चेन्नई58 मिनट पहले
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प्रसन्ना सिंगापुर बेस्ड क्रिप्टो सोशल नेटवर्क 0xPPL.com के फाउंडर हैं। उनकी पत्नी ने उनपर बच्चे के आपहरण का आरोप लगया है।
टेक आंत्रप्रेन्योर प्रसन्ना शंकर ने दावा किया है कि उन्हें उनकी पत्नी और चेन्नई पुलिस परेशान कर रही है। रविवार शाम को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा- ‘मैं तलाक से गुजर रहा हूं। मैं अब चेन्नई पुलिस से भागकर तमिलनाडु के बाहर छिपा हुआ हूं। ये मेरी कहानी है।’
प्रसन्ना सिंगापुर बेस्ड क्रिप्टो सोशल नेटवर्क 0xPPL.com के फाउंडर हैं। उन्होंने रिपलिंग नाम की एक कंपनी भी बनाई है। इसकी वैल्यू 10 बिलियन डॉलर (करीब ₹85.94 हजार करोड़) है।
प्रसन्ना शंकर की पूरी कहानी जो उन्होंने X पर बताई है…
- प्रसन्ना 10 साल से शादीशुदा हैं। उन्होंने NIT त्रिची से पढ़ाई की है, जहां उनकी मुलाकात उनकी पत्नी दिव्या से हुई थी। उनका एक 9 साल का बेटा है। जब प्रसन्ना को पता चला कि उनकी पत्नी का अनूप नाम के एक व्यक्ति के साथ अफेयर चल रहा है तो शादी टूट गई।
- बाद में, दिव्या ने डोमेस्टिक वायलेंस और रेप की झूठी शिकायतें दर्ज कराईं। दिव्या ने यह भी आरोप लगाया कि प्रसन्ना ने उनके न्यूड वीडियो पब्लिश किए। सिंगापुर पुलिस ने इन आरोपों की जांच की, उन्हें निराधार पाया और सभी आरोपों से मुक्त कर दिया।
- प्रसन्ना ने भारत में तलाक के लिए अर्जी दी। वहीं दिव्या ने अमेरिका में अर्जी दी। प्रसन्ना ने ये भी आरोप लगाया कि उनकी पत्नी उनके नौ साल के बेटे का “अपहरण” करके अमेरिका ले गई, जिसके कारण उन्हें अंतरराष्ट्रीय बाल अपहरण का मामला दर्ज कराना पड़ा। अमेरिकी अदालत ने प्रसन्ना के पक्ष में फैसला सुनाया और बेटे को सौंपने के लिए कहा।
- चूंकि दिव्या ने सिंगापुर में कानून का उल्लंघन किया था, इसलिए उन्होंने प्रसन्ना के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इसमें तय हुआ कि प्रसन्ना उनकी पत्नी को लगभग 9 करोड़ और 4.3 लाख/माह का भुगतान करेंगे। चेन्नई आकर बसने की बात भी हुई।
- प्रसन्ना ने अपनी पत्नी और बेटे को चेन्नई वापस भेजने के लिए फ्लाइट टिकट बुक किए। एमओयू के एक हिस्से के रूप में दोनों अपने बेटे की 50/50 कस्टडी पर सहमत हुए थे। कुछ दिन तक इसे फॉलो किया गया। दिव्या को बच्चे का पासपोर्ट भी एक कॉमन लॉकर में जमा करना था, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया।
- दिव्या ने दावा करना शुरू कर दिया कि MOU वैध नहीं है और वह तलाक के लिए अमेरिका जाएंगी। चिंतित होकर प्रसन्ना ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कहा कि जब तक दिव्या बच्चे का पासपोर्ट लॉकर में जमा नहीं करेंगी तब तक वह बच्चे को वापस नहीं करेंगे।
- दिव्या ने प्रसन्ना के खिलाफ अपहरण की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आधी रात को दरवाजा खटखटाया, लेकिन वह अपने बेटे को साथ लेकर भागने में सफल रहे। इसके तुरंत बाद प्रसन्ना ने अपने वकीलों के जरिए पुलिस को बताया कि बच्चा उनके साथ खुश है। यह भी बताया कि यह मामला अदालत में है। इसलिए पुलिस को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
- इसके बाद भी पुलिस प्रसन्ना को ढूंढने की कोशिश कर रही है। पुलिस उनके दोस्त गोकुल को भी परेशान कर रही है। डर के मारे गोकुल बैंगलोर चले गए, लेकिन पुलिस ने उन्हें बैंगलोर में ही पकड़ लिया। बिना किसी वारंट या कागजात या बैंगलोर पुलिस को सूचना दिए चेन्नई ले गए।
- वे गोकुल से कह रहे हैं कि अगर प्रसन्ना सरेंडर नहीं करेंगे तो उन्हें परेशान किया जाएगा। उन्होंने गोकुल को मजिस्ट्रेट के सामने भी पेश नहीं किया। इसके बजाय वे हर सुबह उन्हें थाने बुलाते हैं और रात तक बैठाए रखते हैं और फिर छोड़ देते हैं।
प्रसन्ना ने कहा- बेटा सेफ है और मेरे साथ खुश है…
पत्नी का दावा- बहाने से भारत बुलाया और बेटे को छीन लिया
उधर पत्नी दिव्या का दावा है कि तीन हफ्ते पहले शंकर ने उन्हें संपत्ति के बंटवारे का मुद्दा सुलझाने के बहाने भारत बुलाया और बेटे को उनसे छीन लिया। दिव्या ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि मेरे बेटे के साथ क्या हुआ, और इसीलिए मैंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।’
दिव्या ने दावा किया कि शंकर ने उनके बेटे का पासपोर्ट चुरा लिया है। उन्होंने कहा कि चेन्नई पुलिस उनके बेटे को वापस पाने में उसकी मदद करने की कोशिश कर रही है।
दिव्या ने शंकर पर महिलाओं की गुप्त रूप से रिकॉर्डिंग करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सिंगापुर पुलिस ने भी शंकर को यौन उत्पीड़न और वेश्यावृत्ति के मामले में एक बार गिरफ्तार किया था। इस कारण उन्हें कंपनी से हटाया भी गया था।