Such is his love for birds that he turned his house into a mini world place; 20 species of exotic birds; spends 40% of his salary on them | विदेशी पक्षियों को पालने का शौक, ड्राई फ्रूट खिलाते हैं: पूर्णिया के रंजीत के पास 20 प्रजातियाें की 35 पक्षी, हर महीने 40 हजार रुपए करते हैं खर्च – Purnia News

पूर्णिया के रामबाग में रहने वाले रंजीत पासवान को बचपन से ही विदेशी पक्षियों के गजब का लगाव है। विदेशी पक्षियों को पालने का शौक ऐसा है कि उन्होंने इसे पूरा करने के लिए अपने घर को ही मिनी बर्ड्स प्लेस बना दिया है। उनके घर में मकाउ, गाला, काकातुआ, मोलूक

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पक्षियों के शौकीन रंजीत ने एग्जॉटिक पक्षियों की 20 को घर में पाल रखा है।

पक्षियों के शौकीन रंजीत ने एग्जॉटिक पक्षियों की 20 को घर में पाल रखा है।

15 साल की उम्र से शुरू किया था पक्षियों को पालना

हालांकि रंजीत पासवान इसे शौक के बजाए पक्षी प्रेम का नाम देते हैं। पक्षियों से प्रेम ऐसा है कि वो अपनी कमाई का 40% पक्षियों के देखभाल के ऊपर खर्च करते हैं। वहीं उनके दिनचर्या का अधिकांश समय पक्षियों के बीच गुजरता है। परिंदे भी उनकी हर भाषा और हर इशारे को समझते हैं। केज के पास आते ही सभी एग्जॉटिक बर्ड्स अपने घोसले से निकल जाते हैं। अपना प्यार दिखाने के लिए रंजीत को चूमते हैं। इस दौरान रंजीत और चहचताते पंक्षियों की जुगलबंदी देखते ही बनती है। वहीं जिस किसी की नजर रंजीत और पक्षियों के इस निश्छल रिश्ते पर आकर ठहरती है। वो इसके कायल हो जाते हैं।

दैनिक भास्कर से बात करते हुए रंजीत पासवान कहते हैं उनके पिता पक्षियों के बड़े शौकीन थे। पिता का पक्षियों के प्रति प्रेम देखकर उन्हें भी पक्षियों से लगाव बढ़ता गया। पिता के साथ वो भी पक्षियों का खूब ख्याल रखते थे। बढ़ते उम्र के साथ पक्षियों के प्रति उनका प्रेम बढ़ता गया। इसी दीवानगी में उन्हें विदेशी पक्षियों को पालने का शौक चढ़ा। 15 साल की उम्र से ही उन्होंने एग्जॉटिक पक्षियों को पालना शुरू किया। दीवानगी ऐसी है कि उन्होंने अपने घर को मिनी बर्ड्स प्लेस बना दिया है। पक्षियों को पंख फैलाने में किसी तरह कि परेशानी न हो, इसके लिए उन्होंने बड़े और आरामदायक केज लगा रखे हैं। जहां ये एग्जॉटिक पक्षी पूरे ठाठ से रहते हैं।

बड़े ठाठ से रंजीत के घर रहते हैं पक्षी।

बड़े ठाठ से रंजीत के घर रहते हैं पक्षी।

पक्षी और रंजीत की जुगलबंदी की शहर के लोग कायल हैं।

पक्षी और रंजीत की जुगलबंदी की शहर के लोग कायल हैं।

पूरा परिवार करता है पक्षियों की देखरेख

रंजीत बताते हैं कि पक्षियों की देखरेख के लिए सेवादार भी बहाल है, जो उनकी गैर मौजूदगी में पक्षियों के खाने और दवाई का ख्याल रखता है। इसके अलावा उनकी मां और घर के बच्चे भी इन पक्षियों का खूब ख्याल रखते हैं। वो कहते हैं कि इंसान और परिंदों का रिश्ता दुनिया के सबसे मजबूत रिश्तों में से एक है। इतिहास में भी इंसान और पक्षियों के बीच के रिश्ते को प्रगाढ़ करती कई किस्से सुनने को मिलते हैं। दोनों का रिश्ता निश्छल दोस्ती, प्रगाढ़ प्रेम को जीवंत करती कहानियों में से एक है।

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