The Controversy Over Jeffrey Epstein is Heating Up Again in America | Donald Trump | ट्रम्प के लिए मुसीबत बना एपस्टीन सेक्स स्कैंडल क्या है: अमेरिकी एजेंसियों पर फाइल दबाने का आरोप, प्रिंस एंड्रयू से लेकर क्लिंटन तक के हो सकते हैं नाम


वॉशिंगटन डीसी21 मिनट पहलेलेखक: विशाखा कुमारी

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जेफ्री एपस्टीन और डोनाल्ड ट्रम्प की तस्वीर। स्लाइड में एपस्टीन केस की पीड़िताएं। - Dainik Bhaskar

जेफ्री एपस्टीन और डोनाल्ड ट्रम्प की तस्वीर। स्लाइड में एपस्टीन केस की पीड़िताएं।

जेफ्री एपस्टीन की मौत को 6 साल बीत चुके हैं, लेकिन उसका नाम एक बार फिर अमेरिकी राजनीति में विवाद की वजह बना हुआ है। इस बार विवाद के केंद्र में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प हैं।

मामला यौन अपराधी रहे एपस्टीन की उस कथित ‘क्लाइंट फाइल’ का है, जिसमें दुनियाभर के ताकतवर नेताओं, बिजनेस टायकून और हस्तियों के नाम दर्ज होने की अटकलें हैं।

ट्रम्प प्रशासन पर आरोप लग रहे हैं कि वे इन दस्तावेजों को जानबूझकर सार्वजनिक नहीं कर रहे, क्योंकि इससे कई हाई-प्रोफाइल चेहरों के बेनकाब होने का खतरा है।

अमेरिकी एजेंसी FBI और जस्टिस डिपार्टमेंट पर भी एपस्टीन फाइल को दबाने के आरोप लग रहे हैं।

जेफ्री एपस्टीन कौन था, ट्रम्प से उनका क्या रिश्ता था, एपस्टीन से जुड़ी फाइल को लेकर विवाद की कहानी को हम 6 चैप्टर में बता रहे हैं…

यह तस्वीर सितंबर 1993 की है। इसमें सेक्स रैकेट चलाने वाले जेफ्री एपस्टीन और उसकी गर्लफ्रेंड गिस्लीन मैक्सवेल तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के साथ नजर आ रहे हैं। यह जोड़ी क्लिंटन के VIP मेहमानों में शामिल थी।

यह तस्वीर सितंबर 1993 की है। इसमें सेक्स रैकेट चलाने वाले जेफ्री एपस्टीन और उसकी गर्लफ्रेंड गिस्लीन मैक्सवेल तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के साथ नजर आ रहे हैं। यह जोड़ी क्लिंटन के VIP मेहमानों में शामिल थी।

चैप्टर-1

मामूली टीचर बना न्यूयॉर्क का रईस बिजनेसमैन

जेफ्री एपस्टीन सत्तर के दशक में न्यूयॉर्क के एक स्कूल में मैथ और फिजिक्स पढ़ाता था। कहा जाता है कि उस स्कूल में पढ़ने वाले एक स्टूडेंट के पिता उससे बहुत ज्यादा प्रभावित हुए। उन्होंने ही उसकी दोस्ती वॉल स्ट्रीट इनवेस्टमेंट बैंक बेयर स्टर्न्स से जुड़े एक इन्वेस्टर से कराई।

चार साल बाद ही एपस्टीन बेयर स्टर्न्स के पार्टनर बन चुका था। हालांकि साल 1981 में एपस्टीन को धोखेबाजी के आरोप में निकाल दिया गया। एक साल बाद उसने खुद की एक फर्म ‘एपस्टीन एंड कंपनी’ खोल ली थी। यह फर्म अरबपतियों को फाइनेंशियल सलाह देती थी।

वह दावा करता था कि वह बहुत अमीर लोगों के पैसे ‘मैनेज’ करता है। एपस्टीन कहता था कि केवल उन्हीं क्लाइंट्स के पैसे मैनेज करता है जिनकी संपत्ति ‘1 बिलियन डॉलर’ से ज्यादा हो। लेकिन बाद में कई जांचों में पाया गया कि उसका असली बिजनेस बहुत संदिग्ध था।

बहरहाल, वह कुछ ही साल में बहुत अमीर बन चुका था। उसने जल्द ही दौलत खर्च करना शुरू किया और न्यू मेक्सिको में एक फार्महाउस (1993) और न्यूयॉर्क में सबसे बड़ा प्राइवेट घर (1996), फ्लोरिडा में एक हवेली (2002) खरीद ली।

एपस्टीन अब अमेरिका में जाना-पहचाना नाम बन चुका था। बड़ी हस्तियों के साथ उसका उठना बैठना था। वह शानदार पार्टियां करता था जिसमें बिल क्लिंटन, मशहूर वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग, और पॉपस्टार माइकल जैक्सन जैसे चर्चित लोग शामिल होते थे।

तस्वीर जेफ्री एपस्टीन के प्राइवेट आईलैंड पर हुई एक पार्टी की है। इसमें साइंटिस्ट स्टीफन हॉकिंग दिख रहे हैं।

तस्वीर जेफ्री एपस्टीन के प्राइवेट आईलैंड पर हुई एक पार्टी की है। इसमें साइंटिस्ट स्टीफन हॉकिंग दिख रहे हैं।

चैप्टर-2

एपस्टीन के जिगरी दोस्त बने ट्रम्प

ट्रम्प और एपस्टीन की मुलाकात भी एक पार्टी में ही हुई थी। 2002 में ट्रम्प ने एक मैगजीन को दिए इंटरव्यू में कहा था-

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मैं जेफ को 15 साल से जानता हूं, कमाल का आदमी है। हम दोनों को कम उम्र की खूबसूरत लड़कियां पसंद हैं।

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यह बयान बाद में ट्रम्प के लिए मुसीबत बन गया।

1992 में ट्रम्प ने फ्लोरिडा स्थित अपने मार-ए-लागो रिसोर्ट में एपस्टीन और चीयरलीडर्स के साथ एक पार्टी की। 2019 में NBC ने इसका एक फुटेज जारी किया था। जिसमें ट्रम्प, एपस्टीन को एक महिला की ओर इशारा करते दिखते हैं और झुककर कहते हैं- देखो वह बहुत हॉट है।

एपस्टीन के जेट से यात्रा करते थे ट्रम्प

मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि ट्रम्प ने सात बार एपस्टीन के प्राइवेट जेट से ट्रैवल किया था। न्यूयार्क टाइम्स के मुताबिक ट्रम्प ने ये सफर 1993 से 1997 के बीच किया था।

हालांकि, ये उड़ानें ज्यादातर पाम बीच और न्यूयॉर्क के बीच थीं। ट्रम्प ने कहा था कि उन्होंने कभी एपस्टीन के प्राइवेट आइलैंड का टूर नहीं किया और न ही कोई गलत काम किया।

जेफ्री एपस्टीन का विमान लोलिता एक्सप्रेस, ये किशोर लड़कियों को लेकर जाता था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ट्रम्प ने भी इस विमान से ट्रैवल किया था।

जेफ्री एपस्टीन का विमान लोलिता एक्सप्रेस, ये किशोर लड़कियों को लेकर जाता था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ट्रम्प ने भी इस विमान से ट्रैवल किया था।

चैप्टर- 3

ट्रम्प और एपस्टीन की दोस्ती में दरार

ट्रम्प और एपस्टीन की दोस्ती के बीच दरार 2004 में फ्लोरिडा के पाम बीच पर बनी प्रॉपर्टी ‘हाउस ऑफ फ्रेंडशिप’ के कारण आया। यह संपत्ति नर्सिंग होम मैग्नेट एबे गोस्मैन की थी, जो दिवालियापन की वजह से नीलामी हो रही थी।

ट्रम्प और एप्सटीन दोनों इस 6 एकड़ की प्रॉपर्टी को खरीदना चाहते थे। ट्रम्प ने इसे अमेरिका में सबसे बेहतरीन जमीन बताया था। उनका इरादा इसे खरीदकर नए तरह से ट्रांसफार्म करना और फिर बेचने का था, जबकि एप्सटीन वहां रहना चाहता था।

15 नवंबर, 2004 को वेस्ट पाम बीच में नीलामी हुई। ट्रम्प इसमें सीधे तौर पर शामिल नहीं हो पाए, लेकिन उन्होंने टेलीफोन से हिस्सा लिया। एपस्टीन के ओर से तीन वकीलों ने बोली लगाई। ट्रम्प ने 356 करोड़ की बोली के साथ प्रॉपर्टी हासिल कर ली थी।

ट्रम्प बोले- एपस्टीन को अपना दोस्त नहीं मानता

रियल एस्टेट विवाद के बाद ट्रम्प और एपस्टीन के बीच बातचीत का कोई पब्लिक रिकॉर्ड नहीं है। ट्रम्प ने बाद में 2019 में कहा था कि उनके और एपस्टीन के बीच मनमुटाव हो गया था और उन्होंने 15 सालों से एक-दूसरे से बात नहीं की थी। ट्रम्प ने कहा था कि वो अब एप्सटीन को अपना दोस्त नहीं मानते।

यह तस्वीर 1997 में फ्लोरिडा में ली गई थी। इसमें जेफ्री एपस्टीन और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प साथ में खड़े हैं।

यह तस्वीर 1997 में फ्लोरिडा में ली गई थी। इसमें जेफ्री एपस्टीन और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प साथ में खड़े हैं।

चैप्टर-4

पहली बार एपस्टीन पर यौन शोषण का आरोप

साल- 2005

जगह- पाम बीच, फ्लोरिडा

एक 14 साल की लड़की की मां ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इसमें कहा गया कि एपस्टीन के आलीशान घर में उसकी बेटी को ‘मसाज’ के बहाने बुलाया गया था, लेकिन वहां पहुंचने के बाद उसपर सेक्स का दबाव डाला गया।

जब उसने घर लौटकर यह बात अपने माता-पिता को बताई, तो तुरंत पुलिस में शिकायत की। तब पहली बार जेफ्री एपस्टीन के खिलाफ आधिकारिक शिकायत दर्ज हुई। पुलिस जांच के दौरान यह सामने आया कि यह अकेला मामला नहीं है।

धीरे-धीरे करीब 50 नाबालिग लड़कियों की पहचान हुई, जिन्होंने एपस्टीन पर ऐसे ही आरोप लगाए। पाम बीच पुलिस डिपार्टमेंट ने इस मामले को गंभीरता से लिया और कई महीनों तक छानबीन की। इसके बाद एपस्टीन के खिलाफ क्रिमिनल जांच शुरू हुई।

मामले में जांच से पता चला कि एपस्टीन के पास मैनहट्टन और पाम बीच मेंं शानदार विला है। एपस्टीन यहां हाई-प्रोफाइल पार्टियां करता था, जिसमें कई बड़ी हस्तियां शामिल होतीं थीं।

एपस्टीन अपने निजी जेट ‘लोलिता एक्सप्रेस’ से पार्टियों में कम उम्र की लड़कियां लेकर आता था। वह लड़कियों को पैसों-गहनों का लालच और धमकी देकर मजबूर करता था। इसमें एपस्टीन की गर्लफ्रेंड और पार्टनर गिस्लीन मैक्सवेल उसका साथ देती थी।

हालांकि, शुरुआती जांच के बाद भी एपस्टीन को लंबे समय तक जेल नहीं हुई। उसका रसूख इतना था कि 2008 में उसे सिर्फ 13 महीने की सजा सुनाई गई, जिसमें वह दिन में जेल से बाहर जाकर काम कर सकता था।

एपस्टीन की गर्लफ्रेंड गिस्लीन मैक्सवेल को 2020 में गिरफ्तार किया गया था। वह तब से जेल में है। उसे 20 साल की सजा सुनाई गई है।

एपस्टीन की गर्लफ्रेंड गिस्लीन मैक्सवेल को 2020 में गिरफ्तार किया गया था। वह तब से जेल में है। उसे 20 साल की सजा सुनाई गई है।

चैप्टर- 5

मी टू मूवमेंट की लहर में डूबा एपस्टीन

साल 2009 में जेल से आने के बाद एपस्टीन लो प्रोफाइल रहने लगा। ठीक 8 साल बाद अमेरिका में मी टू मूवमेंट शुरू हुआ। साल 2017 में अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने हॉलीवुड प्रोड्यूसर हार्वे वाइंस्टीन के खिलाफ कई रिपोर्ट्स छापीं।

इसमें बताया गया कि वाइंस्टीन ने दशकों तक अभिनेत्रियों, मॉडल्स और कर्मचारियों का यौन शोषण किया। इस घटना ने पूरी दुनिया में सनसनी पैदा कर दी। 80 से ज्यादा महिलाओं ने वाइंस्टीन के खिलाफ सोशल मीडिया पर मी टू (मेरे साथ भी शोषण हुआ) के आरोप लगाए।

इसमें एंजेलीना जोली, सलमा हायेक, उमा थरमन और एश्ले जुड जैसे बड़े नाम थे। इसके बाद लाखों महिलाओं ने सोशल मीडिया पर ‘#MeToo’ लिखकर अपने शोषण की कहानियां शेयर कीं।

इसमें वर्जीनिया ग्रिफे नाम की युवती भी थी। उसने एप्सटीन के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए। उसने दावा किया कि उसके साथ 3 साल तक यौन शोषण हुआ था। इसके बाद करीब 80 महिलाओं ने उसके खिलाफ शिकायत की।

ट्रम्प के क्लब में फंसी वर्जीनिया गिफ्रे

एपस्टीन पर आरोप लगाने वाली एक युवती वर्जीनिया गिफ्रे भी थी। उसने आरोप लगाया था कि वह सिर्फ 16 साल की थी जब वह डोनाल्ड ट्रम्प के क्लब मार-ए-लागो में काम कर रही थी। वहीं पर उसकी मुलाकात गिस्लेन मैक्सवेल से हुई थी।

उसने उसे मसाज थेरेपी का ऑफर दिया था। वह झांसा देकर उसे एपस्टीन के पास ले गईं। गिफ्रे ने दावा किया कि उसे एपस्टीन के घर ले जाया गया जहां उसे ‘मालिश’ देने को कहा गया। गिफ्रे ने बताया कि करीब 3 साल तक वह एपस्टीन और मैक्सवेल के लिए काम करती रही।

तस्वीर में प्रिंस एंड्रयू वर्जीनिया गिफ्रे (बीच में) और गिस्लेन मैक्सवेल हैं। यह फोटो अमेरिका की एक अदालत ने 9 अगस्त 2021 को जारी की थी।

तस्वीर में प्रिंस एंड्रयू वर्जीनिया गिफ्रे (बीच में) और गिस्लेन मैक्सवेल हैं। यह फोटो अमेरिका की एक अदालत ने 9 अगस्त 2021 को जारी की थी।

इस दौरान उसे दुनियाभर की जगहों पर प्राइवेट जेट्स से भेजा गया, और वहां उसे प्रभावशाली लोगों के साथ ‘यौन संबंध’ बनाने को मजबूर किया गया।

गिफ्रे ने ब्रिटेन के शाही परिवार के प्रिंस एंड्रयू पर भी आरोप लगाया कि उन्होंने उसके साथ जबरदस्ती की, जब वह नाबालिग थी। यह मामला ब्रिटिश मीडिया में बहुत बड़ा विवाद बना।

गिफ्रे ने यह नहीं कहा कि ट्रम्प ने उसका शोषण किया। लेकिन यह बात सामने आई कि मार-ए-लागो क्लब ही वह जगह थी जहां से उसे “भर्ती” किया गया। इसी साल अप्रैल 2025 वर्जीनिया गिफ्रे की मौत हो गई। इसे आत्महत्या बताया गया लेकिन इसने एक बार फिर इस केस को चर्चा में ला दिया।

चैप्टर-6

एपस्टीन की गिरफ्तारी, जेल में ही मौत

एपस्टीन के खिलाफ दबाव बढ़ रहा था। ऐसे में 6 जुलाई 2019 को न्यूयॉर्क में एपस्टीन को फिर से सेक्स ट्रैफिकिंग के गंभीर आरोपों में गिरफ्तार किया गया। 23 जुलाई को उसे सेल में बेहोश पाया गया। उसके गले पर निशान थे। माना गया कि किसी ने उसकी जान लेने की कोशिश की थी।

इसके बाद उसकी सुरक्षा बढ़ा दी गई, लेकिन जल्द ही हटा दी गई। 10 अगस्त 2019 को उसी हाई-सिक्योरिटी जेल में एपस्टीन मरा हुआ मिला। आधिकारिक रिपोर्ट में कहा गया कि उसने फांसी लगाकर आत्महत्या की, लेकिन कई मेडिकल और कानूनी एक्सपर्ट्स ने इस पर सवाल उठाए।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया कि एपस्टीन की गर्दन की कुछ हड्डियां टूटी थीं। ये चोटें आमतौर पर गला घोंटने से जुड़ी होती हैं, आत्महत्या से नहीं। जिस दिन एपस्टीन की मौत हुई, उस समय उनके सेल के बाहर लगे सुरक्षा कैमरे काम नहीं कर रहे थे और फुटेज गायब हो गए थे।

चूंकि एपस्टीन की क्लाइंट लिस्ट में बड़े-बड़े नाम शामिल थे। ऐसे में माना गया कि राज खुलने के डर से उनकी हत्या कराई गई है। एपस्टीन की मौत के बाद FBI और जस्टिस डिपार्टमेंट ने इसकी जांच शुरू की।

एपस्टीन की गर्लफ्रेंड गिरफ्तार हुई

यौन शोषण पीड़िताएं, सारा रैनसम और एलिजाबेथ स्टीन, एपस्टीन की गर्लफ्रेंड मैक्सवेल 20 साल की सजा मिलने के बाद कोर्ट से बाहर निकलतीं हुईं।

यौन शोषण पीड़िताएं, सारा रैनसम और एलिजाबेथ स्टीन, एपस्टीन की गर्लफ्रेंड मैक्सवेल 20 साल की सजा मिलने के बाद कोर्ट से बाहर निकलतीं हुईं।

एपस्टीन की मौत के बाद उसकी गर्लफ्रेंड मैक्सवेल मैक्सवेल को 2020 में गिरफ्तार किया गया और 2022 में यौन तस्करी के लिए 20 साल की सजा मिली।

कोर्ट दस्तावेजों, फ्लाइट लॉग्स, और पीड़ितों (जैसे वर्जीनिया गिफ्रे) के बयानों से पता चला कि एपस्टीन के क्लाइंट्स में कई बड़े नाम हो सकते हैं।

2019, 2024, और जनवरी 2025 में कुछ दस्तावेज सार्वजनिक हुए, जिनमें बिल क्लिंटन और प्रिंस एंड्रयू जैसे नाम सामने आए, हालांकि उनके खिलाफ ठोस सबूत नहीं मिले।

8 पॉइंट में जानिए एपस्टीन फाइल्स पर विवाद क्यों

  • जस्टिस डिपार्टमेंट और FBI पर ये आरोप हैं कि उन्होंने जानबूझकर एपस्टीन की मौत से पहले उसकी सुरक्षा को कमजोर किया।
  • जेल में कैमरे बंद थे, गार्ड सो क्यों रहे थे इसके जवाब अब तक साफ नहीं मिले। कई अहम फाइलें और सबूत गायब हैं या अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई हैं।
  • मीडिया और पीड़ित महिलाओं ने मांग की है कि ‘ग्रैंड जूरी’ के दस्तावेज (जो अब तक सीक्रेट हैं) को सामने लाया जाए।
  • आरोप है कि FBI ने कई हाई-प्रोफाइल नामों की जांच जानबूझकर नहीं की या उन्हें बचाने की कोशिश की।
  • 5 जून को इलॉन मस्क ने दावा किया कि एपस्टीन फाइल्स में ट्रम्प का नाम है और इसी वजह से फाइल्स को सार्वजनिक नहीं किया जा रहा।
  • ट्रम्प ने जब राष्ट्रपति पद संभाला था, तब वादा किया था कि वे एपस्टीन फाइल्स को सार्वजनिक करेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
  • अब जब WSJ की रिपोर्ट सामने आई, तो लोगों का गुस्सा और बढ़ गया। ट्रम्प के समर्थक भी उन पर सवाल उठा रहे हैं।
  • जस्टिस डिपार्टमेंट ने अब जाकर (2025 में) इन्हें सार्वजनिक करने की बात कही है। हालांकि इसकी टाइमिंग अभी नहीं बताई गई है।

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