28 मिनट पहले
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तेलुगु एक्टर और कॉमेडियन फिश वेंकट का शुक्रवार को हैदराबाद के एक अस्पताल में निधन हो गया। मंगलमपल्ली वेंकट राज जिन्हें फिश वेंकट के नाम से जाना था, वह 53 साल के थे।
123 तेलुगु की रिपोर्ट के मुताबिक, वेंकट कई महीनों से किडनी से जुड़ी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे। हालत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
डॉक्टरों ने तत्काल किडनी ट्रांसप्लांट की सलाह दी थी। इलाज के दौरान उन्हें डायलिसिस और वेंटिलेटर पर भी रखा गया, लेकिन तबीयत में सुधार नहीं हुआ।

फिल्म ‘शिवम’ में फिश वेंकट, राम पोथिनेनी के साथ दिखाई दिए थे।
बता दें कि वेंकट ने अपने करियर के दौरान 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत डायरेक्टर दासरी नारायण राव की फिल्म ‘सम्मक्का सरक्का’ से की थी।
खुशी, बन्नी, शिवम, गब्बर सिंह, डीजे टिल्लू, स्लम डॉग हस्बैंड और कॉफी विद अ किलर जैसी फिल्मों में वेंकट के रोल को दर्शकों ने खूब पसंद किया।

फिश वेंकट का जन्म 3 अगस्त 1971 को आंध्र प्रदेश में हुआ था।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में वेंकट की बेटी श्रावंती ने किडनी ट्रांसप्लांट के लिए आर्थिक मदद की अपील की थी। इसकी अनुमानित लागत करीब 50 लाख रुपए बताई गई थी। इस बीच कुछ अफवाहें आईं कि एक्टर प्रभास ने मदद की है, लेकिन परिवार ने इसे गलत बताया था।
वेंकट के परिवार ने सुमन टीवी से कहा था, असल में ऐसा कुछ नहीं हुआ। हम हर कॉल का जवाब दे रहे हैं ताकि मदद मिल सके। किसी ने प्रभास अन्ना का असिस्टेंट बनकर कॉल किया। बाद में पता चला कि वो फर्जी था। प्रभास को इस बारे में कुछ पता भी नहीं है। हमें अब तक कोई आर्थिक मदद नहीं मिली।”
हालांकि, कुछ लोगों ने मदद जरूर की। एक्टर पवन कल्याण ने 2 लाख रुपए दिए। एक्टर विश्वक सेन और तेलंगाना के एक मंत्री ने भी आर्थिक सहायता दी, लेकिन समय पर किडनी डोनर नहीं मिल सका।

वो तेलंगाना की मछुआरों जैसी बोली में मजेदार अंदाज में बात करते थे, इसी वजह से उन्हें फिश वेंकट कहा जाने लगा।
फिश वेंकट अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चों को छोड़ गए हैं। कोटा श्रीनिवास राव और रवि तेजा के पिता राजगोपाल राजू के हाल ही में निधन के बाद तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री के लिए यह तीसरी बड़ी क्षति है।