The dispute was resolved in just 3 hours. | महज 3 घण्टे में निपटा विवाद, मकान-कब्जाने का था आरोप: जिप अध्यक्ष के साथ पीड़िता का सामने आया वीडियो पोस्ट, कहा-निपटा पूरा विवाद – Bulandshahr News

बुलंदशहर में दैनिक भास्कर में खबर चलने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष और पीड़िता युवती के बीच विवाद महज 3 घण्टे में ही निपट गया। खबर चलने के 3 घण्टे बाद ही पीड़िता का जिला पंचायत अध्यक्ष के साथ एक वीडियो पोस्ट साझा किया गया। इसमें पीड़िता की तरफ से दावा किय

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क्या था पूरा मामला शनिवार को जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ अंतुल तेवतिया पर एक मकान कब्जाने का गंभीर आरोप लगा था। पीड़िता युवती ने सोशल मीडिया पर जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ सार्वजनिक विडियो पोस्ट की थी। इसमें वह जिला पंचायत अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाकर एसएसपी बुलंदशहर से भी शिकायत की थी।

जिला पंचायत अध्यक्ष की पड़ौसी मानसी तेवतिया पुत्री जयप्रकाश ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट और एसएसपी श्लोक कुमार से की शिकायत में बताया है कि जिला पंचायत अध्यक्ष उनके मकान पर जबरन दबंगों से कब्जा करा रही हैं। एक गाँव के दबंग प्रधान ने उनके घर पर अपना ताला डाल दिया है और जबरन कब्जा कर रहा है। पुलिस प्रशासन भी भाजपा नेत्री और जिला पंचायत अध्यक्ष के इशारों पर काम कर रहा है।

3 घण्टे में निपटा मामला इस वीडियो के सार्वजनिक होने के बाद दैनिक भास्कर ने इस खबर को प्रमुखता से लिखा। इसका असर भी महज 3 घण्टे में हो गया। जिला पंचायत अध्यक्ष और पीड़िता ने एकसाथ वीडियो पोस्ट साझा कर सब कुछ निपटने का दावा किया।

पीड़िता ने क्या कहा साझा वीडियो पोस्ट में मैं मानसी तवेतिया पुत्री सत्यप्रकाश रामनगर गुलावठी में रहते है। कुछ समय पहले कुछ एसे लोगो के द्वारा ऐसा माहोल क्रिएट हो गया था, जिसमे हमारे पारिवारिक रिलेशनों में गलतफहमी के कारण ऐसी घटना घटित हो गई। जिसका निस्तारण मेरे मौसाजी विनोद चौधरी, मेरे फूफाजी अजीतपाल प्रधान, मेरे फूफाजी धर्मपाल प्रमुख, मेरे जीजाजी विनीत चौधरी और मेरी बुआजी डॉक्टर अंतुल तेवतिया जिला पंचायत अध्यक्ष ने बहुत सूझबूझ के साथ सभी समस्याओं का निस्तारण किया। अब हमारे समस्त परिवारजनों में बहुत खुशी का माहोल है और हम लोग भी बहुत खुश है।

राजनीतिक षड्यंत्र था : डॉ अंतुल तेवतिया जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ अंतुल तेवतिया का कहना है कि कुछ लोगों द्वारा इसे राजनीतिक षड्यंत्र के तहत तूल दिया गया। ऐसा कुछ मामला था ही नहीं। अब सब कुछ स्पष्ट हो चुका है कि यह राजनीतिक साजिश थी, जोकि अब बेनकाब हो चुकी है।

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