवा आएगी। इससे ठंड बनी रहेगी। इसका असर रायपुर में भी रहेगा। शहर में रात ही नहीं दिन भी में भी मौसम ठंडा रहेगा। मंगलवार से तापमान स्थिर हो जाएगा। प्रदेश में नमी वाली हवा आने लगेगी। इससे हल्के बादल रहेंगे।

राजनांदगांव में सुबह और शाम अलाव ही सहारा है।

राजनांदगांव में सुबह और शाम अलाव ही सहारा है।

बादलों के कारण रात का तापमान बढ़ जाएगा और ठंड थोड़ी कम होगी। रायपुर नगर निगम ने ठंड और शीतलहर की स्थिति को देखते हुए शहर के सभी प्रमुख स्थानों पर अलाव जलाने की वयवस्था की है। साथ ही लगातार इसकी निगरानी के निर्देश दिए गए हैं।

राजनांदगांव में सुबह कोहरे के कारण विजिबिलिटी कम रही।

राजनांदगांव में सुबह कोहरे के कारण विजिबिलिटी कम रही।

मैदानी इलाके में दुर्ग ठंडा

रविवार को मैदानी इलाकों में भी शीतलहर चली। रविवार को मैदानी इलाकों में दुर्ग सबसे ठंडा रहा। यहां रात का तापमान 8.9 डिग्री रहा, जो नॉर्मल से 5 डिग्री कम है। वहीं राजनांदगांव जिले में 8.5 डिग्री रात का पारा रहा।

सिस्टम बनने की संभावना, बस्तर में बादल-बारिश

मौसम विज्ञानियों के अनुसार अगले 24 घंटे के दौरान दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इस सिस्टम के असर से 17 दिसंबर मंगलवार से प्रदेश में नमी आने लगेगी। इससे हल्के बादल छाएंगे। 18 दिसंबर को बस्तर संभाग में कहीं-कहीं पर हल्की बारिश होगी।

राजनांदगांव में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है।

राजनांदगांव में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है।

सर्दियों में छोटे बच्चों की देखभाल के लिए इन 10 टिप्स को फॉलो करें…

  • ठंड से बच्चों को सर्दी-जुकाम आसानी से हो जाता है। इससे उनकी नाक बंद हो जाती है और सांस लेने में परेशानी होती है। इसलिए डॉक्टर की सलाह पर नेजल ड्रॉप का इस्तेमाल करें।
  • बच्चों के कमरे में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें। इससे वे प्रदूषण और धुएं से बचे रहेंगे।
  • रात में बच्चों के ऊपर कई सारे कंबल और रजाई न डालें। इससे उनका दम घुट सकता है।
  • बच्चों को बिस्तर पर सुलाने से पहले हॉट वॉटर बाटल से बिस्तर गर्म कर लें।
  • ठंड की वजह से बच्चे का पेट दर्द हो रहा है या पेट साफ नहीं हो रहा है तो अजवाइन का इस्तेमाल करें।
  • हल्के गुनगुने तेल से बच्चों की तेल मालिश करें। इसके लिए नारियल तेल, सरसों का तेल, बादाम का तेल या बेबी ऑयल इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • अगर बच्चा 7 महीने से बड़ा हो गया है और उसने खाना शुरू कर दिया है, तो बासी और ठंडा खाना न खिलाएं।
  • बच्चा अगर एक साल से बड़ा है तो डॉक्टर की सलाह पर दूध पिला सकते हैं।
  • बच्चों को मौसम के हिसाब से फल और सब्जियां खिलाएं। इससे उनकी इम्यूनिटी मजबूत होगी।
  • बच्चे को अंडा खिलाएं। इससे बच्चे का शरीर गर्म रहेगा।
अमरकंटक में मौसम साफ होने से ठंड और बढ़ गई है।

अमरकंटक में मौसम साफ होने से ठंड और बढ़ गई है।

मैनपाट में पत्तियों में जमी ओस की बूंदे।

मैनपाट में पत्तियों में जमी ओस की बूंदे।

ठंड में रखें बुजुर्गों का ख्याल…

  • ज्यादा ठंड पड़ने पर बुजुर्गों को घर से बाहर न जाने दें।
  • एक मोटे कपड़े की जगह दो-तीन लेयर गर्म कपड़े पहनाएं।
  • बुजुर्गों को एक्सरसाइज जरूर कराएं। सुबह-शाम की जगह दोपहर में एक्सरसाइज कराएं।
  • बैलेंस्ड डाइट खिलाएं जो विटामिन सी से भरपूर हो।
  • दवाइयों का खास ख्याल रखें। सभी दवाइयां समय पर दें।
पत्तियों और टहनियों में ओस की बूंदे जमकर बर्फ बनी।

पत्तियों और टहनियों में ओस की बूंदे जमकर बर्फ बनी।

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