31 मिनट पहले
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आज (7 अक्टूबर) नवरात्रि के पांचवें दिन देवी स्कंदमाता की पूजा करें। स्कंद कार्तिकेय स्वामी का एक नाम है। कार्तिकेय की माता होने की वजह से देवी पार्वती को स्कंदमाता भी कहते हैं। देवी ने इस स्वरूप में लाल-पीले वस्त्र धारण किए हैं, देवी शुभ्र वर्ण (गौरी) यानी सफेद दिखाई देती हैं। इसलिए इनकी पूजा में सफेद, लाल या पीले कपड़े पहनने चाहिए।
सुबह स्नान के बाद घर के मंदिर में देवी की पूजा और व्रत करने का संकल्प लें। पूजा करें और दिनभर व्रत रखें। देवी मंत्रों का जप करें। शाम को फिर से देवी की पूजा करने के बाद व्रत खोलें। हमारे शरीर में सप्त (सात) चक्र हैं, इन सात चक्रों में से देवी स्कंदमाता विशुद्ध चक्र में वास करती हैं।




नवरात्रि से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए… मालवा के भादवा माता मंदिर को आरोग्य तीर्थ की मान्यता : दावा- बावड़ी के जल से लकवा, मिर्गी जैसे रोग ठीक हो जाते हैं

नवरात्रि में दर्शन करें आरोग्य तीर्थ की देवी भादवा माता के। इन्हें मालवा की वैष्णो देवी और आरोग्य देवी भी कहते हैं। ये मंदिर एमपी के नीमच जिला मुख्यालय से करीब 24 किलोमीटर दूर भदवा गांव में स्थित है। मान्यता है कि यहां मौजूद प्राचीन बावड़ी के जल से लकवा, मिर्गी जैसे रोगों दूर हो जाते हैं। पढ़िए पूरी खबर…