The student left his studies due to non-payment of fees | फीस ना होने पर छात्र ने पढ़ाई छोड़ी: बरगी में चला रहा था नाव,एसआई ने करवाया एडमिशन,कापी-किताब भी दी – Jabalpur News


जबलपुर में एक 12 साल के बच्चे ने सिर्फ इसलिए पढ़ाई छोड़ दी कि उसके पिता के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह उसकी आगे की पढ़ाई करवा सके, बालक पढ़ाई छोड़कर नाव चलाने लगा। मामला बरगी नगर का है, जहां रहने वाला बालक अभिषेक ने आंठवी कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी ह

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एसआई सरिता पटेल को अभिषेक गणेश विसर्जन के दौरान दिखा, जब वह बरगी बांध में नाव चला रहा था। 12 साल की उम्र में काम करते देख जब उन्होंने अभिषेक से बात की तो उसने पूरी कहानी बता दी। अभिषेक ने बताया कि वह पढ़ना तो चाहता है, पर उसके पिता के पास इतने पैसे नहीं है कि उसकी स्कूल फीस दे सकें, उसके पास ना ही यूनिफार्म है, और ना ही किताब। अभिषेक ने बताया कि उसकी मां और पिता काम करने के लिए नानी के पास छोड़कर दिल्ली चले गए है। अभिषेक की बातें सुनकर सरिता पटेल ने शासकीय स्कूल बरगी नगर के प्राचार्य से बात की तो बताया गया कि एडमिशन का पोर्टल बंद हो गया है। एसआई ने भोपाल में अधिकारियों से बात करने की गुजारिश की तो प्राचार्य श्रीकिशन रायखेरे ने वरिष्ठ अधिकारियों को बताया कि एक बालक है जो कि पढ़ाई करना चाहता है, पर स्कूल में उसका एडमिशन नहीं हो पाया है। बच्चे की पढ़ाई को देखते हुए गुरुवार को कुछ देर के लिए पोर्टल खोला गया और फिर अभिषेक का 9वीं कक्षा में एडमिशन हुआ।

अभिषेक के माता-पिता बरगी में नहीं थे, ऐसे में स्कूल के प्रवेश फार्म में अभिभावक के साइन होना था, तब यह जिम्मेदारी निभाई सब इंस्पेक्टर सरिता पटेल ने, उन्होंने ना सिर्फ स्कूल में अभिषेक का एडमिशन करवाते हुए फीस जमा की, बल्कि स्कूल यूनिफार्म से लेकर कापी-किताब भी खरीदकर उसे दी। अभिषेक ने कहा कि वह मन लगाकर पढ़ाई करेगा। स्कूल के प्राचार्य का कहना है कि आंठवी कक्षा में वह अच्छे नंबरों से पास हुआ था, आगे नौवीं कक्षा में एडमिशन नहीं लेने की वजह उसने किसी को नहीं बताई थी।

बरगी चौकी प्रभारी सरिता पटेल ने अपने हाथों से अभिषेक को कापी-किताब दी। एसआई का कहना था कि दो दिन पहले गणेश विसर्जन के दौरान उसकी नजर अभिषेक पर पड़ी थी,जब वह नाव चला रहा था। बातों-बातों में उसने बताया कि अच्छे नंबर से आठवीं पास करने के बाद भी पिता ने आगे की पढ़ाई नहीं करवाई और फीस के लिए पैसे न होने का हवाला देते हुए स्कूल ना भेजकर काम पर लगा दिया। बहरहाल नाव चलाने का काम छोड़कर अभिषेक आज से स्कूल जाएगा और नौवीं कक्षा में पढ़ेगा।

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