जिन लोगों की ये राशि पहले से जमा, उनकी 3 किस्तों में माइनस करेंगे
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बिजली उपभोक्ताओं को सितंबर में मिलने वाले बिलों में भी सिक्योरिटी डिपॉजिट की राशि जुड़कर आएगी। जिनकी यह राशि पहले से जमा है, उनकी तीन समान किस्तों में माइनस की जाएगी। तय प्रावधान के मुताबिक बिजली कंपनी द्वारा हर साल जुलाई, अगस्त और सितंबर में सिक्योरिटी डिपॉजिट की राशि वसूली जाती है।
तय प्रावधान के मुताबिक बिजली कंपनी द्वारा साल भर की सबसे अधिकतम खपत की डेढ़ महीने के बराबर की राशि सिक्योरिटी डिपॉजिट के तौर पर लेती जाती है। इसके लिए बिलों में एसडी इंस्टालमेंट लिखा आ रहा है। बिजली अधिकारियों का कहना है यह राशि सुरक्षा निधि कहलाती है, जिसे बतौर अमानत जमा रखा जाता है।
समय पर बिल नहीं भरा तो सिक्योरिटी डिपॉजिट ज्यादा
अधिकारियों का कहना है कि कुछ लोग शिकायत कर रहे हैं कि राशि ज्यादा है। उन्हें समझना होगा कि जिन उपभोक्ताओं ने साल में चार बार बिल समय पर नहीं भरा, उनसे दो महीने की अधिकतम खपत के बराबर की राशि तीन समान किस्तों में ली जाएगी।
इस तरह समझें एसडी का आसान गणित
मान लीजिए किसी उपभोक्ता की मासिक बिजली खपत 300 यूनिट है। ऐसे उपभोक्ताओं की डेढ़ महीने की अधिकतम खपत 450 यूनिट है तो इस खपत के बराबर की राशि लगभग 3150 रुपए एसडी के रूप में 3 महीने के बिलों में समान किस्तों में वसूली जाएगी।