झारखंड में कांके का पारा 3.3 डिग्री सेल्सियस
झारखंड में शीतलहर का सितम जारी है। ठंडी हवा के झोकों ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। सुबह गहरी धुंध छा रही है। ओस की बूंदें जमने लगी हैं। पिछले 24 घंटे में कांके राज्य में सबसे ठंडा रहा। यहां का पारा लुढ़क कर 3.3 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। वहीं
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चार जनवरी से छाएंगे बादल
मौसम विभाग के मुताबिक चार जनवरी से रांची सहित पूरे राज्य में बादल छाएंगे। अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री तक बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। इससे कंपकंपाती ठंड से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
लेकिन सात जनवरी को बादल छंटेगा और न्यूनतम तापमान में एक बार फिर गिरावट आएगी। इससे एक बार फिर सर्दी अपना सितम दिखाएगी। मौसम विभाग के अनुसार अभी धुंध से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है।
कांके में गोभी के पत्ते पर जमी ओस की बूंदे।
पहाड़ों की बर्फबारी का राज्य पर असर
उधर, पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर शुक्रवार को भी झारखंड पर दिखा। पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण दिनभर ठिठुरन रही। सुबह धुंध से लिपटी हुई थी। इस वजह से सड़कों पर आम दिनों की अपेक्षा काफी कम लोग दिख रहे थे। ऐसी सर्दी में भी कुछ स्कूल खुल गए हैं। इस वजह से बच्चों के साथ अभिभावक भी ठंड से कांपते नजर आए।
कुहासे से अभी नहीं मिलेगी राहत
बीते कुछ दिनों से राज्य में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। स्थिति यह है कि धनबाद को छोड़कर सभी जिलों का पारा 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है। मौसम विभाग का कहना है कि अभी सुबह और देर शाम छाए रहने वाले कुहासे से राहत नहीं मिलने वाली है। वहीं शीतलहर से भी अभी बचने की संभावना नहीं के बराबर है। सुबह में हल्का कोहरा ये धुंध छाया रहेगा। इसके बाद आंशिक रूप से बादल छाया सकता है।
कोहरे और ठंड का असर अब फसलों पर दिखने लगा है। फसल बर्बाद हो रहे हैं।
कोहरा व ठंड से बर्बाद हो रहे फसल
कोहरे ने रबी फसल के बर्बाद होने की आशंका को और बढ़ा दिया है। कोहरा की वजह से फसलों में रोग लगने का खतरा बढ़ गया है। इन दिनों सुबह के समय ओस फसलों के पौधे पर जम रही हैं। जिस वजह से फसलों की पत्तियां पीली पड़ कर गिर जा रही हैं। खेतों में आलू, प्याज, टमाटर जैसे रबी फसल पुष्ट होने लगे हैं, लेकिन कोहरा व ठंड से परेशानी हो रही है। प्याज की नर्सरी को लगाया जाने लगा है। कुहासे की वजह से आलू, बैंगन, प्याज, मिर्चा, गोभी आदि को नुकसान हो रहा है।