Tata Sons chairmans salary increased by 15% | टाटा संस के चेयरमैन की कमाई ₹155 करोड़ हुई: एन चंद्रशेखरन की सैलरी पिछले साल 15% बढ़ी; CFO की कमाई में 8% का इजाफा

नई दिल्ली3 घंटे पहले

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एन चंद्रशेखरन किसी भारतीय कंपनी के सबसे अधिक वेतन पाने वाले प्रोफेशनल चीफ हैं। (फाइल फोटो) - Dainik Bhaskar

एन चंद्रशेखरन किसी भारतीय कंपनी के सबसे अधिक वेतन पाने वाले प्रोफेशनल चीफ हैं। (फाइल फोटो)

टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) में 155.81 करोड़ रुपए की सैलरी मिली, जो पिछले वित्त वर्ष (FY24) के वेतन से 15% ज्यादा है। एन चंद्रशेखरन किसी भारतीय कंपनी में सबसे अधिक वेतन पाने वाले प्रोफेशनल चीफ हैं।

FY24 में उनकी कमाई 135 करोड़ रुपए थी, लेकिन इस बार कंपनी के प्रॉफिट गिरने के बावजूद उनकी सैलरी में बढ़ोतरी हुई है। वहीं, CFO सौरभ अग्रवाल की कमाई में 8% का इजाफा हुआ है। यह जानकारी गुरुवार (24 जुलाई) टाटा संस की लेटेस्ट एनुअल रिपोर्ट में सामने आई है।

रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2025 के दौरान टाटा संस के प्रोफिट में 24.3% की गिरावट आई है। कंपनी का प्रोफिट पिछले साल के 34,654 करोड़ रुपए से घटकर 26,232 करोड़ रुपए रह गया है।

एन चंद्रशेखरन को 2017 में टाटा संस का चैयरमेन बनाया गया था। वो 2027 में टाटा संस के चैयरमेन रहेंगे।

एन चंद्रशेखरन को 2017 में टाटा संस का चैयरमेन बनाया गया था। वो 2027 में टाटा संस के चैयरमेन रहेंगे।

140.7 करोड़ रुपए प्रॉफिट पर कमिशन

चंद्रशेखरन को इस साल 15.1 करोड़ रुपए सैलरी और बेनिफिट्स के तौर पर मिले, जबकि बाकी का बड़ा हिस्सा यानी 140.7 करोड़ रुपए प्रॉफिट पर कमीशन के रूप में मिला। पिछले साल उनके कमीशन की दर 0.4% थी, जो अब बढ़कर 0.6% हो गई है, यानी कंपनी का प्रॉफिट जितना कम हुआ, उतना उनकी कमाई पर असर नहीं पड़ा। दूसरी ओर, टाटा संस का नेट प्रॉफिट 24.3% गिरकर 26,232 करोड़ रुपए रह गया है, जो पिछले साल 34,654 करोड़ रुपए था।

CFO को 32.7 करोड़ रुपए मिले

टाटा संस में चंद्रशेखरन के अलावा भी कुछ लोगों की कमाई में बदलाव हुआ। CFO सौरभ अग्रवाल को 32.7 करोड़ रुपए मिले, जो पिछले साल से 7.7% ज्यादा है। वहीं, रतन टाटा के निधन के बाद अक्टूबर 2024 में बोर्ड में शामिल हुए नोएल टाटा को 1.42 करोड़ रुपए कमीशन के तौर पर मिले। रिटायर हुए लियो पुरी को 3.13 करोड़ और भास्कर भट को 1.33 करोड़ रुपए मिले। टाटा ट्रस्ट्स का प्रतिनिधित्व करने वाले वेणु श्रीनिवासन ने कमीशन लेने से मना कर दिया।

कंपनी की नेटवर्थ 38% बढ़कर 1.25 लाख करोड़ रुपए हुई

टाटा संस का प्रॉफिट भले ही गिरा हो, लेकिन कंपनी की नेटवर्थ 38% बढ़कर 1.25 लाख करोड़ रुपए हुई और कैश बैलेंस अब कर्ज से ज्यादा है। ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप FY24 में 47% बढ़कर 30.37 लाख करोड़ रुपए हो गया, जिसमें TCS, टाटा मोटर्स और टाटा स्टील का बड़ा योगदान है।

कंपनी से ट्रेनी के रूप में जुड़े थे एन चंद्रशेखरन

एन चंद्रशेखरन को चंद्रा के नाम से जाना जाता है। उन्होंने टाटा ग्रुप की कंपनी TCS में ट्रेनी के तौर पर जॉइन किया था। वे इस समूह का चेयरमैन बनने वाले पहले नॉन फैमिली सदस्य हैं। उन्हें 2017 में पहली बार टाटा संस का चैयरमेन बनाया गया था। वो 2027 में टाटा संस के चैयरमेन रहेंगे।

टाटा ग्रुप सबसे बड़ा ग्रुप है

टाटा ग्रुप, देश का सबसे बड़ा बिजनेस ग्रुप है। इसमें 29 लिस्टेड कंपनियां हैं। यह नमक से लेकर सॉफ्टवेयर तक के सेक्टर में कार्यरत है। इसकी कुल लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 25 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा है। इसमें IT कंपनी टाटा कंसल्टेंसी (TCS) 14 लाख करोड़ रुपए के साथ सबसे बड़ी है।

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