मझौली के हाईस्कूल बस्तुआ में एक दैवेभो कर्मचारी ने शुक्रवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मौके पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा बनाकर शव को पीएम के लिए भेज दिया। वहीं परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है।
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जानकारी के अनुसार मझौली हाईस्कूल बस्तुआ में दैवेभो कर्मचारी श्रीवास्तव पिता संतोष श्रीवास्तव गुरुवार की शाम से लापता था। परिजनों और ग्रामीणों ने उसकी तलाश की पर वह नहीं मिला। इस दौरान ग्रामीणों ने शुक्रवार को स्कूल कार्यालय का आधा गेट खुला हुआ देखा। जहां पहुंचने पर उन्हें संतोष का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला। इसकी जानकारी उन्होंने पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पंचनामे की कार्रवाई की।
एक दिन पहले प्राचार्य को मिला था संतोष
प्रभारी प्राचार्य शिवराम ने पुलिस को बताया कि मैं और संतोष कार्यालय के सामने बैठे थे। गुरुवार शाम 5 बजे प्राचार्य ने संतोष से अपने अपने घर चलने के लिए कहा और स्कूल से तकरीबन आधा किलोमीटर दूर स्थित अपने किराए के मकान में चले गए। तब से उनका कोई पता नहीं चल पा रहा था।
कार्यालय में मिली लाश
गांव के सरपंच हरिप्रसाद सिंह ने बताया है कि मैंने और कई ग्रामीणों ने शिक्षकों के साथ मिलकर खोजबीन शुरू की। लेकिन कहीं पता नहीं चला। तब स्कूल परिसर में कार्यालय का आधा दरवाजा खुला था। जहां जाकर देखा तो संतोष फांसी के फंदे पर लटकता था। इसके बाद पथरौला चौकी प्रभारी प्रीती वर्मा को इन सब घटनाक्रम की सूचना दी गई।
हत्या की आशंका
घटना की सूचना पर परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। संतोष की मां आराधना श्रीवास्तव ने बताया कि बेटे के गले में हमेशा सोने की चैन और हाथ में अंगूठी रहती थी, जो नहीं है। इसके अलावा उसे किसी का विवाद नहीं था। लेकिन उसकी लाश फांसी के फंदे में लटकी हुई मिली जो संदिग्ध है।
हर पहलू की जांच जारी
पथरौला चौकी प्रभारी प्रीति वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया है कि जानकारी मिलते ही हम और हमारी टीम मौके पर पहुंच गए थे। जहां पूरे मामले को लेकर हर एंगल से जांच की जा रही है। मृतक की परिजनों का कहना है कि उसकी हत्या करके उसे लटका दिया गया है।