जमुई में खेलों के प्रति बढ़ती रुचि के बीच अब स्केटिंग का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है। छोटे-छोटे बच्चे भी इस खेल में अपना हुनर दिखा रहे हैं। इसी कड़ी में शहर के 2 नन्हें स्टूडेंट्स वेदांत और प्रांशु ने अपनी प्रतिभा से सबको चौंका दिया। दोनों ने रोलिंग प्र
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वेदांत के मां नेहा भालोटिया ने कहा कि मेरा सपना था कि स्केटिंग में मेरे बच्चे आगे बढ़े। उन्होंने बताया कि टीवी पर देखा कि स्केटिंग में खिड़की अच्छे परफॉर्मेंस करते हैं गोल्ड मेडल भी जीते हैं और इंटरनेशनल तक जाते हैं जम्मू में अच्छे कोच मिल गए जो बच्चे को स्केटिंग सिखा रहे हैं उन्होंने बताया कि पढ़ाई भी साथ चल रही है सपना है कि जिस भी फील्ड में बच्चों को सफलता मिले और वह अच्छा बने उन्होंने यह भी बताया कि मेरा यह भी सपना है कि मेरा बेटा IS बने। उन्होंने बताया वेदांत के पिता बिजनेसमैन है विधान की उम्र मात्र 4 साल है 4 साल में मेडल जीतना या मेरे लिए बहुत खुशी की बातहै।
‘दोनों बच्चों को स्केटिंग सिखा रहे’
वही प्रांशु के मां इंदु देवी ने कहा कि, ‘मेरे 2 बच्चे हैं, दोनों को स्केटिंग सिखा रहे हैं। टीवी और मोबाइल में देखकर बच्चों को स्केटिंग सीखने के लिए प्रोत्साहित किया। मेरा सपना है कि मेरे दोनों बच्चे आगे चलकर अच्छा करें और बिहार और देश का नाम रोशन करें।’ उन्होंने बताया कि, ‘प्रांशु के पिता राशन के दुकान चलाते हैं।’
खिलाड़ी राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बना सकते हैं अपनी पहचान
बच्चों को स्केटिंग की कोचिंग दे रहे अनुज कुमार ने कहा कि अभी मेरे पास 35 बच्चे हैं। सभी स्केटिंग में अच्छा कर रहे हैं। 16 बच्चे ऐसे हैं। जिन्होंने मेडल भी जीता है, 2 बच्चे इंटरनेशनल में भी मेडल जीता है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में जमुई के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना सकते हैं। स्केटिंग को लेकर बच्चों और अभिभावकों का बढ़ता लगाव जिले में खेलों के लिए सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।