जबलपुर के सिहाेरा में रहने वाले हसनैन अंसारी और इंदौर की हिंदू युवती ने कलेक्ट्रेट में शादी का आवेदन दिया। परिवार ने युवती पर दबाव होने की बात कही। हिंदू संगठनों ने हसनैन पर कार्रवाई की मांग की।
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मामले में मंगलवार को नया मोड़ आ गया। सात दिन से लापता हसनैन और युवती मंगलवार को हाई कोर्ट पहुंचे। यहां हसनैन के पिता, युवती के माता-पिता और भाई भी आ गए। जैसे ही बेटी के सामने मां आई तो बेटी ने धक्का दे दिया और कहा- मैं तुम्हें नहीं पहचानती। युवती के पिता ने कहा कि हसनैन ने हिंदू धर्म स्वीकार करने की बात कही है लेकिन ये सब साजिश है। वो चार साल से बेटी का ब्रेनवॉश कर रहा था।
युवक और युवती से बात करने के बाद कोर्ट ने आदेश जारी किया है कि युवती को 15 दिन यानी 11 नवंबर तक नारी निकेतन में रखा जाए। साथ ही कड़ी सुरक्षा दी जाए। उसकी जरूरत की सारी चीजें ले जाने की अनुमति दी जाए, लेकिन उसे किसी भी बाहरी व्यक्ति से मिलने की इजाजत नहीं होगी। उसका मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया गया है।
इस अवधि में उसे ये विचार करके निर्णय बताना होगा कि वो हसनैन के साथ शादी करना चाहती है या अपने माता-पिता के साथ इंदौर जाना चाहती है। वहीं, युवक को लेकर पुलिस को आदेश दिया गया है कि मामला शांत होने तक उसे जबलपुर एसपी की सुरक्षा में अनजान जगह पर रखा जाए।
मामले में कई किरदारों की भूमिका है। इनमें हसनैन, युवती, उनके परिवार के लोग, वकील और हिंदू संगठन शामिल हैं। हमने सभी पक्षों से बात की और जाना कि अब आगे क्या स्थिति बनेगी, पढ़िए ये रिपोर्ट…
कोर्ट कैम्पस का हाल: सात गेट, सैकड़ों जवान मंगलवार को जब हसनैन और युवती की पेशी होनी थी तो पुलिस ने एहतियात के तौर पर पूरे हाईकोर्ट परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया। कोर्ट के 7 गेटों की सुरक्षा में सैकड़ों पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे।
पुलिस को आशंका थी कि हसनैन और युवती की पेशी के दौरान उपद्रव या प्रदर्शन हो सकता है। हालांकि, पेशी शांति के साथ हो गई। पुलिस ने हसनैन को एसपी की सुरक्षा में और युवती को नारी निकेतन भेज दिया।
वकील का यू टर्न: कोर्ट से कहा- मैं नहीं लड़ूंगा केस वकील अमानुल्लाह उस्मानी ने हसनैन और युवती की सुरक्षा के लिए हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी, लेकिन जब मंगलवार को कोर्ट पहुंचे तो उन्होंने अपना वकालतनामा वापस लेने का अनुरोध किया। उस्मानी ने कहा कि याचिकाकर्ताओं को दूसरा वकील हायर करने के लिए कह दिया जाए। कोर्ट के किसी भी आदेश में मेरा नाम न जोड़ा जाए।
कोर्ट ने वकील के अनुरोध को स्वीकार कर लिया। साथ ही युवक-युवती की सुरक्षा मांगने वाली याचिका को खारिज कर दिया।
पुलिस ने कोर्ट के सभी सातों गेट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे।
कोर्ट ने युवती से पूछा- शादी नहीं हुई तो पति कैसे हुआ सूत्रों ने बताया कि सुनवाई के दौरान कोर्ट ने युवती से पूछा था कि तुम क्या चाहती हो? इस पर युवती ने कहा- मैं अपने पति के साथ रहना चाहती हूं। दोनों की सुरक्षा चाहती हूं। कोर्ट ने कहा- अभी तो तुम्हारी शादी नहीं हुई है, फिर वो तुम्हारा पति कैसे हुआ?
लड़की ने कहा- हम 4 साल से रिश्ते में हैं। एक साल से लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे हैं। कोर्ट ने कहा- फिलहाल या तो तुम नारी निकेतन जा सकती हो या फिर अपने मां बाप के साथ। युवती ने मां बाप से खुद को जान का खतरा बताते हुए नारी निकेतन में रहने का फैसला किया।
उसने कहा- डर के चलते हम अपनी नौकरी भी नहीं कर पा रहे हैं। कोर्ट ने उसे कड़ी सुरक्षा में नारी निकेतन में रखने के आदेश दिए। साथ ही कहा- परिवार का या बाहरी व्यक्ति युवती से नहीं मिल सकता। अगर किसी ने भी कोशिश की तो ये दंडनीय अपराध माना जाएगा। साथ ही युवती का मोबाइल जब्त करने को भी कहा।
हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान इस केस से संबंधित लोगों को ही प्रवेश दिया गया।
युवती के पिता ने कहा- 4 साल किया बेटी का ब्रेनवॉश युवती के पिता ने बताया- मेरी बेटी 27 साल की है। उसका ऑफिस भोपाल में था, अभी इंदौर से ही वर्क फ्रॉम होम कर रही थी। शुरुआत में नौकरी के चक्कर में वो भोपाल में रही। उसकी कंपनी में ही हसनैन अंसारी काम करता था। वहां उससे उसकी दोस्ती हुई। शुरुआत में उसने हिंदू धर्म की अच्छी जानकारी रखकर हमारी लड़की को प्रभावित किया।
मेरी बेटी भी जिक्र किया करती थी कि मुस्लिम होने के बाद भी मेरे ऑफिस के एक लड़के को हिंदू धर्म की अच्छी जानकारी है। मुझे जानकारी नहीं थी कि मेरी बेटी के साथ षड्यंत्र हो रहा है। भरोसे में लेने के बाद हसनैन ने उसका ब्रेनवाश करना शुरू कर दिया।
2 साल पहले उसने मेरी बेटी को ऐसे साहित्य पढ़ाए और मूवी दिखाईं कि लड़की हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ बोलने लगी थी। वो कहती थी- कोई देवी-देवता नहीं होता। मैं किसी को नहीं मानती।
हमने उसे समझाया तो उसने वादा किया कि हसनैन से कोई संपर्क नहीं रखेगी। हमने उसकी बात का भरोसा कर लिया। वो हमारा ध्यान रखती थी। हमारी सेवा करती थी। सब कुछ ठीक चल रहा था।
ऑफिस का काम बताकर गई, फोन स्विच ऑफ किया
5 अक्टूबर को वो ऑफिस का कोई काम बताकर भोपाल गई। 15 तारीख तक उसने हमसे हर दिन अच्छे से बात की। 15 तारीख को ही हमारे एड्रेस पर अपर कलेक्टर, जबलपुर की तरफ से 12 नवंबर को हुसनैन के साथ मेरी बेटी की शादी का नोटिस आया।
ये नोटिस दोनों घरों में गया होगा। जैसे ही मेरी बेटी को इस बात की जानकारी लगी, उसने अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया। उसके बाद से उससे हमारी बात नहीं हो पाई। आज उस लड़के के साथ कोर्ट में देखने को मिली है।
हिंदू बनने को कहा, साजिश के तहत झूठ बोल रहा पिता ने कहा- शादी वाला नोटिस मिलने के बाद से ही लड़की के लापता होने के चलते हमने इंदौर में ही उसकी गुमशुदगी और अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद लड़की को ढूंढते हुए जबलपुर के सिहोरा पहुंचे। हमारे समाज के कुछ लोगों ने उनसे लड़की वापस करने को कहा। उन्होंने कहा- लड़की दे देंगे लेकिन आप कोई केस दर्ज नहीं कराएंगे।
ऐसा करते-करते उन्होंने तीन दिन बिता दिए। हम वहीं पड़े रहे। हम भी कोर्ट में याचिका लगाने वाले थे लेकिन कोर्ट ने इसी सुनवाई में हमारा पक्ष भी सुन लिया।
कोर्ट में हमारे वकील ने हसनैन से कहा- विशेष शादी अधिनियम के तहत ये शादी नहीं हो सकती। तब उसने कहा कि वो धर्म परिवर्तन करके हिंदू बनने को तैयार है। हमारे वकील ने कहा- कुछ दिन बाद फिर इस्लाम में कन्वर्ट हो जाए तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। हम भी मानते हैं कि वो साजिश के तहत झूठ बोल रहा है।
ऐसा दिन किसी मां-बाप को न देखना पड़े युवती के पिता ने कहा- 12 तारीख की शादी वाले आदेश पर भी हमने आपत्ति लगा दी है कि ये शादी नियम के विरुद्ध है। अब उसकी सुनवाई होगी, देखते हैं कि कोर्ट का क्या फैसला आता है। सुनवाई के दौरान मेरी पत्नी लगातार बेहोश हो रही थी। हम बेहद परेशान हैं। मैं ऊपर वाले से प्रार्थना करता हूं कि ये दिन किसी भी मां बाप को ना देखने पड़ें। हम सरकार से मांग करते हैं कि दो धर्मों के बीच होने वाली शादी के खिलाफ सख्त से सख्त नियम बनाए ताकि देश में लव जिहाद पर अंकुश लग सके।
आज हमारी बेटी से बात हुई लेकिन उन्होंने उसको दिमागी तौर पर इतना कंट्रोल में कर रखा है कि वो अपने होश में नहीं है। उसका हमसे ध्यान ही हट गया है। वो सामान्य स्थिति में नहीं है। हमारी बच्ची ऐसी नहीं थी। हमने उसे 27 साल पाला है। उसका पूरी तरह से ब्रेनवॉश कर दिया गया है। उसने हमसे कहा- मैं तुमसे बात नहीं करना चाहती हूं। हसनैन से ही शादी करूंगी।
हिंदू मुसलमान बने या मुसलमान हिंदू, हमें कोई आपत्ति नहीं हसनैन के चाचा एहसान अंसारी ने कहा- मेरा मानना है कि प्यार के मामले में ब्रेनवॉश नहीं हो सकता। अगर ऐसा होता तो लड़की धर्म परिवर्तन करती। इसके लिए कोई आवेदन देती। हमारे बेटे ने कोर्ट के सामने धर्म बदलने की बात कबूली है। ऐसी कोई जानकारी मुझे नहीं है। बाकी निजी तौर पर मुझे कोई आपत्ति नहीं है कि मुस्लिम हिंदू बने या हिंदू मुस्लिम बने।
व्यक्ति जब बालिग होता है तो उसे अपने मुताबिक कोई भी धर्म चुनने का अधिकार है। उसका जो मन करे, वो चुने। मेरा भतीजा सनातन धर्म चुनता है तो मुझे कोई आपत्ति नहीं है। मुझे एक बात से ऐतराज है कि जब कोई हिंदू लड़का मुस्लिम लड़की से शादी करता है तो किसी को कोई आपत्ति नहीं होती। लेकिन जब कोई मुस्लिम लड़का हिंदू लड़की से शादी करता है तो बवाल कट जाता है। इस खाई को पाटना चाहिए। लोगों को एक दूसरे को इंसान, नर और मादा मानना चाहिए।
पुलिस बोली-आगे की कार्रवाई कोर्ट के आदेश पर करेंगे हसनैन के चाचा एहसान अंसारी ने कहा- हसनैन और युवती का फोन भले ही बंद आ रहा हो लेकिन वो वकील के संपर्क में थे। कल लड़की का एक वीडियो भी सामने आया था। वो शायद इसलिए आया था ताकि युवती के माता-पिता और अन्य संगठनों का उसकी जान के खतरे में होने का संदेह दूर हो जाए।
एसपी आदित्य प्रताप ने कहा कि युवती कोर्ट तक हमारी कस्टडी में नहीं आई। वह 27-28 साल की है। बालिग है। अपनी मर्जी से हसनैन के साथ कोर्ट पहुंची है। मामला कोर्ट में है। आगे की कार्रवाई कोर्ट के आदेश पर करेंगे।
युवती ने कहा- मां बाप से जान का खतरा, मैं जीना चाहती हूं सोमवार को सामने आए वीडियो में लड़की ने सामाजिक संगठनों और सोशल मीडिया पर उसके खिलाफ तमाम पोस्ट करने वालों से अपील करते हुए कहा था- मैंने और हसनैन ने बिना किसी दबाव के खुशी-खुशी स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत एक दूसरे से शादी करने के लिए अप्लाई किया है। हमने किसी नियम का उल्लंघन नहीं किया है। मेरे परिवार ने जो मेरी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है, वो बेबुनियाद है।
मेरी उनसे शादी का लेटर घर पहुंचने वाले दिन भी बात हुई। उन्होंने मुझे धमकी दी थी और मेरी लोकेशन भी पूछी थी। घर की महिलाओं के सहारे हसनैन और उसके परिवार के खिलाफ केस करने की भी धमकी दी थी। वो कह रहे थे कि हसनैन को किसी भी हाल में नहीं छोड़ेंगे।
मुझे लगातार धमकाया गया, इसलिए मुझे छिपकर रहना पड़ रहा है। मैं जहां हूं, अपनी सुरक्षा के लिहाज से सही हूं। अपने मां बाप के पास सुरक्षित नहीं हूं। मुझे जान का खतरा है। मेरे मां बाप दुनिया को इमोशनल ब्लैकमेल कर रहे हैं। वो ठीक नहीं हैं।
आप इस लड़ाई में मेरा साथ दें। अगर मुझे जिंदा रहने देना चाहते हैं तो मैं जहां हूं, वहां रहने दीजिए। मुझे उनके हवाले मत कीजिए। मैं जीना चाहती हूं इसलिए ये फैसला लिया है।
हिंदू संगठन और राठौर समाज के लोगों ने नारेबाजी कर शादी का विरोध जताया।
दक्षिण भारत के नेता के वीडियो के बाद हिंदू संगठन सड़क पर उतरे 20 अक्टूबर को मामले की जानकारी लगते ही हैदराबाद की गोशामहल सीट से विधायक टी राजा ने वीडियो जारी कर जबलपुर के हिंदू संगठनों से अपील करते हुए कहा, ‘इस शादी को हर हाल में रोका जाए। नहीं तो युवती फ्रिज में कटी मिलेगी।
इसके बाद हिंदू संगठन सड़कों पर उतरे, विरोध प्रदर्शन किया। इसके अलावा राठौर समाज के लोगों ने भी अपना विरोध दर्ज कराया। प्रशासन को शादी रोकने के लिए ज्ञापन सौंपे। सिहोरा बंद का आह्वान भी किया।
(इनपुट सहयोग: सुधीर खरे)