The case of Budgahan of Janjgir | जांजगीर के बुड़गहन का मामला: शराब पीने से दो की मौत, जहरीली या जहर मिलाया गया, पुलिस कर रही जांच – janjgir champa News


बुड़गहन में शराब पीते ही दो दोस्तों की हालत बिगड़ी और इलाज से पहले ही उनकी मौत हो गई। वहीं, शराब पीने से मना करने पर एक युवक के मामा की जान बच गई। पुलिस को दिए बयान के अनुसार शराब पीते ही दोनों छटपटाने लगे। युवकों को इलाज के लिए सीएचसी ले जाया गया, जहा

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पुलिस ने बताया कि शनिवार की रात बुड़गहन में मामा सुखसागर कुर्रे, भांजा शिवा (19) व उसका दोस्त रूपेश कुमार साण्डे गांव की शराब दुकान से गोवा इंग्लिश, देसी शराब और कहीं से महुआ शराब लेकर दुकान से 500 मीटर दूर घर के सामने सड़क पर बनी पुलिया पर शराब पीने के लिए बैठे। तीनों शराब पीने की शुरुआत ही करने वाले थे कि मामा सुखसागर को कहीं से फोन आ गया। वह मोबाइल में बात करने में व्यस्त हो गया। इसी दौरान भांजा शिवा और उसके दोस्त रूपेश ने इंग्लिश शराब को पीना शुरू कर दिया। शराब पीते ही वे छटपटाने लगे थे।

शार्ट पीएम रिपोर्ट में कीटनाशक जैसे जहर से मौत का संदेह बलौदा सीएचसी में दोनों मृतकों का पोस्टमार्टम किया है। दोनों के पेट से कीटनाशक के अंश मिले हैं। उनके पेट से निकले मटेरियल से भी ऐसी बदबू निकलती मिली। इसकी पुष्टि के लिए बिसरा प्रिजर्व को जांच के लिए भेज दिया गया है। अब वहां से रिपोर्ट आने के बाद ही इस बात का पता चलेगा कि उनकी मौत किस जहर से हुई।

शिवा की एक महीने पहले ही हुई थी शादी शिवा ने एक महीने पहले कोरबा की एक लड़की से लव मैरिज की थी। शराब की वजह से मौत होने से उसका सिंदूर उजड़ गया। मौत की खबर पाते ही उसका रो-रोकर बुरा हाल है। शिवा के माता-पिता और दो भाई उसकी मौत के सदमे में डूबे नजर आए।

रूपेश की मौत से मां-बाप का सहारा छिन गया रूपेश का बड़ा भाई अपनी प​त्नी के साथ घर से अलग रहता है। रूपेश ही अपनी माता-पिता का इकलौता सहारा बचा था। ट्रक ड्राइवरी शुरू करने से परिवार की आर्थिक स्थिति सुधर रही थी पर उसकी मौत के बाद अब पिता को घर चलाने के लिए फिर मजदूरी करना पड़ेगा।

विसरा प्रिजर्व कर जांच के लिए भेजा गया: बीएमओ ^दोनों शवों का पोस्टमार्टम हो गया है। उसका विसरा प्रिजर्व कर जांच के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर के अनुसार मृतकों के पेट में कीटनाशक जैसे जहर के अंश मिले हैं। दुर्गंध भी कुछ वैसी ही थी। – रामायण सिंह, बीएमओ बलौदा

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