The tradition of tying a red thread on the wrist while performing puja, rituals about hindu worship, puja path ke niyam | पूजा-पाठ में कलाई पर लाल धागा बांधने की परंपरा: रक्षासूत्र बांधते समय किन बातों का ध्यान रखें और कौन सा मंत्र बोलना चाहिए?

  • लाल रंग बहुत शुभ माना जाता है। ये रंग उत्साह, उत्सव, साहस, ऊर्जा, पवित्रता, सौभाग्य, शक्ति का प्रतीक है। इसीलिए पूजा करते समय कलाई पर लाल धागा बांधने की परंपरा है।
  • माना जाता है लाल धागा बांधने से भक्त को देवी-देवताओं की कृपा मिलती है और पूजा बिना बाधा के पूरी होती है।
  • कलावा पूजा-पाठ में अनुशासन बनाए रखने का प्रतीक है। कलावा बांधने का ये भाव है कि अब कलाई पर कलावा बांध लिया है, इसलिए पूरी भक्ति और श्रद्धा के साथ हम पूजा करेंगे, भगवान का ध्यान करेंगे, हम मन को इधर-उधर की बातों में नहीं भटकने देंगे।
  • यज्ञ, हवन, विवाह और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों में लाल धागा बांधकर व्यक्ति के अच्छे स्वास्थ्य, सौभाग्य और लंबी आयु की कामना की जाती है।

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