Temperature decreased in Bilaspur, but there is no relief from humidity | बिलासपुर में कम हुआ तापमान, उमस से राहत नहीं: आसमान में छाई काली घटाएं, लेकिन नहीं हुई बारिश, आज से शुरू हो सकती है बरसात – Bilaspur (Chhattisgarh) News

आसमान में छाई रही काली घटाएं, पर नहीं गिरा पानी।

बिलासपुर में गुरुवार की रात हुई बारिश के बाद शुक्रवार को धूप और बदली की आंख मिचौली चलती रही। देर शाम आसमान में काली घटाएं छाई रही, लेकिन बारिश नहीं हुई। एक दिन की बारिश के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, फिर भी गर्मी और उसम से राहत नहीं मिल पाई।

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मौसम विभाग ने शनिवार से अच्छी बरसात होने की संभावना जताई है।बादलों की बेरुखी से लोग परेशान हैं। पिछले चार दिनों से लगातार बारिश नहीं होने के कारण तापमान बढ़ कर 36 डिग्री तक पहुंच गया। इस दौरान धूप की वजह से भीषण गर्मी और उमस से लोग हलकान होते रहे।

गुरुवार की रात बारिश के चलते कम हुआ तापमान।

गुरुवार की रात बारिश के चलते कम हुआ तापमान।

मौसम विभाग ने इस दौरान बारिश होने का दावा किया था। लेकिन, शाम को केवल काली घटाएं छाई रही। गुरुवार की रात 12 मिलीमीटर बारिश के बाद तापमान गिरकर 32 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। फिर भी गर्मी और उमस से राहत नहीं मिली।

शुक्रवार को भी बादलों ने किया निराश

शहर के लोग अब एक बार फिर से बारिश की आस लगाए बैठे हैं। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में बंपर बारिश की संभावना है। अब देखना यह है कि यह अनुमान कब सटीक बैठती है।

गुरुवार की रात हुई बारिश के बाद उम्मीद थी कि शुक्रवार को भी राहत की बारिश हो सकती है, लेकिन शुक्रवार की सुबह ने लोगों के अरमानों पर पानी फेर दिया। सूरज की किरणों के साथ ही गर्मी और उमस ने फिर से शहर को अपनी चपेट में ले लिया। लोग दिनभर पसीने से तर-ब-तर होते रहे।

आज से अगले पांच दिन हो सकती है अच्छी बारिश

मौसम वेधशाला के मौसम विज्ञानी डॉ. एचपी चंद्रा के अनुसार बिलासपुर सहित प्रदेश के मध्य क्षेत्र में मानसून का दबाव बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे में एक दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ अंधड़ चलने, वज्रपात होने तथा भारी वर्षा होने की भी संभावना है। अगले पांच दिनों तक अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की उम्मीद बनी हुई है। एक जुलाई से वर्षा की मात्रा बढ़ने की संभावना है।

धूप और बदली ने बढ़ाई उमस।

धूप और बदली ने बढ़ाई उमस।

तापमान में आएगी गिरावट

मौसम विभाग के मुताबिक एक द्रोणिका उत्तर पूर्व राजस्थान से निम्न दाब के केंद्र तक 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक विंड शियर जोन 20° उत्तर में 3.1 किलोमीटर से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। इस दौरान बारिश की वजह से अधिकतम तापमान में गिरावट संभावित है। भारी वर्षा का क्षेत्र मध्य छत्तीसगढ रहने की संभावना है।

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