जब जयश्री पेडीवाल ग्लोबल स्कूल का वार्षिकोत्सव शुक्रवार को आयोजित किया गया।
जब जयश्री पेडीवाल ग्लोबल स्कूल का वार्षिकोत्सव शुक्रवार को आयोजित किया गया। महापुरा स्थित जयश्री पेडीवाल इंटरनेशनल स्कूल के प्रांगण में यह कार्यक्रम आयोजित हुआ। यह आयोजन ‘उत्कृष्टता की ओर अग्रसर’ थीम पर आधारित था, जिसने विद्यालय की रचनात्मकता, अनुशास
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कार्यक्रम का शुभारंभ ‘जेपीआईटी्स इन सिम्फनी ऑर्केस्ट्रा’ की मधुर और मनमोहक प्रस्तुति से हुआ, जिसने पूरे वातावरण को सुरों की मधुरता से भर दिया। इसके बाद हेड बॉय और हेड गर्ल ने उत्साहपूर्ण स्वागत भाषण के माध्यम से विद्यालय के गौरव और छात्रों की ऊर्जा को अभिव्यक्त किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ ‘जेपीआईटी्स इन सिम्फनी ऑर्केस्ट्रा’ की मधुर और मनमोहक प्रस्तुति से हुआ, जिसने पूरे वातावरण को सुरों की मधुरता से भर दिया।
विद्यालय के सीईओ आयुष पेडीवाल ने अपने प्रेरक संबोधन में विद्यार्थियों को जीवन में उत्कृष्टता और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने का संदेश दिया। स्टूडेंट काउंसिल द्वारा प्रस्तुत ‘स्कूल रिपोर्ट’ में शैक्षणिक और सह-शैक्षणिक उपलब्धियों का प्रभावशाली सार प्रस्तुत किया गया।
समारोह का विशेष आकर्षण ‘जर्नी ऑफ आइकॉन’ खंड रहा, जो विद्यालय की संस्थापक-अध्यक्षा डॉ. जयश्री पेडीवाल को समर्पित था। इसमें उनके संघर्षों, उपलब्धियों और शिक्षा क्षेत्र में दिए गए योगदान को रेखांकित किया गया, जिसने उपस्थित विद्यार्थियों को प्रेरणा से भर दिया।

स्टूडेंट काउंसिल द्वारा प्रस्तुत ‘स्कूल रिपोर्ट’ में शैक्षणिक और सह-शैक्षणिक उपलब्धियों का प्रभावशाली सार प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम के दौरान हुए पुरस्कार वितरण समारोह में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया, जिससे छात्रों में उत्साह और गर्व की भावना जागृत हुई।
थीम आधारित नृत्य प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम को और भी जीवंत बना दिया। ‘ताजमहल’ की अमर सुंदरता, ‘अलेक्जेंडर’ की विजयगाथा, ‘हिरोशिमा’ का मानवीय संदेश, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की देशभक्ति भावना और ‘किशोर कुमार’ की धुनों की मधुरता ने मंच को एक जीवंत कला संसार में बदल दिया। ‘द साउंड ऑफ म्यूज़िक’ नाटिका में ‘दिल है छोटा सा’ और ‘पहला नशा’ जैसे गीतों ने मासूमियत और युवावस्था की उमंग को बड़ी ही खूबसूरती से अभिव्यक्त किया।

विद्यालय के सीईओ आयुष पेडीवाल ने अपने प्रेरक संबोधन में विद्यार्थियों को जीवन में उत्कृष्टता और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने का संदेश दिया।
डॉ. जयश्री पेडीवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षा केवल कक्षा तक सीमित नहीं है, इसका उद्देश्य विद्यार्थियों में चरित्र, करुणा और जिम्मेदारी जैसे मूल्यों का विकास करना है। उन्होंने शिक्षकों की प्रतिबद्धता और विद्यार्थियों की रचनात्मकता की सराहना की और विद्यालयाध्यक्ष मंजू खोसला के समर्पित नेतृत्व की प्रशंसा की, जिनके मार्गदर्शन में विद्यालय निरंतर उत्कृष्टता की ओर अग्रसर है।
समारोह का समापन छात्र प्रतिनिधियों द्वारा प्रस्तुत ‘धन्यवाद ज्ञापन’ से हुआ, जिसने पूरे आयोजन को गरिमामय पूर्णता दी।