शहर की ग्वालियर विधानसभा में गुरुवार को डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन सिस्टम गड़बड़ा गया। अचानक वाहन चालक सुबह हड़ताल पर चले गए। उन्होंने निगम को डिपों से वाहन नहीं निकाले। घरों पर कचरा कलेक्शन के लिए वाहनों के नहीं पहुंचने पर ग्वालियर विस के वार्ड वासियों को
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हड़ताल की तैयारी डोर-टू-डोर वाहन चालक और हेल्परों के बीच 4 दिन से कर रहे थे, लेकिन निगम के जिम्मेदार अफसरों को इसकी भनक तक नहीं लगी। हड़ताल ऐसे वक्त हो रही है जब मुख्यमंत्री डाॅ.मोहन यादव 15 जून को ग्वालियर आ रहे हैं।
{कुल 224 वाहन, ग्वालियर विस 71 नहीं निकले… चार विस में निगम के 66 वार्डों में 224 वाहन डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के लिए निकालते हैं, गुरुवार को इनमें से ग्वालियर विस के 71 डोर-टू-डोर कचरा वाहन नहीं निकले।
{डीजल कम देना भी विवाद का कारण… कचरा वाहनों में डीजल कम देना भी हड़ताल का एक कारण माना जा रहा है, जबकि निगम ने वाहनों के चक्कर कम नहीं किए हैं। इस कारण रोज विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है।
{अधिकारियों के सामने चालकों से कहे अपशब्द… हडृताल की सूचना पर डिपो के कार्यपालन यंत्री श्रीकांत कांटे मौके पर पहुंचे। तभी डिपो प्रभारी वीरेंद्र कुरोसिया ने चालकों से अपशब्द कहे। ये सुन कांटे ने करोसिया से माफी मांगने के लिए कहा। उन्होंने चालकों से माफी भी मांगी। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वहीं उपायुक्त अमर सत्य गुप्ता ने कहा कि डोर-टू-डोर वाहन के चालकों की समस्या के हल करने के प्रयास हो रहे हैं, जिससे वह हड़ताल न करें।