छात्रा ने रिसर्च स्कॉलर पर बॉडी को गलत तरीके से टच करने का प्रयास करने की बात कही है। (प्रतीकात्मक फोटो)
शिक्षण संस्थानों में छात्राओं के साथ छेड़खानी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। स्कूलों के बाद अब डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (डीएसपीएमयू) के जूलॉजी विभाग की एक छात्रा के साथ छेड़खानी का मामला प्रकाश में आया है। विभाग के पीएचडी स्कॉलर
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गुरुवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के नेतृत्व में छात्रा यूनिवर्सिटी प्रशासन से शिकायत करने पहुंची थी। तब वीसी महान गणितज्ञ रामानुजम डे पर आयोजित कार्यक्रम में थे। उनकी अनुपस्थिति में छात्रा ने रजिस्ट्रार डॉ. नमिता सिंह को आवेदन देकर रिसर्च स्कॉलर की शिकायत की।
कमेटी 5 दिनों में रिपोर्ट देगी
छात्रा ने रिसर्च स्कॉलर पर बॉडी को गलत तरीके से टच करने का प्रयास करने की बात कही। विभाग की अन्य छात्राओं के साथ भी रिसर्च स्कॉलर द्वारा छेड़छाड़ किए जाने का आरोप लगाया। छात्रा ने कहा कि आरोपी पर कार्रवाई होनी ही चाहिए। इधर, डीएसपीएमयू के वीसी प्रो. तपन कुमार शांडिल्य ने बताया कि विवि प्रशासन ने जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गई है। कमेटी 5 दिनों में रिपोर्ट देगी।
निलंबित कोतवाली इंस्पेक्टर पर विभागीय कार्यवाही होगी इधर, अपर बाजार स्थित बालिका स्कूल की छात्राओं से हुई छेड़छाड़ के मामले में कोतवाली थाना के प्रभारी रंजीत सिन्हा को डीआईजी द्वारा निलंबित करने के बाद विभागीय कार्यवाही भी शुरू करने निर्देश दे दिया गया है। उन पर विभागीय कार्यवाही क्या होगी, इसका प्रारूप एसएसपी रांची तैयार करेंगे। इसके बाद निलंबित इंस्पेक्टर को इस मामले में शोकॉज किया जाएगा। वहीं इस मामले में निलंबित अन्य पांच पुलिसकर्मियों पर भी एसएसपी के स्तर से विभागीय कार्यवाही करने की तैयारी है।
महिला थाना प्रभारी हुई हैं निलंबित छात्राओं से छेड़छाड़ के मामले को काफी गंभीरता से लिया गया है। आईजी अखिलेश झा ने खुद छेड़छाड़ के मामले की जांच की थी। पुलिसकर्मियों से पूछताछ की थी। इसके बाद आईजी ने चार पुलिस कर्मियों कोतवाली थाना एएसआई सनातन हेंब्रम और मुंशी अविनाश व महिला थाना की एएसआई उषा कुमारी और थाना स्टॉफ उर्मिला कोरबा को निलंबित किया था। इसके एक दिन बाद एसएसपी रांची ने महिला थाना प्रभारी पिंकी साव को निलंबित किया था। इसके साथ ही डीआईजी रांची प्रक्षेत्र ने कोतवाली थाना प्रभारी रंजीत कुमार सिन्हा को निलंबित करते हुए उन पर विभागीय कार्यवाही चलाने की अनुशंसा की थी।