जेल में बंद (संजय सिंह का फ़ाइल फोटो)
एक साल से लापता युवक अपने मां के साथ थाना पहुंचा। बीते वर्ष 6 मार्च को नालंदा थाना के दस्तुरपर की कोसुम देवी ने अपने बेटे गौरव के अपहरण का मुकदमा एससीएसटी थाना में दर्ज कराया था। जिसमें बेगमपुर नथाचक का संजय सिंह उर्फ फुटुश सिंह, मोनू माहतो और चंदन प
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बरामद किए गए युवक ने बताया कि मैं डर से घर से खुद भागकर दिल्ली चला गया था।
मंदिर से मुकुट चोरी होने पर हुई थी पिटाई
एससी एसटी के थाना प्रभारी जितेंद कुमार ने बताया कि 28 फरवरी 2024 को बेगमपुर गांव के मंदिर से मुकुट चोरी हुई थी। इसी बात पर ग्रामीणों ने भोला मांझी के बेटे ने गौरव के साथ मारपीट की थी। मां कोसुम देवी ने 6 मार्च को एससीएसटी थाना में मुकदमा किया था।
आरोप लगाया था कि घटना के समय मैं वहां मौजूद था। तीनों जबरन मेरे बेटे को अपने साथ ले गए थे। मारपीट के दिन से गौरव का लापता है। पीड़ित की मां ने संजय सिंह उर्फ फुटुश, मोनू माहतो और चंदन पांडेय पर अपहरण करने का आरोप लगाया था।
संजय सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, लेकिन साल बीत जाने पर 20 मार्च 2025 को गौरव अपनी मां के साथ थाना पहुंचा। गुम हुए युवक गौरव ने बताया कि तीनों ने बीते वर्ष 01 मार्च को मेरे साथ मारपीट कर जान से मारने का धमकी दी थी। घर में मैं अकेला था, मां रहुई थाना के सोनसा ननिहाल गई थी। डर से मैं दिल्ली कमाने चला गया था। थाना अध्यक्ष ने बताया कि गौरव को न्यायालय में पेश कर 164 का व्यान करा दिया गया है।
मेरे पति को फंसाया गया
अपहरण के मामले में जेल में सजा काट रहे संजय सिंह की पत्नी संगीता देवी ने बताया की जो भी मामला दर्ज कराया गया था, इसमें गांव के कुछ लोगों ने राजनीति के तहत मेरे पति को फंसाया है। बिना जुर्म के 6 महीने से जेल में सजा काट रहे हैं।
कहा कि जिस तरह से युवक की मां ने मुकदमा दर्ज कराया था और आज जो गौरव ने बयान दिया है, साफ जाहिर है कि एससी एसटी कानून का दुरुपयोग कर मेरे पति को जानबूझकर फंसाया गया है।