रानीगंज थाना क्षेत्र भोरहा पंचायत ठेकपुरा में सोमवार की देर शाम को एक नाबालिग ने ट्रैक्टर से एक मजदूर को रौंद दिया। जिससे उसकी मौके पर मजदूर की मौत हो गई। घटना से आक्रोशित लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा की सूचना पर रानीगंज पुलिस ठेकपुरा पहुंचकर
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वहीं हादसे के बाद मृतक के भाई ने रोते हुए बताया कि हम अपने भाई के शव को पोस्टमार्टम कराने सदर अस्पताल अररिया गए थे। इधर, गांव में मामले को रफादफा करने को लेकर पंचायत कर हमारे भाई की जान की कीमत तीन लाख रुपए लगाकर मामले को रफादफा किया जा रहा है। हमें तीन लाख नहीं इंसाफ चाहिए। हमारी भाभी-भतीजी का अब क्या होगा कह कर जोर जोर से रोने लगा। हादसे के बाद शव को लाकर मेरे घर पर रात में ही रख दिया। फिर कन्हैया साह घर के गेट में ताला लगाकर पूरा परिवार घर छोड़कर फरार हो गया।
इधर, घटना से गुस्साए मृतक के परिजनों ने रात में ही ठेकपुरा गांव में कुछ देर के लिए सड़क जाम कर जमकर प्रदर्शन किया। घटना की सूचना पर रानीगंज पुलिस पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम में भेज दिया गया है। मृतक के भाई राजेंद्र राय ने बताया कि ट्रैक्टर गांव के ही बैद्यनाथ झा पिता हरि बल्लव झा का है। जो भाड़ा पर कन्हैया झा को दिया था। मामले को लेकर रानीगंज थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम में भेज दिया गया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि मौत मामले में कई तरह की बातें सामने आ रही है। मृतक के परिजनों के लिखित शिकायत पर जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।
बैक गियर लगने पर लगी टक्कर, अस्पताल में इलाज का कोई पर्चा भी नहीं था
घटना को लेकर मृतक के भाई राजेन्द्र राय ने बताया कि मेरे भाई को गांव के ही कन्हैया साह अपना मकई तैयारी कराने को लेकर सोमवार को बहियार लेकर गया था। शाम होने पर सभी मजदूरों के साथ मेरा भाई घर लौट रहा था। लेकिन कन्हैया साह मेरे भाई का हाथ पकड़ लिया और कहने लगा कि थोड़ा सा बचा हुआ है।
काम खत्म कर दो। जिसके बाद मेरा भाई ट्रैक्टर के डाला के पीछे बोरी में तैयार मकई कसने लगा। इसी दौरान कन्हैया साह का बेटा रोहित कुमार साह ने ट्रैक्टर स्टार्ट कर दिया। इसके बाद बैक गियर लगाकर ट्रैक्टर मेरे भाई के ऊपर चढ़ा दिया। मौके पर मौजूद मृतक की पत्नी ने खिंचकर अपने पति को बाहर निकाला। इसके बाद कन्हैया साह व मिट्ठू साह दोनों मिलकर मेरे भाई को रानीगंज लेकर चला गया। लेकिन अस्पताल में इलाज आदि की कोई पर्चा नहीं था। मेरे भाई की मौत किस जगह हुई इसका कोई पता नहीं चल सका।