sunil dutt and vinod khanna also performed pind daan। Pitru Paksha gaya | संजय दत्त ने बेटे से कहा-मेरा पिंडदान ऐसे ही करना: पूर्वजों का श्राद्ध करने आए थे गया, राज कपूर-विनोद खन्ना ने भी यहां पिंडदान किया – Gaya News

मोक्ष नगरी गया में पितरों के पिंडदान में बॉलीवुड के कलाकारों और राजनेताओं की भी आस्था है। फिल्म एक्टर पृथ्वी राज कपूर, राज कपूर, सुनील दत्त, संजय दत्त, राजेश खन्ना, डिंपल कपाड़िया, प्रेम नाथ समेत कई ऐसे कलाकार हैं, जिन्होंने गया आकर अपने पितरों का पि

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यह अलग बात है कि वे पितृपक्ष मेले के दौरान नहीं आते हैं, लेकिन अपनी सुविधा और समय के अनुसार गया पहुंचते हैं। पितृपक्ष में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ होने की वजह से वो अन्य दिनों में आना ज्यादा सहज समझते हैं। इसी साल जनवरी में बॉलीवुड के एक्टर संजय दत्त गया पहुंचे थे और पिंडदान किया था।

फिल्म अभिनेता संजय दत्त ने गया आकर पिंडदान किया था।

फिल्म अभिनेता संजय दत्त ने गया आकर पिंडदान किया था।

पिंडदान के लिए आने वाले कलाकार भावुक हो जाते हैं

फिल्म अभिनेता स्व. सुनील दत्त के पंडा गुरु प्राचीन पंजाबी धर्मशाला के मठाधीश पंडित हीरा नाथ दाढ़ी वाले कहते हैं कि ‘गया में अपने पूर्वजों का पिंडदान करने के लिए आने वालों में फिल्मी दुनिया के दिग्गजों की लंबी फेहरिस्त है। खास बात यह भी है कि जब वे अपने पूर्वजों का पिंडदान करने बैठते हैं तो उस दौरान वे काफी भावुक हो जाते हैं। जब सुनील दत्त पिंडदान के लिए गया आए थे तो पूजा के दौरान उनकी आंखों से आंसू निकलने लगे थे।’

उन्होंने बताया कि ‘यहां महेंद्र कपूर, राजेश खन्ना, उनकी पत्नी डिंपल कपाड़िया और संजय दत्त भी आ चुके हैं। इन लोगों ने पूरी श्रद्धा के साथ अपने पूर्वजों का ना केवल विधि विधान से पिंडदान किया। बल्कि दान दक्षिणा भी दिया है। एक सप्ताह पहले प्रीति जिंटा के भाई भी आए थे और वे अपने पूर्वजों का पिंडदान कर वापस चले गए।’

400 साल का रिकॉर्ड सुरक्षित है

पंडित हीरा नाथ दाढ़ी वाले ने बताया कि ‘डिंपल कपाड़िया का मायके गुजरात में है तो उनके पूर्वजों का खाता बही गुजरात के पंडा भाई के यहां मेंटेन कराया। जबकि, राजेश खन्ना पंजाब के थे तो उनका बही खाता अपने यहां मेंटेन कराया गया। हमारे यहां 400 साल का रिकॉर्ड सुरक्षित है।’

उन्होंने बताया कि ‘पाकिस्तान बनने से पहले का जो पूरे पंजाब का क्षेत्र था, उसके तीर्थ पुरोहित हमारे पूर्वज रहे हैं। हम लोग उस काम को बखूबी संभाल रहे हैं। सेलिब्रिटी के गया आने की सूचना उनके आने के एक या दो दिन पहले ही मिल पाती है। इसलिए कहा नहीं जा सकता कि इस वर्ष या फिर इस पितृपक्ष में कौन आ सकते हैं।’

संजय दत्त ने फल्गु घाट, वट वृक्ष और देवघाट पर किया था पिंडदान

पंडा मणि लाल बारीक बताते हैं कि ‘संजय दत्त ने इसी साल 11 जनवरी में पिता सुनील दत्त और मां नरगिस दत्त सहित अन्य पितरों का पिंडदान किया था। पिंडदान के वक्त संजय दत्त ने अपने बेटों को हंसते हुए कहा था कि ‘तुम लोग भी मेरा पिंडदान इसी तरह से करना, जैसे मैं अपने पिता और पूर्वजों का कर रहा हूं’। उन्होंने विशेष तौर पर फल्गु घाट, वट वृक्ष और देवघाट पर पिंडदान किया था। उनके पितरों का पिंडदान अमरनाथ मेहरवार द्वारा विधिवत रूप से संपन्न कराया गया था।

70 के दशक में पृथ्वी राज कपूर भी आए थे

पंडा मणि लाल बारीक ने बताया कि ’70 के दशक में पृथ्वी राज कपूर भी यहां आए थे और उन्होंने अपने पितरों का यहां पिंडदान किया था।’ उन्होंने बताया कि ‘कपूर खानदान मूलतः पाकिस्तान के पेशावर के लाहोरियों की गली के रहने वाले हैं। वहां उनका बहुत बड़ा मकान है।’

उन्होंने बताया कि ‘काफी वर्षों से कपूर खानदान से कोई नहीं आया है। पाकिस्तान के हिंदू हमारे यजमान हैं। हम लोगों के संपर्क सूत्र उनके पास हैं। जब वो आते हैं तो उनकी सारी व्यवस्था हमारे द्वारा कराई जाती है।’

बहुत कम लोग दोबारा आकर पिंडदान करते हैं

पंडा मणि लाल बारीक ने बताया कि ‘सेलिब्रटी हो या फिर सियासी दिग्गज, उनके पास समय का अभाव होता है। वो आम लोगों की तरह बार-बार गया नहीं आ पाते हैं। वे पिंडदान एक बार ही करते हैं। बहुत कम लोग हैं, जो दोबारा पिंडदान करते हैं। यहां आकर भगवान विष्णु का दर्शन करना दूसरी बात है। वह तो कई बार करो, वो भी कम हैं।’

कैथी लिपी में लिखा रिकॉर्ड 200 साल पुराना है

सेलिब्रिटी द्वारा खर्च किए जाने पर पंडा मणि लाल बारीक कहते हैं कि ‘ये श्रद्धा व दान का विषय है। इसका खुलासा नहीं किया जाता है। देश के सभी राज्यों के पंडे अलग-अलग हैं। यह बंटवारा कई सौ साल पुराना है। जो भी पिंडदान यहां करने आते हैं, उनका डाटा अलग से रखा जाता है। यह रिकॉर्ड हमारे समाज के हर पंडे के पास सुरक्षित है।

200 साल से अधिक का रिकॉर्ड है। जिनके पास समय होता है, उन्हें दिखाया जाता है। रिकॉर्ड कैथी लिपी में है, क्योंकि पूर्व में कैथी लिपी में लिखा जाता था। इसे पढ़ने-समझने वाले अब कम लोग हैं।’

गृह मंत्री अमित शाह 2022 में गया आए थे।

गृह मंत्री अमित शाह 2022 में गया आए थे।

गृह मंत्री अमित शाह विष्णुपद मंदिर में पूजा करने आए थे

वहीं, विष्णुपद मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष शम्भू लाल बिट्ठल ने बताया कि ‘बड़े-बड़े नेता गया आ चुके हैं। महाराज हरि सिंह, कर्ण सिंह, पटियाला राजा, अंबाला राजा और कई स्टेट के लोग आते रहे हैं। उन्होंने यहां अपने पूर्वजों का पिंडदान किया है। गृह मंत्री अमित शाह भी विष्णुपद मंदिर में पूजा करने आए थे।’

पूर्व राष्ट्रपति आर वेंकट रमण भी गया में पिंडदान कर चुके हैं। (फाइल)

पूर्व राष्ट्रपति आर वेंकट रमण भी गया में पिंडदान कर चुके हैं। (फाइल)

वरुण गांधी ने भी अपने पूर्वजों का पिंडदान किया है

शम्भू लाल बिट्ठल ने बताया कि ‘फिल्मी दुनिया से कपूर खानदान के अलावा वैजयंती माला, विनोद खन्ना ने अपने पूर्वजों का गया आकर पिंडदान कर चुके हैं। पिंडदान के लिए पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह, वर्तमान केंद्रीय मंत्री निर्मला सीता रमण के साथ साथ मेनका गांधी और वरुण गांधी ने भी अपने पूर्वजों का यहां पिंडदान किया है।’

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‘बांग्लादेश में अब भी कई जगह दंगे हो रहे हैं। इन दिनों पुलिस नाम की कोई चीज नहीं है। सब सेना के हवाले है। हिंदुओं को लूटा जा रहा है। विरोध करने पर मारपीट भी की जा रही है। ढाका, बोरिसाल, नोवाखाली में हिंदू डरे हुए हैं। वे कट्‌टरपंथियों के दबाव में जी रहे हैं।’ हम गया में पिंडदान करने आए हैं, ये बात वहां के लोगों को पता चली तो हमारे परिवार को मार देंगे। घर पर उपद्रवियों का हमला हो जाएगा। प्लीज हमारी पहचान किसी को मत बताना। पूरी खबर पढ़ें…

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