सरगुजा जिले में SECL के अमेरा खदान के विस्तार को लेकर कराए जा रहे मिट्टी उत्खनन से भड़के ग्रामीणों ने पोकलेन के चालक एवं माइनिंग कंपनी के मैनेजर की जमकर पिटाई कर दी। ग्रामीणों के हमले में दोनों घायल हो गए हैं। यहां ग्रामीण अपनी जमीन देने तैयार नहीं है
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सरगुजा जिले के लखनपुर क्षेत्र में संचालित अमेरा माइंस के विस्तार के लिए एक माह से SECL के अधिकारियों द्वारा पुलिस बल लगाकर ग्रामीणों की खड़ी फसल में मशीनें चढ़ा दी गई। ग्रामीण SECL की कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार वे जमीनें नहीं देना चाहते। उन्होंने ने मुआवजा लिया है और न ही नौकरी मिली है। ये जमीनें वर्ष 2005 में अधिग्रहित की गई थी।

खदान का विरोध कर रहे ग्रामीण
ग्रामीणों ने की बेदम पिटाई
खदान विस्तार के लिए मिट्टी हटाने के दौरान बुधवार को एक बार फिर विवाद की स्थिति बन गई। मिट्टी खुदाई को लेकर नाराज करीब 150 ग्रामीण लाठी, डंडे से लैस होकर नीचे पहुंचे और माइनिंग कंपनी के मैनेजर राघवेंद्र पांडे एवं पोकलेन चालक मुनेंद्र पटेल की पिटाई कर दी। दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में दाखिल किया गया है। घटना की शिकायत लखनपुर थाने में दर्ज कराई गई है।
ग्रामीणों ने कहा-नहीं देंगे जमीन SECL द्वारा खदान विस्तार का कार्य निजी कंपनी को सौंपा गया है। SECL ने उक्त जमीन को अधिग्रहित बताया है। ठेका कंपनी एलसीसी द्वारा पोकलेन मशीन से खुदाई कराई जा रही थी। ग्रामीणों ने इसका विरोध करते हुए मारपीट की।
आरोप है कि जब ग्रामीणों ने मशीन को रोकने का प्रयास किया, तो पोकलेन ऑपरेटर मुनेंद्र पटेल नहीं माना तो ग्रामीणों ने उसकी घेरकर पिटाई कर दी गई। बीच-बचाव करने पहुंचे कंपनी मैनेजर राघवेंद्र पांडे पर भी हमला कर दिया गया, जिससे उनका सिर फट गया।
घटना के बाद से इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया।