भास्कर न्यूज|लुधियाना मंजिलें उन्हें मिलती हैं, जिनके सपनों में जान होती है, पंख सिर्फ हवा में उड़ान नहीं भरते, जिनकी हिम्मत होती है, वहीं आसमान छू लेते हैं। यह पंक्तियां खन्ना के हैंडीकैप्ड कराटे खिलाड़ी तरुण पर स्टीक बैठती हैं। जोकि पिछले 26 साल से
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तरुण ने बताया कि चैंपियनशिप में 52 कंट्री के खिलाड़ी शामिल हुए और उसकी कैटेगरी में 10 प्लेयर शामिल थे जिन्हें हराकर गोल्ड मेडल हासिल किया है। पंजाब के वे इकलौते खिलाड़ी हैं जोकि पैरा में गोल्ड मेडल हासिल कर वापस लौटे हैं। तरुण ने बताया कि लास वेगास से इंडिया पहुंचने पर एयर पोर्ट पर कोई भी उसका स्वागत करने के लिए नहीं पहुंचा। एक बार दिल दुखा 5 मिनट सोचा और दिल्ली से पंजाब लुधियाना के लिए पंजाब रोडवेज की बस में खन्ना न्यू माडल टाउन अमलोह रोड अपने घर पहुंचा। घर पहुंचने पर भी किसी ने भी उसका स्वागत नहीं किया। जो पास के दोस्त या जानपहचान के थे उन्होंने बधाई दी।
- 2 बार एशिया चैंपियनशिप में जीता मेडल: तरुण ने बताया कि वह 16 बार इंटर नेशनल स्तर पर कराटे चैंपियनशिप खेल चुका है और पदक भी हासिल किए। इसके साथ ही 2 बार एशिया चैंपियनशिप 2022 में उज्बेकिस्तान में सिल्वर और 2023 में मलेशिया में ब्रॉन्ज मेडल जीता। जोकि हिस्ट्री है। 26 जनवरी 2024 को मान सरकार की ओर से स्टेट अवार्ड से भी सम्मानित किया गया। परंतु फाइनेंशियल तौर पर पंजाब व केंद्र सरकार ने किसी भी तरह की कोई मदद नहीं की। जहां कहीं भी वह खेलने के लिए गया उसके लिए विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से खेलने के लिए गया।
- एशिया चैंपियनशिप की कर रहे तैयारी: तरुण ने बताया कि पैरा का कोई कोच नहीं है इसलिए वह यू टयूब से ही कराटे के प्रेक्टिस कर रहे है और कोच राजेश जोशी की मदद भी लेते है। इस समय वह सितंबर में चाइना में होने वाली एशिया चैंपियनशिप की तैयारी कर रहा है।
- सब्जी की लगाते है रेहड़ी: तरुण ने बताया कि वह पिता के साथ शुरू से सब्जी की रेहड़ी पर काम करता आ रहा है। क्योंकि हैंडीकैप्ड होने की वजह से किसी ने जॉब पर नहीं रखा। पिता के देहांत के बाद वह खन्ना सब्जी मंडी में सब्जी की रेहड़ी लगाता है। जिसमें उसका छोटा भाई सहयोग करता है। इसके अलावा सुबह के समय वह एक स्कूल में नार्मल व पैरा के खिलाड़ियों को कराटे की ट्रेनिंग भी देता है।